"खंदर का क़िला": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(''''खंदर का क़िला''' राजस्थान में सवाई माधोपुर के खंद...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय | |||
|चित्र=Khandar-Fort.jpg | |||
|चित्र का नाम=खंदर क़िला | |||
|विवरण='खंदर का क़िला' [[राजस्थान]] के ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यह '[[रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान]]' के पास स्थित है। | |||
|शीर्षक 1=राज्य | |||
|पाठ 1=[[राजस्थान]] | |||
|शीर्षक 2=ज़िला | |||
|पाठ 2=[[सवाई माधोपुर ज़िला|सवाई माधोपुर]] | |||
|शीर्षक 3=स्थिति | |||
|पाठ 3=सवाई माधोपुर शहर से लगभग 40 कि.मी. की दूरी पर। | |||
|शीर्षक 4= | |||
|पाठ 4= | |||
|शीर्षक 5= | |||
|पाठ 5= | |||
|शीर्षक 6= | |||
|पाठ 6= | |||
|शीर्षक 7= | |||
|पाठ 7= | |||
|शीर्षक 8= | |||
|पाठ 8= | |||
|शीर्षक 9= | |||
|पाठ 9= | |||
|शीर्षक 10= | |||
|पाठ 10= | |||
|संबंधित लेख=[[राजस्थान]], [[राजस्थान का इतिहास]], [[रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान]] | |||
|अन्य जानकारी=क़िला परिसर में कई मंदिरों के अतिरिक्त दो टैंक और सात तालाबों सहित कुछ जल निकाय हैं। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} | |||
'''खंदर का क़िला''' [[राजस्थान]] में [[सवाई माधोपुर]] के खंदर तहसील में स्थित है। यह सवाई माधोपुर में पर्यटकों का मुख्य पर्यटन और आकर्षण केन्द्र है। यह प्राचीन क़िला शहर के केन्द्र से लगभग 40 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। | '''खंदर का क़िला''' [[राजस्थान]] में [[सवाई माधोपुर]] के खंदर तहसील में स्थित है। यह सवाई माधोपुर में पर्यटकों का मुख्य पर्यटन और आकर्षण केन्द्र है। यह प्राचीन क़िला शहर के केन्द्र से लगभग 40 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। | ||
*यह क़िला विश्व प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य '[[रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान]]' के पास स्थित है। | *यह क़िला विश्व प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य '[[रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान]]' के पास स्थित है। | ||
*एक खड़ी पहाड़ी पर स्थित क़िले के प्रवेश द्वार पर तीन बडे दरवाज़ें है। | *एक खड़ी पहाड़ी पर स्थित क़िले के प्रवेश द्वार पर तीन बडे दरवाज़ें है। | ||
*इस क़िले के निर्माण को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन इतना तय है कि 12वीं [[शताब्दी]] में यह क़िला अपनी उन्नति के चरम पर था। | |||
*इस क़िले का निर्माण प्राचीन भारतीय वास्तुशैली में किया गया है। | |||
*ख़तरनाक स्थान पर स्थित होने के कारण खंदर के क़िले पर हमलावर सेनाओं द्वारा आसानी से विजय प्राप्त करना बेहद कठिन था। | *ख़तरनाक स्थान पर स्थित होने के कारण खंदर के क़िले पर हमलावर सेनाओं द्वारा आसानी से विजय प्राप्त करना बेहद कठिन था। | ||
*खंदर के क़िले पर शासन करने वाले राजवंशों में से एक [[मेवाड़]] का [[सिसोदिया वंश]] था। लेकिन बाद में वे [[मुग़ल|मुग़लों]] द्वारा उखाड़ फेंके गये। मुग़लों नें उन्हें क़िले पर क़ब्ज़ा करने के लिए हराया।<ref>{{cite web |url= http://hindi.nativeplanet.com/sawai-madhopur/attractions/khandar-fort/|title= खंदर का क़िला, सवाई माधोपुर|accessmonthday=04 अक्टूबर|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=नेटिव प्लेनेट|language= हिन्दी}}</ref> | *खंदर के क़िले पर शासन करने वाले राजवंशों में से एक [[मेवाड़]] का [[सिसोदिया वंश]] था। लेकिन बाद में वे [[मुग़ल|मुग़लों]] द्वारा उखाड़ फेंके गये। मुग़लों नें उन्हें क़िले पर क़ब्ज़ा करने के लिए हराया।<ref>{{cite web |url= http://hindi.nativeplanet.com/sawai-madhopur/attractions/khandar-fort/|title= खंदर का क़िला, सवाई माधोपुर|accessmonthday=04 अक्टूबर|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=नेटिव प्लेनेट|language= हिन्दी}}</ref> |
10:06, 4 अक्टूबर 2014 के समय का अवतरण
खंदर का क़िला
| |
विवरण | 'खंदर का क़िला' राजस्थान के ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यह 'रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान' के पास स्थित है। |
राज्य | राजस्थान |
ज़िला | सवाई माधोपुर |
स्थिति | सवाई माधोपुर शहर से लगभग 40 कि.मी. की दूरी पर। |
संबंधित लेख | राजस्थान, राजस्थान का इतिहास, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान |
अन्य जानकारी | क़िला परिसर में कई मंदिरों के अतिरिक्त दो टैंक और सात तालाबों सहित कुछ जल निकाय हैं। |
खंदर का क़िला राजस्थान में सवाई माधोपुर के खंदर तहसील में स्थित है। यह सवाई माधोपुर में पर्यटकों का मुख्य पर्यटन और आकर्षण केन्द्र है। यह प्राचीन क़िला शहर के केन्द्र से लगभग 40 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।
- यह क़िला विश्व प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य 'रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान' के पास स्थित है।
- एक खड़ी पहाड़ी पर स्थित क़िले के प्रवेश द्वार पर तीन बडे दरवाज़ें है।
- इस क़िले के निर्माण को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन इतना तय है कि 12वीं शताब्दी में यह क़िला अपनी उन्नति के चरम पर था।
- इस क़िले का निर्माण प्राचीन भारतीय वास्तुशैली में किया गया है।
- ख़तरनाक स्थान पर स्थित होने के कारण खंदर के क़िले पर हमलावर सेनाओं द्वारा आसानी से विजय प्राप्त करना बेहद कठिन था।
- खंदर के क़िले पर शासन करने वाले राजवंशों में से एक मेवाड़ का सिसोदिया वंश था। लेकिन बाद में वे मुग़लों द्वारा उखाड़ फेंके गये। मुग़लों नें उन्हें क़िले पर क़ब्ज़ा करने के लिए हराया।[1]
- क़िला परिसर के अंदर कई मंदिर हैं, जैसे-
- हनुमान मंदिर
- चतुर्भुजा मंदिर
- रानी मंदिर
- गोविन्द देवजी मंदिर
- जगतपालजी मंदिर
- जयंती माता मंदिर
- उपरोक्त के अतिरिक्त परिसर के अंदर दो टैंक और सात तालाबों सहित कुछ जल निकाय हैं।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ खंदर का क़िला, सवाई माधोपुर (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 04 अक्टूबर, 2014।
संबंधित लेख