"गुना, मध्य प्रदेश": अवतरणों में अंतर
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*गुना मध्य प्रदेश के उत्तर में स्थित है। 35 किलोमीटर दूर [[राजस्थान]] की सीमा है। पार्वती नदी मध्य प्रदेश और राजस्थान को अलग करती है। | *गुना मध्य प्रदेश के उत्तर में स्थित है। 35 किलोमीटर दूर [[राजस्थान]] की सीमा है। पार्वती नदी मध्य प्रदेश और राजस्थान को अलग करती है। | ||
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*कोटा और बीना शहर से रेलमार्ग द्वारा यहाँ पहुँचा जा सकता है। शहर में मुख्यतः [[हिन्दू]], [[मुस्लिम]] तथा [[जैन]] समुदाय के लोग निवास करते हैं। | *कोटा और बीना शहर से रेलमार्ग द्वारा यहाँ पहुँचा जा सकता है। शहर में मुख्यतः [[हिन्दू]], [[मुस्लिम]] तथा [[जैन]] समुदाय के लोग निवास करते हैं। | ||
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गुना जिले का वर्तमान मुख्यालय गुना शहर में [[5 नवंबर]] [[1922]] में स्थापित हुआ था। 19वीं सदी के पूर्व गुना ईसागढ़ (अब जिला अशोकनगर में स्थित) जिले का एक छोटा सा गाँव था। ईसागढ, जो कि 250-700 एवं 700-550 पूर्व में स्थित है, को सिंधिया के सेनापति जॉन वेरेस्टर फिलोर्स ने खींचीं राजाओं से जीता एवं प्रभु यीशू के सम्मान में इसका नाम ईसागढ़ रखा।<ref | गुना जिले का वर्तमान मुख्यालय गुना शहर में [[5 नवंबर]] [[1922]] में स्थापित हुआ था। 19वीं सदी के पूर्व गुना ईसागढ़ (अब जिला अशोकनगर में स्थित) जिले का एक छोटा सा गाँव था। ईसागढ, जो कि 250-700 एवं 700-550 पूर्व में स्थित है, को सिंधिया के सेनापति जॉन वेरेस्टर फिलोर्स ने खींचीं राजाओं से जीता एवं प्रभु यीशू के सम्मान में इसका नाम ईसागढ़ रखा।<ref>{{cite web |url= https://gwaliordivisionmp.nic.in/%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8/|title=इतिहास, ग्वालियर|accessmonthday= 14 अगस्त|accessyear=2021 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=gwaliordivisionmp.nic.in |language=हिंदी}}</ref> | ||
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06:19, 14 अगस्त 2021 के समय का अवतरण
गुना (अंग्रेज़ी: Guna) भारतीय राज्य मध्य प्रदेश के गुना ज़िले का एक नगर है। यह गुना ज़िले का मुख्यालय भी है।
स्थिति
- गुना मध्य प्रदेश के उत्तर में स्थित है। 35 किलोमीटर दूर राजस्थान की सीमा है। पार्वती नदी मध्य प्रदेश और राजस्थान को अलग करती है।
- गुना को मालवा का प्रवेश द्वार कहा जाता है और ग्वालियर संभाग में आता है।
- यह नगर 77' देशांतर तथा 25' अक्षांश तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 46 (आगरा-मुम्बई) पर स्थित है।
- कोटा और बीना शहर से रेलमार्ग द्वारा यहाँ पहुँचा जा सकता है। शहर में मुख्यतः हिन्दू, मुस्लिम तथा जैन समुदाय के लोग निवास करते हैं।
इतिहास
गुना जिले का वर्तमान मुख्यालय गुना शहर में 5 नवंबर 1922 में स्थापित हुआ था। 19वीं सदी के पूर्व गुना ईसागढ़ (अब जिला अशोकनगर में स्थित) जिले का एक छोटा सा गाँव था। ईसागढ, जो कि 250-700 एवं 700-550 पूर्व में स्थित है, को सिंधिया के सेनापति जॉन वेरेस्टर फिलोर्स ने खींचीं राजाओं से जीता एवं प्रभु यीशू के सम्मान में इसका नाम ईसागढ़ रखा।[1]
सन 1844 में गुना में ग्वालियर की फौज रहती थी, जिसके विद्रोह करने के कारण सन 1850 में इसे अंग्रेज़ फौज की छावनी में तब्दील किया गया। सन 1922 में छावनी को गुना से ग्वालियर स्थानांतरित कर दिया गया एवं 5 नवंबर, 1922 को जिला मुख्यालय बजरंगढ़ से गुना स्थानांतरित कर दिया गया। सन 1937 में जिले का नाम ईसागढ़ के स्थान पर गुना रखा गया तथा ईसागढ़ एवं बजरंगढ़ को तहसील बनाया गया, जिन्हें बाद में क्रमश: अशोकनगर गुना तहसील के रूप में परिवर्तित किया गया। सन 1948 में राघौगढ़ को तहसील के रूप में शामिल किया गया। 2003 में अशोकनगर को गुना से पृथक कर एक अलग जिला बना दिया गया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ इतिहास, ग्वालियर (हिंदी) gwaliordivisionmp.nic.in। अभिगमन तिथि: 14 अगस्त, 2021।