"ओरियेंटल रिसर्च इंस्टीटयूट, मैसूर" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
(''''ओरियेंटल रिसर्च इंस्टीटयूट''' कर्नाटक राज्य के मै...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
(इसी सदस्य द्वारा किये गये बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''ओरियेंटल रिसर्च इंस्टीटयूट''' [[कर्नाटक]] राज्य के मैसूर नगर में स्थित है। इस इंस्टीट्यूट अथवा संग्रहालय को संक्षिप्त रूप में ओआरआई (''Oriental Research Institute'') कहा जाता है।  
+
{{सूचना बक्सा संग्रहालय
 +
|चित्र=Oriental-Research-Institute,Mysore.jpg
 +
|चित्र का नाम=ओरियेंटल रिसर्च इंस्टीटयूट
 +
|विवरण=इस इंस्टीट्यूट अथवा संग्रहालय को संक्षिप्त रूप में ओआरआई (''Oriental Research Institute'') कहा जाता है।
 +
|राज्य=[[कर्नाटक]]
 +
|नगर=[[मैसूर]]
 +
|निर्माण=
 +
|स्थापना= [[20 जून]] [[1887]] में  चामराज वाडेयार द्वारा
 +
|भौगोलिक स्थिति=
 +
|मार्ग स्थिति=
 +
|प्रसिद्धि=इस संग्रहालय में 60 हज़ार से अधिक पांडुलिपियों तथा 30 हज़ार से अधिक उत्कृषट स्तर की किताबों का संग्रह उपलब्ध है।
 +
|मानचित्र लिंक=[http://maps.google.co.in/maps?saddr=Mysore,+Karnataka&daddr=Oriental+Research+Institute,&hl=en&ll=12.308809,76.638308&spn=0.042684,0.084543&sll=12.306122,76.64003&sspn=0.042684,0.084543&geocode=FYKeuwAdlGyRBCn5LlcdOHCvOzFtOfjA6OyJKw%3BFcrGuwAdHm-RBCGx2UZTPfJHDynFcZlGp3qvOzGx2UZTPfJHDw&oq=myso&mra=ls&t=m&z=14&iwloc=ddw1 गूगल मानचित्र]
 +
|संबंधित लेख=
 +
|शीर्षक 1=
 +
|पाठ 1=
 +
|शीर्षक 2=
 +
|पाठ 2=
 +
|अन्य जानकारी=
 +
|बाहरी कड़ियाँ=
 +
|अद्यतन=
 +
}}
 +
'''ओरियेंटल रिसर्च इंस्टीटयूट''' [[कर्नाटक]] राज्य के [[मैसूर]] नगर में स्थित है। इस इंस्टीट्यूट अथवा संग्रहालय को संक्षिप्त रूप में ओआरआई (''Oriental Research Institute'') भी कहा जाता है।  
 
