"रानी पद्मिनी का महल" के अवतरणों में अंतर
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रानी पद्मिनी का महल
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विवरण | 'रानी पद्मिनी का महल' राजस्थान के पर्यटन स्थलों में से एक है, जो चित्तौड़गढ़ में स्थित है। इतिहास प्रसिद्ध राणा रत्न सिंह की ख़ूबसूरत पत्नी रानी पद्मावती के नाम पर ही इस महल का नाम रखा गया था। यह महल 'पद्मिनी तालाब' की उत्तरी परिधि पर स्थित है। |
राज्य | राजस्थान |
ज़िला | चित्तौड़गढ़ |
प्रसिद्धि | पर्यटन स्थल |
रानी पद्मिनी का महल चित्तौड़गढ़ गूगल मानचित्र | |
संबंधित लेख | राजस्थान, चित्तौड़गढ़, राजस्थान पर्यटन, अलाउद्दीन ख़िलजी
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अन्य जानकारी | इस महल को 'ज़नाना महल' भी कहा जाता है, और इसके किनारे के महल 'मरदाना महल' कहलाते हैं। मरदाना महल के एक कमरे में विशाल दर्पण इस तरह से लगा है कि यहाँ से झील के मध्य बने ज़नाना महल की सीढ़ियों पर खड़े किसी भी व्यक्ति का स्पष्ट प्रतिबिंब दर्पण में नज़र आता है। |
रानी पद्मिनी का महल राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित है। इतिहास प्रसिद्ध राणा रत्न सिंह की ख़ूबसूरत पत्नी रानी पद्मावती के नाम पर ही इस महल का नाम रखा गया था। यह महल 'पद्मिनी तालाब' की उत्तरी परिधि पर स्थित है।
- यह एक छोटा महल है, जो पानी के बीचों-बीच में बना हुआ है।
- इस महल को 'ज़नाना महल' भी कहा जाता है, और इसके किनारे के महल 'मरदाना महल' कहलाते हैं।
- मरदाना महल के एक कमरे में विशाल दर्पण इस तरह से लगा है कि यहाँ से झील के मध्य बने ज़नाना महल की सीढ़ियों पर खड़े किसी भी व्यक्ति का स्पष्ट प्रतिबिंब दर्पण में नज़र आता है।
- संभवतः अलाउद्दीन ख़िलजी ने यहीं खड़े होकर रानी पद्मिनी का प्रतिबिंब देखा था।
- रानी पद्मावती की सुन्दरता पर मोहित होकर ही अलाउद्दीन ने क़िले पर आक्रमण किया था।
- जल महल के रूप में विख्यात एक तीन मंजिला मंडप भी तालाब के बीच में खड़ा है।
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