मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी
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पूरा नाम | मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी |
जन्म | 24 नवम्बर, 1929 |
जन्म भूमि | श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर |
अभिभावक | हाजी मोहम्मद आमिन अब्बासी |
पति/पत्नी | बेगम फ़ातिमा |
संतान | दो पुत्र और तीन पुत्रियाँ |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | कांग्रेस |
पद | राज्यपाल |
कार्य काल | राज्यपाल बिहार- 19 मार्च, 1991 से 13 अगस्त, 1993 तक। राज्यपाल मध्य प्रदेश- 14 अगस्त, 1993 से 21 अप्रैल, 1996 तक। राज्यपाल उत्तर प्रदेश- 3 मई, 1996 से 19 जुलाई, 1996 तक। |
शिक्षा | एम.ए., एल.एल.बी. |
विद्यालय | 'क्रिश्चियन मिशन सोसायटी हेडाऊ मेमोरियल हाईस्कूल', 'श्री अमरसिंह कॉलेज', श्रीनगर; 'अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय' |
भाषा | अंग्रेज़ी, पंजाबी, उर्दू, फ़ारसी, अरबी और हिन्दी |
अन्य जानकारी | प्राचीन भारतीय इतिहास में मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी की विशेष रुचि है। पुस्तकें पढ़ने और खेलकूद की गतिविधियों में हिस्सा लेने में आप विशेष दिलचस्पी लेते हैं। |
मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी (अंग्रेज़ी: Mohammad Shafi Qureshi ; जन्म- 24 नवम्बर, 1929, श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर) भारत के प्रमुख मुस्लिम राजनीतिज्ञों में से एक हैं। इन्हें जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस पार्टी का संस्थापक माना जाता है। इन्होंने जम्मू-कश्मीर में राजनैतिक गतिविधियों में सक्रिय भाग लिया। नेशनल कान्फ्रेंस को राष्ट्रीय कांग्रेस में बदलने में इनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही थी। मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी ने जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय में वकालत भी की। सन 1965 में आप जम्मू-कश्मीर से राज्य सभा के लिये निर्वाचित हुए। इन्होंने बिहार और मध्य प्रदेश के राज्यपाल का पदभार भी ग्रहण किया था।
जन्म तथा शिक्षा
मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी का जन्म 24 नवम्बर, 1929 को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुआ था। इनके पिता का नाम हाजी मोहम्मद आमिन अब्बासी था। मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी की प्रारंभिक शिक्षा श्रीनगर के 'क्रिश्चियन मिशन सोसायटी हेडाऊ मेमोरियल हाईस्कूल' में हुई थी। इन्होंने 'श्री अमरसिंह कॉलेज', श्रीनगर में शिक्षा प्राप्त कर स्नातक की उपाधि प्राप्त की। 'अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय' से आपने एम.ए. और एल.एल.बी. की उपाधि ग्रहण की।[1]
शैक्षणिक गतिविधियाँ
छात्र जीवन में मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी कुशल खिलाड़ी रहे। उन्होंने खेलकूद, सांस्कृतिक और विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों में सक्रिय भाग लिया। कॉलेज और विश्वविद्यालय की डिवेटिंग सोसायटी के आप अध्यक्ष रहे। ये 'अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय' की स्टूडेंट केविनेट के 1952 से 1954 तक सदस्य रहे और लॉ सोसायटी के सचिव रहे। इन्हें जॉग्रफीकल सोसायटी का उपाध्यक्ष 1954 में बनाया गया। आप जम्मू और कश्मीर स्टूडेंट फेडरेशन के अध्यक्ष भी चुने गए।
विवाह
मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी का विवाह बेगम फ़ातिमा से हुआ। आपके दो पुत्र और तीन पुत्रियां हैं।
बहुमुखी प्रतिभा
छात्र जीवन से ही मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी में बहुमुखी प्रतिभा रही। इनकी मातृभाषा कश्मीरी है तथा आपको अंग्रेज़ी, पंजाबी, उर्दू, फ़ारसी, अरबी और हिन्दी का भी अच्छा ज्ञान है।[1]
