भारतकोश ज्ञान का हिन्दी महासागर
आज का दिन - 7 जून 2024 (भारतीय समयानुसार)
- राष्ट्रीय शाके 1946, 17 गते 25, ज्येष्ठ, शुक्रवार
- विक्रम सम्वत् 2081, ज्येष्ठ, शुक्ल पक्ष, प्रतिपदा, शुक्रवार, मृगशिरा
- इस्लामी हिजरी 1445, 29, ज़िलक़ाद, जुम्मा, हक़आ
- दशाश्वमेध घाट स्नान प्रारम्भ (वाराणसी), महेश भूपति (जन्म), ख़्वाजा अहमद अब्बास (जन्म), सुमित अंतिल (जन्म), बी. डी. जत्ती (मृत्यु), नटराज रामकृष्ण (मृत्यु)
यदि दिनांक सूचना सही नहीं दिख रही हो तो कॅश मेमोरी समाप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें
भारतकोश हलचल
अरण्य षष्ठी (12 जून) • विश्व बालश्रम निषेध दिवस (12 जून) • विनायक चतुर्थी (10 जून) • विश्व नेत्रदान दिवस (10 जून) • महाराणा प्रताप जयंती (09 जून) • अन्तरराष्ट्रीय अभिलेख दिवस (09 जून) • विश्व महासागर दिवस (08 जून) • विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस (08 जून) • वट सावित्री व्रत (06 जून) • शनि जयंती (06 जून) • रोहिणी व्रत (06 जून) • देवपितृकार्य अमावस्या (06 जून) • विश्व पर्यावरण दिवस (05 जून) • प्रदोष व्रत (04 जून) • मासिक शिवरात्रि (04 जून) • अपरा एकादशी (03 जून) • वृष संक्रांति (03 जून) • विश्व साइकिल दिवस (03 जून) • विश्व दुग्ध दिवस (01 जून) • अंतर्राष्ट्रीय बाल रक्षा दिवस (01 जून) • विश्व धूम्रपान निषेध दिवस (31 मई) • हिंदी पत्रकारिता दिवस (30 मई) • गोवा स्थापना दिवस (30 मई) • एमनेस्टी इंटरनेशनल डे (28 मई) • संकष्टी चतुर्थी (26 मई) • नारद जयंती (25 मई) • बुद्ध पूर्णिमा (23 मई) • पौर्णमासी व्रत (23 मई) • वैशाख पूर्णिमा (23 मई) • विश्व कछुआ दिवस (23 मई) • गुरु अमरदास जयन्ती (22 मई) • विश्व जैव विविधता दिवस (22 मई) • नृसिंह जयंती (21 मई) • अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस (21 मई) • आतंकवाद विरोधी दिवस (21 मई) • प्रदोष व्रत (20 मई) • मोहिनी एकादशी (19 मई) • अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस (18 मई)
जन्म
चौधरी दिगम्बर सिंह (09 जून) • किरण बेदी (09 जून) • नंदिनी सत्पथी (09 जून) • वसन्त देसाई (09 जून) • लक्ष्मण प्रसाद दुबे (09 जून) • अजित शंकर चौधरी (09 जून) • डॉ. किरण मार्टिन (09 जून) • एम. पी. जबीर (08 जून) • महेश भूपति (07 जून) • ख़्वाजा अहमद अब्बास (07 जून)
मृत्यु
बिरसा मुंडा (09 जून) • हरि किशन सरहदी (09 जून) • दिनेश चंद्र मजूमदार (09 जून) • अब्बास तैयबजी (09 जून) • असद भोपाली (09 जून) • धीरेन्द्र ब्रह्मचारी (09 जून) • राज खोसला (09 जून) • एन.जी. रंगा (09 जून) • मक़बूल फ़िदा हुसैन (09 जून) • हबीब तनवीर (08 जून) • मदुराई मणि अय्यर (08 जून) • बी डी जत्ती (07 जून) • नटराज रामकृष्ण (07 जून)
एक आलेख
संसद भवन नई दिल्ली में स्थित सर्वाधिक भव्य भवनों में से एक है, जहाँ विश्व में किसी भी देश में मौजूद वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूनों की उज्ज्वल छवि मिलती है। राजधानी में आने वाले भ्रमणार्थी इस भवन को देखने ज़रूर आते हैं जैसा कि संसद के दोनों सभाएं लोक सभा और राज्य सभा इसी भवन के अहाते में स्थित हैं। संसद भवन संपदा के अंतर्गत संसद भवन, स्वागत कार्यालय भवन, संसदीय ज्ञानपीठ (संसद ग्रंथालय भवन) संसदीय सौध और इसके आस-पास के विस्तृत लॉन, जहां फ़व्वारे वाले तालाब हैं, शामिल हैं। संसद भवन की अभिकल्पना दो मशहूर वास्तुकारों - सर एडविन लुटय़न्स और सर हर्बर्ट बेकर ने तैयार की थी जो नई दिल्ली की आयोजना और निर्माण के लिए उत्तरदायी थे। संसद भवन की आधारशिला 12 फ़रवरी, 1921 को महामहिम द डय़ूक ऑफ कनाट ने रखी थी । इस भवन के निर्माण में छह वर्ष लगे और इसका उद्घाटन समारोह भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन ने 18 जनवरी, 1927 को आयोजित किया। इसके निर्माण पर 83 लाख रुपये की लागत आई। ... और पढ़ें
