"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/अभ्यास": अवतरणों में अंतर
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{अफ़ग़ानिस्तान स्थित सिंधु सभ्यता का स्थल है-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-61 | {[[अफ़ग़ानिस्तान]] स्थित [[सिंधु सभ्यता]] का स्थल है-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-61 | ||
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-मुंडीगाक | -मुंडीगाक | ||
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{निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-97 | {निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-97 | ||
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- | -[[आनन्द (बौद्ध)|आनन्द]] व [[उपालि]] – [[बुद्ध]] के शिष्य | ||
-सुजाता – कठिन तपश्चर्या के उपरांत बुद्ध को भोजन कराने वाली कन्या | -[[आम्रपाली]] – [[बुद्ध]] की शिष्या | ||
-चुन्द – पावा का सुनार, जिसके द्वारा अर्पित भोजन के कारण बुद्ध की मृत्यु हुई | -[[सुजाता]] – कठिन तपश्चर्या के उपरांत बुद्ध को भोजन कराने वाली कन्या | ||
-चुन्द – [[पावापुरी|पावा]] का सुनार, जिसके द्वारा अर्पित भोजन के कारण [[बुद्ध]] की मृत्यु हुई | |||
+राहुल – बुद्ध का चचेरा भाई | +राहुल – बुद्ध का चचेरा भाई | ||
{निम्नलिखित में से किसे ‘देवान प्रियदशी’ के नाम से भी जाना जाता था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-07 | {निम्नलिखित में से किसे ‘देवान प्रियदशी’ के नाम से भी जाना जाता था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-07 | ||
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+मौर्य सम्राट अशोक | +[[सम्राट अशोक|मौर्य सम्राट अशोक]] | ||
-मौर्य सम्राट चंद्रगुप्त | -[[चंद्रगुप्त मौर्य|मौर्य सम्राट चंद्रगुप्त]] | ||
-गौतम बुद्ध | -[[गौतम बुद्ध]] | ||
-महावीर | -[[महावीर]] | ||
{सातवाहन वंश का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-04 | {[[सातवाहन वंश]] का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-04 | ||
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+सिमुक | +[[सिमुक]] | ||
-शातकर्णी | -शातकर्णी | ||
-गौतमीपुत्र शातकर्णी | -[[गौतमीपुत्र शातकर्णी]] | ||
-वशिष्ठीपुत्र | -[[वशिष्ठीपुत्र पुलुमावी]] | ||
{हर्षवर्धन के समय में कौन-सा चीनी तीर्थ यात्री भारत आया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-07 | {[[हर्षवर्धन]] के समय में कौन-सा चीनी तीर्थ यात्री [[भारत]] आया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-07 | ||
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-फ़ाह्यान | -[[फ़ाह्यान]] | ||
-इत्सिंग | -[[इत्सिंग]] | ||
-मेगस्थनीज़ | -[[मेगस्थनीज़]] | ||
+ | +[[ह्वेनसाँग]] | ||
{किस [[ग्रंथ]] के उल्लेख के आधार पर यह माना जाता है कि म्लेच्छों के अत्याचार से त्रस्त होकर महर्षि वशिष्ठ ने अत्याचारियों के विनाश हेतु आबू पर्वत पर एक [[यज्ञ]] किया एवं यज्ञ के अग्निकुण्ड से चार राजपूत कुलों- परमार, चालुक्य/सोलंकी, प्रतिहार एवं चौहान का जन्म हुआ? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-04 | {किस [[ग्रंथ]] के उल्लेख के आधार पर यह माना जाता है कि म्लेच्छों के अत्याचार से त्रस्त होकर [[वशिष्ठ|महर्षि वशिष्ठ]] ने अत्याचारियों के विनाश हेतु [[आबू पर्वत]] पर एक [[यज्ञ]] किया एवं यज्ञ के अग्निकुण्ड से चार [[राजपूत]] कुलों- [[परमार वंश|परमार]], [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]]/[[सोलंकी वंश|सोलंकी]], [[प्रतिहार साम्राज्य|प्रतिहार]] एवं [[चौहान वंश|चौहान]] का जन्म हुआ? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-04 | ||
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+पृथ्वीराज रासो | +[[पृथ्वीराज रासो]] | ||
-मनुस्मृति | -[[मनुस्मृति]] | ||
-रामायण | -[[रामायण]] | ||
- | -[[राजतरंगिणी]] | ||
{चालुक्यों और पल्लवों के बीच लम्बे समय तक चलने वाले संघर्ष का आरम्भ किसने किया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-06 | {[[चालुक्य राजवंश|चालुक्यों]] और [[पल्लव वंश|पल्लवों]] के बीच लम्बे समय तक चलने वाले संघर्ष का आरम्भ किसने किया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-06 | ||
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+पुलकेशिन द्वितीय | +[[पुलकेशिन द्वितीय]] | ||
- | -[[महेन्द्र वर्मन प्रथम]] | ||
- | -[[नरसिंह वर्मन प्रथम]] | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{निम्नलिखित में से किस ख़िलजी शासक ने दिल्ली के राजसिंहासन पर बैठने के लिए अपने ससुर की हत्या कर दी थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-10 | {निम्नलिखित में से किस [[ख़िलजी वंश|ख़िलजी]] शासक ने [[दिल्ली]] के राजसिंहासन पर बैठने के लिए अपने ससुर की हत्या कर दी थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-10 | ||
