"अटेर मध्य प्रदेश": अवतरणों में अंतर
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'''अटेर''' [[मध्य प्रदेश]] के [[ग्वालियर]] में [[चंबल नदी]] के दक्षिणी [[तट]] पर बसा हुआ प्राचीन नगर। | '''अटेर''' [[मध्य प्रदेश]] के [[ग्वालियर]] में [[चंबल नदी]] के [[दक्षिण|दक्षिणी]] [[तट]] पर बसा हुआ प्राचीन नगर। | ||
*अटेर का क़िला नदी की शाखाओं के बीच के एक ऊंचे स्थान पर स्थित है। | *अटेर का क़िला नदी की शाखाओं के बीच के एक ऊंचे स्थान पर स्थित है। | ||
*अटेर का क़िला [[मिट्टी]], [[ईंट (लेखन सामग्री)|ईंट]] और चूने का बना है। | *अटेर का क़िला [[मिट्टी]], [[ईंट (लेखन सामग्री)|ईंट]] और [[चूना पत्थर|चूने]] का बना है। | ||
*एक [[अभिलेख]] के अनुसार इसको भदौरिया राजा [[बदनसिंह]] ने बनवाया था। | *एक [[अभिलेख]] के अनुसार इसको भदौरिया राजा [[बदनसिंह]] ने बनवाया था। | ||
*बदनसिंह के इस लेख में अटेर का प्राचीन नाम [[देवगिरि]] लिखा है। | *बदनसिंह के इस लेख में अटेर का प्राचीन नाम [[देवगिरि]] लिखा है। |
12:28, 27 अप्रैल 2018 का अवतरण
अटेर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में चंबल नदी के दक्षिणी तट पर बसा हुआ प्राचीन नगर।
- अटेर का क़िला नदी की शाखाओं के बीच के एक ऊंचे स्थान पर स्थित है।
- अटेर का क़िला मिट्टी, ईंट और चूने का बना है।
- एक अभिलेख के अनुसार इसको भदौरिया राजा बदनसिंह ने बनवाया था।
- बदनसिंह के इस लेख में अटेर का प्राचीन नाम देवगिरि लिखा है।