पिछले आलेख → | राष्ट्रपति | रसखान की भाषा | मौर्य काल |
एक व्यक्तित्व
महापण्डित राहुल सांकृत्यायन को हिन्दी यात्रा साहित्य का जनक माना जाता है। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद थे और 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। बौद्ध धर्म की ओर जब झुकाव हुआ तो पाली, प्राकृत, अपभ्रंश, तिब्बती, चीनी, जापानी, एवं सिंहली भाषाओं की जानकारी लेते हुए सम्पूर्ण बौद्ध ग्रन्थों का मनन किया और सर्वश्रेष्ठ उपाधि 'त्रिपिटिका चार्य' की पदवी पायी। साम्यवाद के क्रोड़ में जब राहुल जी गये तो कार्ल मार्क्स, लेनिन तथा स्तालिन के दर्शन से पूर्ण परिचय हुआ। प्रकारान्तर से राहुल जी इतिहास, पुरातत्त्व, स्थापत्य, भाषाशास्त्र एवं राजनीति शास्त्र के अच्छे ज्ञाता थे। ... और पढ़ें
पिछले लेख → | पण्डित ओंकारनाथ ठाकुर | जे. आर. डी. टाटा | आर. के. लक्ष्मण |
पृथ्वीराज रासो हिन्दी भाषा में लिखा गया एक महाकाव्य है, जिसमें पृथ्वीराज चौहान के जीवन-चरित्र का वर्णन किया गया है। यह महाकवि चंदबरदाई की रचना है, जो पृथ्वीराज के अभिन्न मित्र तथा राजकवि थे। इसमें दिल्लीश्वर पृथ्वीराज के जीवन की घटनाओं का विशद वर्णन है। यह तेरहवीं शती की रचना है। डॉ. माताप्रसाद गुप्त इसे 1400 विक्रमी संवत के लगभग की रचना मानते हैं। इसमें पृथ्वीराज व उनकी प्रेमिका संयोगिता के परिणय का सुन्दर वर्णन है। यह ग्रंथ ऐतिहासिक कम काल्पनिक अधिक है। आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने 'हिन्दी साहित्य का इतिहास' में लिखा है- 'पृथ्वीराज रासो ढाई हज़ार पृष्ठों का बहुत बड़ा ग्रंथ है जिसमें 69 समय (सर्ग या अध्याय) हैं। प्राचीन समय में प्रचलित प्राय: सभी छंदों का व्यवहार हुआ है। मुख्य छंद हैं कवित्त (छप्पय), दूहा, तोमर, त्रोटक, गाहा और आर्या। ...और पढ़ें
|
दीपावली अथवा 'दिवाली' भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। त्योहारों का जो वातावरण धनतेरस से प्रारम्भ होता है, वह आज के दिन पूरे चरम पर आता है। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार कार्तिक अमावस्या को भगवान श्रीराम चौदह वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे, तब अयोध्यावासियों ने श्रीराम के राज्यारोहण पर दीपमालाएं जलाकर महोत्सव मनाया था। रात्रि के समय प्रत्येक घर में धनधान्य की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मी, विघ्न-विनाशक गणेश जी और विद्या एवं कला की देवी मातेश्वरी सरस्वती की पूजा-आराधना की जाती है। ब्रह्म पुराण के अनुसार इस अर्धरात्रि में महालक्ष्मी स्वयं भूलोक में आती हैं और प्रत्येक सद्गृहस्थ के घर में विचरण करती हैं। जो घर हर प्रकार से स्वच्छ, शुद्ध और सुंदर तरीक़े से सुसज्जित और प्रकाशयुक्त होता है, वहां अंश रूप में ठहर जाती हैं। ... और पढ़ें
|
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
महत्त्वपूर्ण आकर्षण
भारतकोश पर स्वतंत्र लेखन
समाचार
कुछ लेख
योग दर्शन • पंचायती राज • मथुरा • चौंसठ कलाएँ • स्वस्तिक • दो बीघा ज़मीन • रत्न • पाणिनि • राम प्रसाद बिस्मिल • डाकघर |
भारतकोश ज्ञान का हिन्दी-महासागर
|
|
|
|
|
ब्रज डिस्कवरी
ब्रज डिस्कवरी पर हम आपको एक ऐसी यात्रा का भागीदार बनाना चाहते हैं जिसका रिश्ता ब्रज के इतिहास, संस्कृति, समाज, पुरातत्व, कला, धर्म-संप्रदाय, पर्यटन स्थल, प्रतिभाओं आदि से है।
चयनित चित्र