तरखान का प्राचीन नाम 'त्र्यक्ष' है, जिसका वर्णन महाभारत, सभापर्व[1] में हुआ है। यह बदख़्शां (द्वयक्ष) के निकट स्थित था।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
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तरखान का प्राचीन नाम 'त्र्यक्ष' है, जिसका वर्णन महाभारत, सभापर्व[1] में हुआ है। यह बदख़्शां (द्वयक्ष) के निकट स्थित था।[2]
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