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06:40, 16 जून 2013 का अवतरण

श्योराजपुर से हाल ही में उत्तर प्रदेश की सर्वप्राचीन मूर्तिकला के उदाहरण मिले हैं।

  • ये ताम्र निर्मित मानवकृतियां हैं जो ताम्रपाषाणयुगीन (लगभग 3000 वर्ष प्राचीन) हैं।
  • ताम्रपाषाणयुगीन सिंधु घाटी सभ्यता का समकालीन माना जाता है।
  • नई खोजों से सिद्ध होता है कि सिंधु घाटी सभ्यता केवल सिंध पंजाब तक ही सीमित नहीं थी, किंतु उसका प्रसार समस्त उत्तर भारत, राजस्थान और गुजरात तक था।
  • उत्तर प्रदेश में इसके अवशेष बहादुराबाद (हरिद्वार के निकट) में भी मिले हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्रंथ अकादमी जयपुर


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