"इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान": अवतरणों में अंतर
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'''इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान''' [[मुन्नार]], [[केरल]] में स्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान मुन्नार और उसके आस-पास के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। उद्यान मुन्नार से लगभग 15 कि.मी. की दूरी पर स्थित है और लुप्त प्राय प्राणी '[[नीलगिरि ताहर]]' के लिए जाना जाता है। | '''इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान''' ([[अंग्रेज़ी]]:''Eravikulam National Park'') [[मुन्नार]], [[केरल]] में स्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान मुन्नार और उसके आस-पास के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। उद्यान मुन्नार से लगभग 15 कि.मी. की दूरी पर स्थित है और लुप्त प्राय प्राणी '[[नीलगिरि ताहर]]' के लिए जाना जाता है। | ||
*97 वर्ग कि.मी. में फैला इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान [[तितली|तितलियों]], जानवरों और पक्षियों के अनेक दुर्लभ प्रजातियों का बसेरा है। | *97 वर्ग कि.मी. में फैला इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान [[तितली|तितलियों]], जानवरों और पक्षियों के अनेक दुर्लभ प्रजातियों का बसेरा है। |
12:37, 20 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान
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विवरण | 'इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान' लुप्त प्राय प्राणी 'नीलगिरि ताहर' के लिए जाना जाता है। | ||
राज्य | केरल | ||
ज़िला | मुन्नार | ||
भौगोलिक स्थिति | 10° 12′ 0″ उत्तर, 77° 4′ 58.8″ पूर्व | ||
प्रसिद्धि | पर्यटन स्थल | ||
गूगल मानचित्र | |||
संबंधित लेख | केरल, मुन्नार, नीलगिरि ताहर, पश्चिमी घाट | क्षेत्रफल | 97 वर्ग कि.मी. |
अन्य जानकारी | यह उद्यान चाय के बगान और साथ ही लहरदार पर्वतों पर धुन्ध की चादर का एक विस्तृत नज़ारा पेश करता है। |
इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान (अंग्रेज़ी:Eravikulam National Park) मुन्नार, केरल में स्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान मुन्नार और उसके आस-पास के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। उद्यान मुन्नार से लगभग 15 कि.मी. की दूरी पर स्थित है और लुप्त प्राय प्राणी 'नीलगिरि ताहर' के लिए जाना जाता है।
- 97 वर्ग कि.मी. में फैला इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान तितलियों, जानवरों और पक्षियों के अनेक दुर्लभ प्रजातियों का बसेरा है।
- यहाँ ट्रैकिंग के लिए भी सर्वोत्तम स्थान है।
- यह उद्यान चाय के बगान और साथ ही लहरदार पर्वतों पर धुन्ध की चादर का एक विस्तृत नज़ारा पेश करता है।
- नीलकुरिंजी के फूल खिलने से जब पहाड़ों की ढ़ाल नीली चादर से ढ़क जाती हैं, तब यह उद्यान ग्रीष्मकालीन पर्यटन स्थल बन जाता है।
- नीलकुरिंजी का पौधा पश्चिमी घाट के भाग का स्थानीय पौधा है, जिस पर बारह वर्षों में एक बार फूल खिलता है। अंतिम बार यह 2006 में खिला था।
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