==स्थापना==
 
==स्थापना==
वर्ष [[1891]] में [[मैसूर]] के शासक चामराज वाडेयार ने भी यहां एक संग्रहालय की स्थापना की थी। इसे ओआरआई के नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना तत्कालीन अंग्रेज़ सरकार ने करवाई थी। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य मैसूर के विभिन्न विद्वानों द्वारा लिखी जाने वाली उत्कृष्ट पुस्तकों का संरक्षणकरना तथा अगली पीढ़ी के हाथों तक उन्हें सुरक्षित पहुंचाना था। इस समय इस संग्रहालय में 60 हजार से अधिक पांडुलिपियों तथा 30 हजार से अधिक उत्कृषट स्तर की किताबों का संग्रह उपलब्ध है। इस संग्रहालय की तरफ प्रत्येक वर्ष विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में आकर्षित होते हैं।<ref>{{cite web |url=http://dakshinbharatrashtramat.blogspot.in/2009/08/blog-post_31.html |title=संग्रहालयों का भी शहर है मैसूर |accessmonthday=1 जनवरी |accessyear=2013 |last= |first= |authorlink= |format=एच.टी.एम.एल |publisher= दक्षिण भारत राष्ट्रमत|language=हिंदी }} </ref>
+
वर्ष [[1887]] में [[मैसूर]] के शासक चामराज वाडेयार ने भी यहां एक संग्रहालय की स्थापना की थी। इसे ओआरआई के नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना तत्कालीन अंग्रेज़ सरकार ने करवाई थी। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य मैसूर के विभिन्न विद्वानों द्वारा लिखी जाने वाली उत्कृष्ट पुस्तकों का संरक्षणकरना तथा अगली पीढ़ी के हाथों तक उन्हें सुरक्षित पहुंचाना था। इस संग्रहालय में 60 हज़ार से अधिक पांडुलिपियों तथा 30 हज़ार से अधिक उत्कृषट स्तर की किताबों का संग्रह उपलब्ध है। इस संग्रहालय की तरफ प्रत्येक वर्ष विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में आकर्षित होते हैं।<ref>{{cite web |url=http://dakshinbharatrashtramat.blogspot.in/2009/08/blog-post_31.html |title=संग्रहालयों का भी शहर है मैसूर |accessmonthday=1 जनवरी |accessyear=2013 |last= |first= |authorlink= |format=एच.टी.एम.एल |publisher= दक्षिण भारत राष्ट्रमत|language=हिंदी }} </ref>
  
  
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
+
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
 +
==बाहरी कड़ियाँ==
 +
*[http://www.mysoredasara.com/ori.htm Oriental Research Institute]
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
{{कर्नाटक के पर्यटन स्थल}}{{संग्रहालय}}
 
{{कर्नाटक के पर्यटन स्थल}}{{संग्रहालय}}

11:43, 21 अप्रैल 2013 के समय का अवतरण

ओरियेंटल रिसर्च इंस्टीटयूट, मैसूर
ओरियेंटल रिसर्च इंस्टीटयूट
विवरण इस इंस्टीट्यूट अथवा संग्रहालय को संक्षिप्त रूप में ओआरआई (Oriental Research Institute) कहा जाता है।
राज्य कर्नाटक
नगर मैसूर
स्थापना 20 जून 1887 में चामराज वाडेयार द्वारा
प्रसिद्धि इस संग्रहालय में 60 हज़ार से अधिक पांडुलिपियों तथा 30 हज़ार से अधिक उत्कृषट स्तर की किताबों का संग्रह उपलब्ध है।
Map-icon.gif गूगल मानचित्र

ओरियेंटल रिसर्च इंस्टीटयूट कर्नाटक राज्य के मैसूर नगर में स्थित है। इस इंस्टीट्यूट अथवा संग्रहालय को संक्षिप्त रूप में ओआरआई (Oriental Research Institute) भी कहा जाता है।

स्थापना

वर्ष 1887 में मैसूर के शासक चामराज वाडेयार ने भी यहां एक संग्रहालय की स्थापना की थी। इसे ओआरआई के नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना तत्कालीन अंग्रेज़ सरकार ने करवाई थी। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य मैसूर के विभिन्न विद्वानों द्वारा लिखी जाने वाली उत्कृष्ट पुस्तकों का संरक्षणकरना तथा अगली पीढ़ी के हाथों तक उन्हें सुरक्षित पहुंचाना था। इस संग्रहालय में 60 हज़ार से अधिक पांडुलिपियों तथा 30 हज़ार से अधिक उत्कृषट स्तर की किताबों का संग्रह उपलब्ध है। इस संग्रहालय की तरफ प्रत्येक वर्ष विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में आकर्षित होते हैं।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संग्रहालयों का भी शहर है मैसूर (हिंदी) (एच.टी.एम.एल) दक्षिण भारत राष्ट्रमत। अभिगमन तिथि: 1 जनवरी, 2013।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख