"नंदा देवी पर्वत": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''नंदा देवी''' [[पर्वत|पर्वतशिखर]], [[भारत]] के [[उत्तराखंड]] राज्य के अंतर्गत [[गढ़वाल]] ज़िले में स्थित है। यह पर्वत [[हिमालय]] के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र का प्रसिद्ध पर्वतशिखर है। जिसकी चमोली से दूरी 32 मील पूर्व है।
[[चित्र:Nanda-Devi-Peak.jpg|thumb|नंदा देवी पर्वत]]
'''नंदा देवी पर्वत''' [[भारत]] के [[उत्तराखंड]] राज्य के अंतर्गत [[टिहरी गढ़वाल ज़िला|गढ़वाल ज़िले]] में स्थित है। यह पर्वत [[हिमालय]] के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र का प्रसिद्ध [[पर्वत|पर्वतशिखर]] है। जिसकी चमोली से दूरी 32 मील पूर्व है।
*इस पर्वत शिखर में दो जुड़वाँ चोटियाँ हैं, जिनमें से नंदादेवी चोटी समुद्रतल से 25,645¢ ऊँची है।  
*इस पर्वत शिखर में दो जुड़वाँ चोटियाँ हैं, जिनमें से नंदादेवी चोटी समुद्रतल से 25,645¢ ऊँची है।  
*नंदादेवी चोटी चारों ओर से पर्वतीय दीवारों से घिरी है, जो 70 मील की परिधि में फैली हैं।  
*नंदादेवी चोटी चारों ओर से पर्वतीय दीवारों से घिरी है, जो 70 मील की परिधि में फैली हैं।  
*[[1934]] ई. में प्रथम बार इस परिधि में प्रवेश किया गया था।  
*[[1934]] ई. में प्रथम बार इस परिधि में प्रवेश किया गया था।  
*[[अंग्रेज़]]-अमरीकी पर्वतारोही दल ने सर्वप्रथम 1936 ई. में इस पर विजय प्राप्त की थी।  
*[[अंग्रेज़]]-अमरीकी पर्वतारोही दल ने सर्वप्रथम [[1936]] ई. में इस पर विजय प्राप्त की थी।  
*[[हिन्दू|हिंदुओं]] का विश्वास है कि [[शंकर]] भगवान की पत्नी नंद इसी पर्वत पर निवास करती हैं।
*[[हिन्दू|हिंदुओं]] का विश्वास है कि [[शंकर]] भगवान की पत्नी नंद इसी पर्वत पर निवास करती हैं।


{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति
|आधार=
|आधार=
पंक्ति 14: पंक्ति 14:
|शोध=
|शोध=
}}
}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>

05:27, 23 मार्च 2012 का अवतरण

नंदा देवी पर्वत

नंदा देवी पर्वत भारत के उत्तराखंड राज्य के अंतर्गत गढ़वाल ज़िले में स्थित है। यह पर्वत हिमालय के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र का प्रसिद्ध पर्वतशिखर है। जिसकी चमोली से दूरी 32 मील पूर्व है।

  • इस पर्वत शिखर में दो जुड़वाँ चोटियाँ हैं, जिनमें से नंदादेवी चोटी समुद्रतल से 25,645¢ ऊँची है।
  • नंदादेवी चोटी चारों ओर से पर्वतीय दीवारों से घिरी है, जो 70 मील की परिधि में फैली हैं।
  • 1934 ई. में प्रथम बार इस परिधि में प्रवेश किया गया था।
  • अंग्रेज़-अमरीकी पर्वतारोही दल ने सर्वप्रथम 1936 ई. में इस पर विजय प्राप्त की थी।
  • हिंदुओं का विश्वास है कि शंकर भगवान की पत्नी नंद इसी पर्वत पर निवास करती हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख