"आमरी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('*आमरी पाकिस्तान के सिंध में अवस्थित है। इस स्थल क...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
छो (Text replace - " सन " to " सन् ")
 
(4 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 5 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
*आमरी [[पाकिस्तान]] के [[सिंध]] में अवस्थित है। इस स्थल की खोज एन.जी. मजूमदार द्वारा सन [[1929]] ई. में की गई तथा बाद में जीन कजाल ने इस स्थल का उत्खनन कराया।  
'''आमरी''' [[पाकिस्तान]] के [[सिंध]] में स्थित है। इस स्थल की खोज एन.जी. मजूमदार द्वारा सन् [[1929]] ई. में की गई तथा बाद में जीन कजाल ने इस स्थल का [[उत्खनन]] कराया।  
*आमरी की एक विलक्षण बात यह है कि यहाँ प्रागैतिहासिक, सिन्धु पूर्व [[संस्कृति]] और परवर्ती [[सिन्धु सभ्यता]] के बीच संक्रमण का काल परिलक्षित होता है।  
*आमरी की एक विलक्षण बात यह है कि यहाँ प्रागैतिहासिक, सिन्धु पूर्व [[संस्कृति]] और परवर्ती [[सिन्धु सभ्यता]] के बीच संक्रमण का काल परिलक्षित होता है।  
*आमरी में मिले मकानों के अवशेषों से पता चलता है कि लोग पत्थर और मिट्टी की ईंटों के मकानों में रहते थे।  
*आमरी में मिले मकानों के अवशेषों से पता चलता है कि लोग पत्थर और [[मिट्टी]] की [[ईंट (लेखन सामग्री)|ईंटों]] के मकानों में रहते थे।  
*उन्होंने अनाज को रखने के लिये अन्नागार भी बनाए थे।  
*उन्होंने अनाज को रखने के लिये अन्नागार भी बनाए थे।  
*वे मिट्टी के बर्तनों पर भारतीय कुबड़दार बैलों जैसे पशुओं के चित्र बनाते थे।  
*वे मिट्टी के बर्तनों पर भारतीय कुबड़दार बैलों जैसे पशुओं के चित्र बनाते थे।  
*वे चाक पर बने मिट्टी के पात्रों का भी प्रयोग करते थे।  
*वे चाक पर बने मिट्टी के पात्रों का भी प्रयोग करते थे।  
*यहाँ पर [[हड़प्पा सभ्यता|हड़प्पा की सभ्यता]] शुरू होने से पहले ही बस्तियों की क़िलेबन्दी शुरु कर दी गई थी।  
*यहाँ पर [[हड़प्पा सभ्यता|हड़प्पा की सभ्यता]] शुरू होने से पहले ही बस्तियों की क़िलेबन्दी शुरू कर दी गई थी।  
 
 
{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति
|आधार=
|आधार=
पंक्ति 16: पंक्ति 14:
|शोध=
|शोध=
}}
}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
[[Category:नया पन्ना]]
==संबंधित लेख==
{{विदेशी स्थान}}
[[Category:विदेशी स्थान]]
[[Category:इतिहास कोश]]  
__INDEX__
__INDEX__

14:01, 6 मार्च 2012 के समय का अवतरण

आमरी पाकिस्तान के सिंध में स्थित है। इस स्थल की खोज एन.जी. मजूमदार द्वारा सन् 1929 ई. में की गई तथा बाद में जीन कजाल ने इस स्थल का उत्खनन कराया।

  • आमरी की एक विलक्षण बात यह है कि यहाँ प्रागैतिहासिक, सिन्धु पूर्व संस्कृति और परवर्ती सिन्धु सभ्यता के बीच संक्रमण का काल परिलक्षित होता है।
  • आमरी में मिले मकानों के अवशेषों से पता चलता है कि लोग पत्थर और मिट्टी की ईंटों के मकानों में रहते थे।
  • उन्होंने अनाज को रखने के लिये अन्नागार भी बनाए थे।
  • वे मिट्टी के बर्तनों पर भारतीय कुबड़दार बैलों जैसे पशुओं के चित्र बनाते थे।
  • वे चाक पर बने मिट्टी के पात्रों का भी प्रयोग करते थे।
  • यहाँ पर हड़प्पा की सभ्यता शुरू होने से पहले ही बस्तियों की क़िलेबन्दी शुरू कर दी गई थी।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख