"आश्रमक": अवतरणों में अंतर
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'''आश्रमक''' [[मध्य प्रदेश]] [[राज्य]] में [[तमसा नदी]] के [[तट]] पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थान था।<ref>देखें तमसा 2</ref> | |||
*आश्रमक ग्राम का उल्लेख महाराज सर्वनाथ के [[खोह]] अभिलेख 512 ई. में है। | *आश्रमक ग्राम का उल्लेख महाराज सर्वनाथ के [[खोह]] [[अभिलेख]] 512 ई. में है। | ||
*आश्रमक ग्राम को [[विष्णु]] तथा [[सूर्य देव|सूर्य]] के मंदिरों के लिए महाराज सर्वनाथ ने दान में दिया था। | *आश्रमक ग्राम को [[विष्णु]] तथा [[सूर्य देव|सूर्य]] के मंदिरों के लिए महाराज सर्वनाथ ने दान में दिया था। | ||
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आश्रमक मध्य प्रदेश राज्य में तमसा नदी के तट पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थान था।[1]
- आश्रमक ग्राम का उल्लेख महाराज सर्वनाथ के खोह अभिलेख 512 ई. में है।
- आश्रमक ग्राम को विष्णु तथा सूर्य के मंदिरों के लिए महाराज सर्वनाथ ने दान में दिया था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ देखें तमसा 2