"तिक्तबिल्व": अवतरणों में अंतर
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*[[मुसलमान|मुसलमानों]] के जावा पर अधिकार होने तक (15वीं शती ईसवी का अंतिम भाग) यहाँ पर [[हिन्दू]] राजा राज करते रहे। | *[[मुसलमान|मुसलमानों]] के जावा पर अधिकार होने तक (15वीं शती ईसवी का अंतिम भाग) यहाँ पर [[हिन्दू]] राजा राज करते रहे। |
07:42, 10 मई 2012 के समय का अवतरण
तिक्तबिल्ब या 'बिल्वतिक्त' जावा में स्थित था। यह मजपहित नामक नगर का प्राचीन भारतीय नाम था। 1294 ई. में इस नगर को जावा की राजधानी बनाया गया था।
- मुसलमानों के जावा पर अधिकार होने तक (15वीं शती ईसवी का अंतिम भाग) यहाँ पर हिन्दू राजा राज करते रहे।
- तिक्तबिल्ब मजपहित का ही संस्कृत अनुवाद है-
मज=बिल्ब, पहित=तिक्त
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 399 |