विन्दवास का युद्ध सर आरकूट के नेतृत्व में अंग्रेज़ों की सेना और काउण्ट द लाली के नेतृत्व में फ़्राँसीसी सेना के बीच 1760 ई. में हुआ था।[1]
- इस युद्ध में फ़्राँसीसियों को निर्णायक रूप से पराजय का सामना करना पड़ा।
- बुसी बन्दी बना लिया गया और काउण्ट द लाली पांडिचेरी भाग गया।
- जनवरी, 1761 ई. में लाली को आत्म समर्पण करने के लिए विवश किया गया।
- विन्दवास के युद्ध में अंग्रेज़ों की विजय ने लम्बे समय से चले आने वाले आंग्ल-फ़्राँसीसी युद्ध का पटाक्षेप कर दिया।
- युद्ध के परिणामस्वरूप भारत में फ़्राँसीसी सत्ता हमेशा के लिए समाप्त हो गई।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 434 |