"बरवानी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''बरवानी''' मध्य प्रदेश राज्य का एक ज़िला और [[ऐतिहासि...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
*बरवानी अपने प्राचीन स्मारकों के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
*बरवानी अपने प्राचीन स्मारकों के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
*5430 वर्ग कि.मी. में फैले बरवानी पर 13वीं शताब्दी में राणा शासकों का अधिकार था।
*5430 वर्ग कि.मी. में फैले बरवानी पर 13वीं शताब्दी में राणा शासकों का अधिकार था।
*चूलगिरी के नाम से विख्यात यहाँ का बावनगंज [[जैन धर्म]] के [[तीर्थ स्थान|तीर्थ स्थलों]] का प्रमुख केन्द्र है।
*चूलगिरी के नाम से विख्यात यहाँ का [[बावनगंज]] [[जैन धर्म]] के [[तीर्थ स्थान|तीर्थ स्थलों]] का प्रमुख केन्द्र है।
*यहाँ की पहाड़ी पर 15वीं शताब्दी में बने 11 मंदिरों को देखा जा सकता है। विश्व की सबसे ऊँची [[ऋषभनाथ तीर्थंकर|आदिनाथ]] की प्रतिमा यहीं स्थापित है।
*यहाँ की पहाड़ी पर 15वीं शताब्दी में बने 11 मंदिरों को देखा जा सकता है। विश्व की सबसे ऊँची [[ऋषभनाथ तीर्थंकर|आदिनाथ]] की प्रतिमा यहीं स्थापित है।<ref>{{cite web |url=http://yatrasalah.com/touristPlaces.aspx?id=412 |title=बरवानी |accessmonthday= 24 अगस्त|accessyear=2012 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language= [[हिन्दी]]}}</ref>


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=609|url=}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>

07:01, 13 अक्टूबर 2012 के समय का अवतरण

बरवानी मध्य प्रदेश राज्य का एक ज़िला और ऐतिहासिक स्थान है, जो पूर्व मध्यकालीन ऐतिहासिक अवशेषों के लिए उल्लेखनीय है। यह नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। बरवानी को 'बडवानी' और 'सिद्ध नगर' नाम से भी जाना जाता है।

  • मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में स्थित बरवानी ज़िला, सतपुडा पहाड़ियों और विन्ध्य वनों से घिरा हुआ है।
  • बरवानी अपने प्राचीन स्मारकों के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
  • 5430 वर्ग कि.मी. में फैले बरवानी पर 13वीं शताब्दी में राणा शासकों का अधिकार था।
  • चूलगिरी के नाम से विख्यात यहाँ का बावनगंज जैन धर्म के तीर्थ स्थलों का प्रमुख केन्द्र है।
  • यहाँ की पहाड़ी पर 15वीं शताब्दी में बने 11 मंदिरों को देखा जा सकता है। विश्व की सबसे ऊँची आदिनाथ की प्रतिमा यहीं स्थापित है।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. बरवानी (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 24 अगस्त, 2012।

संबंधित लेख