(''''उपानन्द''' श्रीकृष्ण के पालक पिता नन्दबाब...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
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*नंदबाबा के बड़े भाई उपानन्द परम बुद्धिमान और सब प्रकार से महाराज नन्द के परामर्शदाता थे। | *नंदबाबा के बड़े भाई उपानन्द परम बुद्धिमान और सब प्रकार से महाराज नन्द के परामर्शदाता थे। | ||
*उपानन्द जी श्रीकृष्ण को अपने प्राणों से भी अधिक प्यार करते थे। इन्हीं उपानन्द के पुत्र सुभद्र थे, जिन्हें श्रीकृष्ण अपने सहोदर ज्येष्ठ भ्राता के समान आदर करते थे। | *उपानन्द जी श्रीकृष्ण को अपने प्राणों से भी अधिक प्यार करते थे। इन्हीं उपानन्द के पुत्र सुभद्र थे, जिन्हें श्रीकृष्ण अपने सहोदर ज्येष्ठ भ्राता के समान आदर करते थे। | ||
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09:43, 8 अप्रैल 2016 के समय का अवतरण
उपानन्द श्रीकृष्ण के पालक पिता नंद के ज्येष्ठ भ्राता थे। इनका निवास ब्रजमण्डल के सहार नामक स्थान पर था।
- नंदबाबा के बड़े भाई उपानन्द परम बुद्धिमान और सब प्रकार से महाराज नन्द के परामर्शदाता थे।
- उपानन्द जी श्रीकृष्ण को अपने प्राणों से भी अधिक प्यार करते थे। इन्हीं उपानन्द के पुत्र सुभद्र थे, जिन्हें श्रीकृष्ण अपने सहोदर ज्येष्ठ भ्राता के समान आदर करते थे।
इन्हें भी देखें: कोकिलावन, ब्रज, कृष्ण एवं मथुरा
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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