बिकाश चन्द्र सिन्हा

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बिकाश चन्द्र सिन्हा (अंग्रेज़ी: Bikash Sinha, जन्म- 1945) भारतीय भौतिक विज्ञानी हैं, जो परमाणु भौतिकी और उच्च ऊर्जा भौतिकी के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्हें भौतिकी में उत्कृष्टता के लिए आर.डी. बिड़ला पुरस्कार, 2002 से सम्मानित किया गया है। इसके अतिरिक्त वह 2001 में पद्म श्री और 2010 में पद्म भूषण से सम्मानित हैं।

  • आप इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर फिजिक्स एंड वेरिएबल एनर्जी साइक्लोट्रॉन सेंटर के निदेशक रहे।
  • जून 2005 में बिकाश चन्द्र सिन्हा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दुर्गापुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष थे।
  • वह जून 2009 में वेरिएबल एनर्जी साइक्लोट्रॉन सेंटर और साहा इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर फिजिक्स के निदेशक के रूप में सेवा से सेवानिवृत्त हुए।
  • वह भारत के प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य भी रहे।
  • बिकाश चन्द्र सिन्हा को साल 2001 में पद्म श्री और 2010 में पद्म भूषण मिला।
  • वह 2002 से विश्वभारती विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद के सदस्य हैं और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर के सीनेट के सदस्य हैं।
  • वे तीसरी विश्व विज्ञान अकादमी, इटली (2002) और भारतीय विज्ञान अकादमी, बैंगलोर (2004) के फेलो रहे।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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