"बसंत मनमाना -माखन लाल चतुर्वेदी": अवतरणों में अंतर
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|मृत्यु=[[30 जनवरी]], 1968 ई. | |मृत्यु=[[30 जनवरी]], 1968 ई. | ||
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|मुख्य रचनाएँ=कृष्णार्जुन युद्ध, हिमकिरीटिनी, साहित्य देवता, हिमतरंगिनी, माता, युगचरण, समर्पण, वेणु लो गूँजे धरा, अमीर इरादे, | |मुख्य रचनाएँ=कृष्णार्जुन युद्ध, हिमकिरीटिनी, साहित्य देवता, हिमतरंगिनी, माता, युगचरण, समर्पण, वेणु लो गूँजे धरा, अमीर इरादे, ग़रीब इरादे | ||
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|शीर्षक 1= | |शीर्षक 1= | ||
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धूल पड़ गई है पत्तों पर डालों लटकी किरणें | धूल पड़ गई है पत्तों पर डालों लटकी किरणें | ||
छोटे-छोटे पौधों को चर रहे | छोटे-छोटे पौधों को चर रहे बाग़ में हिरणें, | ||
दोनों हाथ बुढ़ापे के थर-थर काँपे सब ओर | दोनों हाथ बुढ़ापे के थर-थर काँपे सब ओर | ||
किन्तु आँसुओं का होता है कितना पागल ज़ोर- | किन्तु आँसुओं का होता है कितना पागल ज़ोर- |
09:16, 12 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
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चादर-सी ओढ़ कर ये छायाएँ |
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