महामेघवाहन वंश

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महामेघवाहन वंश प्राचीन भारतीय राजवंश था, जिसकी स्थापना सम्भवत: महामेघवाहन द्वारा की गई थी। खारवेल इस वंश और कलिंग के इतिहास का ही नहीं, पूरे प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रमुख शासकों में से है।

  • भुवनेश्वर के समीप उदयगिरि पहाड़ी पर हाथीगुंफा के अभिलेख से कलिंग में एक चेदि राजवंश का इतिहास ज्ञात होता है। यह वंश अपने को प्राचीन चेदि नरेश वसु की संतति (वसु-उपरिचर) कहता है।
  • कलिंग में इस वंश की स्थापना संभवत: महामेघवाहन ने की थी, जिसके नाम पर इस वंश के नरेश 'महामेघवाहन' कहलाये।
  • खारवेल जिसके समय में हाथीगुंफा का अभिलेख उत्कीर्ण हुआ, इस वंश की तीसरी पीढ़ी में था।
  • महामेघवाहन और खारवेल के बीच का इतिहास अज्ञात है। महाराज वक्रदेव, जिसके समय में उदयगिरि पहाड़ी की मंचपुरी गुफा का निचला भाग बना, इस राजवंश की संभवत: दूसरी पीढ़ी में था और खारवेल का पिता था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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