राजनीतिक गतिविधियाँ
जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक गतिविधियों में मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी ने सक्रिय भाग लिया। नेशनल कान्फ्रेंस को राष्ट्रीय कांग्रेस में बदलने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही और राष्ट्रीय कांग्रेस के जम्मू और कश्मीर प्रदेश के संस्थापक अध्यक्ष बने। इन्होंने जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय में वकालत भी की और सन 1965 में जम्मू और कश्मीर से राज्य सभा के लिये निर्वाचित हुए। मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी सन 1967, 1971 और 1977 के आम चुनावों में अनन्तनाग लोक सभा चुनाव क्षेत्र से निर्वाचित हुए। आप 28 जनवरी, 1966 से 14 फ़रवरी, 1969 तक केन्द्रीय वाणिज्य उपमंत्री; 15 फ़रवरी, 1969 से 2 मई, 1971 तक केन्द्रीय स्टील एण्ड हेवी इंजीनियरिंग विभाग के उपमंत्री रहे। अक्टूबर, 1974 से मार्च, 1977 तक केन्द्रीय रेल उपमंत्री रहे और 31 जुलाई, 1979 को केन्द्रीय पर्यटन और नागरिक विमानन मंत्री बने।
विदेश यात्राएँ
विभिन्न प्रतिनिधि मण्डलों के प्रतिनिधित्व के रूप में मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी ने अनेक देशों की यात्राएं कीं। संसदीय प्रतिनिधि मण्डल के सदस्य के रूप में इन्होंने अलजीरिया, मोरेक्को, ट्यूनेशिया, सेनगल, मॉरीशस और अन्य देशों की यात्रा की। आपने 'इण्डियन हज डेलीगेशन' का नेतृत्व किया और 1973 में सऊदी अरब और ईराक की यात्रा पर गए। बुल्गारिया, रोमानिया, लीबिया, हंगरी, बेहराईन, ऑस्ट्रेलिया, सीरिया और चीन आदि देशों की भी इन्होंने यात्रा की। मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी ने दिसम्बर, 1991 में मॉरिशस में आयोजित 'वर्ल्ड उर्दू कान्फ्रेंस' में भारतीय प्रतिनिधि मण्डल का नेतृत्व किया।[1]
विभिन्न पदों पर कार्य
मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी 'अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी' के सदस्य, गालिब संस्थान के कोषाध्यक्ष और सचिव, हिन्दुस्तानी अदबी सोसायटी के संरक्षक, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ओल्ड बायज एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा नई दिल्ली की क्रेसेन्ट-एजुकेशनल सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष भी रहे।
अभिरुचि
प्राचीन भारतीय इतिहास में मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी की विशेष रुचि है। पुस्तकें पढ़ने और खेलकूद की गतिविधियों में हिस्सा लेने में आप विशेष दिलचस्पी लेते हैं। इन्होंने क्रिकेट, हॉकी, गोल्फ और विलियर्डस आदि खेलों में हिस्सा लिया है। आप 'कश्मीर गोल्फ क्लब', श्रीनगर; 'अमरसिंह क्लब', श्रीनगर; 'दिल्ली जीमखाना क्लब', 'नई दिल्ली गोल्फ क्लब' के सदस्य और 'वेडमिन्टन एसोसिएशन ऑफ इण्डिया' के अध्यक्ष रहे।
राज्यपाल
मोहम्मद शफ़ी क़ुरैशी ने बिहार के राज्यपाल के रूप में 19 मार्च, 1991 को शपथ ग्रहण की और इस पद पर 13 अगस्त, 1993 तक रहे।[2] आपने 24 जून, 1993 को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया। मध्य प्रदेश राज्यपाल का सम्पूर्ण दायित्व इन्होंने 14 अगस्त, 1993 को ग्रहण किया और 21 अप्रैल, 1996 तक इस पद पर रहे। इसके बाद आप 3 मई, 1996 से 19 जुलाई, 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रहे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 मध्य प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल (हिन्दी) एमपी पोस्ट। अभिगमन तिथि: 20 सितम्बर, 2014।
- ↑ SHRI MOHD. SHAFI QURESHI (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 20 सितम्बर, 2014।
बाहरी कड़ियाँ
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