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11:00, 2 अगस्त 2011 का अवतरण

आचार्य जैमिनी

  • आचार्य जैमिनी महर्षि कृष्णद्वैपायन श्री व्यासदेव के शिष्य थे। उनसे आपने सामवेद और महाभारत की शिक्षा पायी थीं।
  • ये ही प्रसिद्ध पूर्वमीमांसा दर्शन के रचयिता हैं।
  • इसके अतिरिक्त इन्होंने 'भारतसंहिता' की भी रचना की थी, जो 'जैमिनि भारत' के नाम से प्रसिद्ध है।
  • आपने द्रोणपुत्रों से मार्कण्डेय पुराण सुना था।
  • इनके पुत्र का नाम सुमन्तु और पौत्र का नाम सत्वान था।
  • इन तीनों ने वेद की एक-एक संहिता बनायी है।
  • हिरण्यनाभ, पैष्पंजि और अवन्त्य नाम के इन के तीन शिष्यों ने उन संहिताओं का अध्ययन किया था।

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