"बैक्ट्रिया": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replacement - "हिन्दु " to "हिन्दू ")
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
[[चित्र:Demetrios-Coin.jpg|thumb|[[डिमेट्रियस]] का सिक्का, बैक्ट्रिया]]
[[चित्र:Demetrios-Coin.jpg|thumb|[[डिमेट्रियस]] का सिक्का, बैक्ट्रिया]]
'''बैक्ट्रिया''' एक ऐतिहासिक स्थान है जो [[हिंदुकुश|हिन्दु कुश पर्वत श्रंखला]] और अमू दरिया के बीच स्थित है।
'''बैक्ट्रिया''' एक ऐतिहासिक स्थान है जो [[हिंदुकुश|हिन्दू कुश पर्वत श्रंखला]] और अमू दरिया के बीच स्थित है।
*210 ई. पू. के लगभग विशाल [[मौर्य काल|मौर्य साम्राज्य]] की शक्ति क्षीण हो गई थी, और [[कलिंग]], आन्ध्र आदि अनेक देश उसकी अधीनता से मुक्त होकर स्वतंत्र हो गए थे।  
*210 ई. पू. के लगभग विशाल [[मौर्य काल|मौर्य साम्राज्य]] की शक्ति क्षीण हो गई थी, और [[कलिंग]], आन्ध्र आदि अनेक देश उसकी अधीनता से मुक्त होकर स्वतंत्र हो गए थे।  
*वैसे ही इसी काल के लगभग [[सेल्यूकस]] द्वारा स्थापित 'सीरियन साम्राज्य' की शक्ति भी क्षीण होने लग गयी, और उसकी अधीनता से भी अनेक देश मुक्त हो गए।  
*वैसे ही इसी काल के लगभग [[सेल्यूकस]] द्वारा स्थापित 'सीरियन साम्राज्य' की शक्ति भी क्षीण होने लग गयी, और उसकी अधीनता से भी अनेक देश मुक्त हो गए।  

14:41, 7 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

डिमेट्रियस का सिक्का, बैक्ट्रिया

बैक्ट्रिया एक ऐतिहासिक स्थान है जो हिन्दू कुश पर्वत श्रंखला और अमू दरिया के बीच स्थित है।

  • 210 ई. पू. के लगभग विशाल मौर्य साम्राज्य की शक्ति क्षीण हो गई थी, और कलिंग, आन्ध्र आदि अनेक देश उसकी अधीनता से मुक्त होकर स्वतंत्र हो गए थे।
  • वैसे ही इसी काल के लगभग सेल्यूकस द्वारा स्थापित 'सीरियन साम्राज्य' की शक्ति भी क्षीण होने लग गयी, और उसकी अधीनता से भी अनेक देश मुक्त हो गए।
  • सीरियन साम्राज्य की अधीनता से मुक्त हुए इन देशों में 'बैक्ट्रिया' (बाख्त्री) और पार्थिया (पार्थव) के नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
  • बैक्ट्रिया विशाल सीरियन साम्राज्य का एक प्रान्त था, और वहाँ का शासन करने के लिए सीरियन सम्राटों की ओर से क्षत्रपों की नियुक्ति की जाती थी।
  • इस प्रदेश की आबादी में ग्रीक (यवन) लोगों का महत्त्वपूर्ण स्थान था।
  • 250 ई. पू. के लगभग बैक्ट्रिया के क्षत्रप के पद पर डायोडोटस (दियोदोत) नियुक्त था।
  • सीरियन सम्राट की निर्बलता से लाभ उठाकर वह स्वतंत्र हो गया और इस प्रकार बैक्ट्रिया के स्वतंत्र यवन राज्य की स्थापना हुई।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख