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*[[चिकमंगलूर]] शहर से 16 कि.मी. की दूरी पर मुल्लयनगिरि स्थित है। | *[[चिकमंगलूर]] शहर से 16 कि.मी. की दूरी पर मुल्लयनगिरि स्थित है। | ||
*इस पहाड़ी के रास्ते में 'सीतालयनगिरी' है, जहाँ भगवान [[शिव]] का एक मन्दिर भी है। | *इस पहाड़ी के रास्ते में 'सीतालयनगिरी' है, जहाँ भगवान [[शिव]] का एक मन्दिर भी है। | ||
*यहाँ के मंदिर की विशेषता यह है कि इसका पानी न तो कम होता है और न ही बढ़ता है। पहाड़ी की चोटी पर एक छोटा-सा अन्य मंदिर भी है। | |||
*साफ मौसम में मुल्ल्यनगिरि के सबसे ऊँचे बिंदु से [[अरब सागर]] दिखाई देता है। | *साफ मौसम में मुल्ल्यनगिरि के सबसे ऊँचे बिंदु से [[अरब सागर]] दिखाई देता है। | ||
*मुल्लयनगिरि [[कर्नाटक]] का प्रमुख ट्रैकिंग स्पॉट है। | *मुल्लयनगिरि [[कर्नाटक]] का प्रमुख ट्रैकिंग स्पॉट है। |
10:21, 8 अगस्त 2012 का अवतरण
मुल्लयनगिरी कर्नाटक में स्थित बाबाबूदान पर्वत श्रृंखला का ही एक भाग है। 1,930 मीटर की ऊँचाई पर स्थित मुल्लयनगिरी, कर्नाटक की सबसे ऊँची चोटी है। यहाँ से सूर्यास्त का नजारा बड़ा ही मनोरम दिखाई देता है।
- चिकमंगलूर शहर से 16 कि.मी. की दूरी पर मुल्लयनगिरि स्थित है।
- इस पहाड़ी के रास्ते में 'सीतालयनगिरी' है, जहाँ भगवान शिव का एक मन्दिर भी है।
- यहाँ के मंदिर की विशेषता यह है कि इसका पानी न तो कम होता है और न ही बढ़ता है। पहाड़ी की चोटी पर एक छोटा-सा अन्य मंदिर भी है।
- साफ मौसम में मुल्ल्यनगिरि के सबसे ऊँचे बिंदु से अरब सागर दिखाई देता है।
- मुल्लयनगिरि कर्नाटक का प्रमुख ट्रैकिंग स्पॉट है।
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