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-क़ुतुबुद्दीन ऐबक | -[[क़ुतुबुद्दीन ऐबक]] | ||
-जलालुद्दीन ख़िलजी | -[[जलालुद्दीन ख़िलजी]] | ||
-ग़यासुद्दीन बलबन | -[[ग़यासुद्दीन बलबन]] | ||
+अलाउद्दीन ख़िलजी | +[[अलाउद्दीन ख़िलजी]] | ||
{आलसियों का मूल मंत्र ‘अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम’ का रचयिता कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-55 | {आलसियों का मूल मंत्र ‘अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम’ का रचयिता कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-55 | ||
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-दादू दयाल | -[[दादू दयाल]] | ||
+मलूकदास | +[[मलूकदास]] | ||
-कबीर | -[[कबीर]] | ||
-तुलसीदास | -[[तुलसीदास]] | ||
{ब्रिटिश साम्राज्य के अंतर्गत स्वशासन की माँग सबसे पहले किसने और कब की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-60 | {[[ब्रिटिश साम्राज्य]] के अंतर्गत स्वशासन की माँग सबसे पहले किसने और कब की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-60 | ||
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+दादाभाई नौरोजी ने 1904 ई. में | +[[दादाभाई नौरोजी]] ने [[1904]] ई. में | ||
-गोपाल कृष्ण गोखले ने 1905 ई. में | -[[गोपाल कृष्ण गोखले]] ने [[1905]] ई. में | ||
-मदनमोहन मालवीय ने 1906 ई. में | -[[मदनमोहन मालवीय]] ने [[1906]] ई. में | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{निम्न में से कौन-सा नगर सिंधु सभ्यता का बंदरगाह नगर था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-62 | {निम्न में से कौन-सा नगर [[सिंधु सभ्यता]] का बंदरगाह नगर था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-62 | ||
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-लोथल एवं | -[[लोथल]] एवं [[सुत्कागेनडोर]] | ||
- | -[[अल्लाहदीनों (अरब महासागर)|अल्लाहदीनों]] एवं [[बालाकोट (बलूचिस्तान)|बालाकोट]] | ||
-कुनतासी | -कुनतासी | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
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{निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-99 | {निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-99 | ||
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-गौतम – बुद्ध का गोत्र नाम | -गौतम – [[बुद्ध]] का गोत्र नाम | ||
-सिद्धार्थ – बुद्ध के बचपन का नाम | -[[सिद्धार्थ]] – बुद्ध के बचपन का नाम | ||
-बुद्ध – सम्बोधि (ज्ञान) प्राप्ति के बाद पड़ा नाम | -[[बुद्ध]] – सम्बोधि (ज्ञान) प्राप्ति के बाद पड़ा नाम | ||
+इनमें से कोई नहीं | +इनमें से कोई नहीं | ||
{साँची किस कला व मूर्तिकला का निरूपण करता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-12 | {[[साँची]] किस [[कला]] व [[मूर्तिकला]] का निरूपण करता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-12 | ||
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-जैन | -[[जैन]] | ||
-मुस्लिम | -[[मुस्लिम]] | ||
+बौद्ध | +[[बौद्ध धर्म|बौद्ध]] | ||
-ईसाई | -[[ईसाई धर्म|ईसाई]] | ||
{सातवाहनों ने पहले स्थानीय अधिकारियों के रूप में काम किया था-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-05 | {[[सातवाहन राजवंश|सातवाहनों]] ने पहले स्थानीय अधिकारियों के रूप में काम किया था-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-05 | ||
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-नंदों के अधीन | -[[नंद वंश|नंदों]] के अधीन | ||
+मौर्यों के अधीन | +[[मौर्य वंश|मौर्यों]] के अधीन | ||
-चोलों के अधीन | -[[चोल राजवंश|चोलों]] के अधीन | ||
-चेरों के अधीन | -[[चेर वंश|चेरों]] के अधीन | ||
{निम्न में से किस व्यक्ति को ‘द्वितीय अशोक’ कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-09 | {निम्न में से किस व्यक्ति को ‘द्वितीय अशोक’ कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-09 | ||
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-समुद्रगुप्त | -[[समुद्रगुप्त]] | ||
-चंद्रगुप्त मौर्य | -[[चंद्रगुप्त मौर्य]] | ||
-स्कंदगुप्त | -[[स्कंदगुप्त]] | ||
+हर्षवर्धन | +[[हर्षवर्धन]] | ||
{ | {‘[[ढिल्लिका]]’ ([[दिल्ली]]) नगर की स्थापना किसने की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-05 | ||
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-चौहानों ने | -[[चौहान वंश|चौहानों]] ने | ||
+तोमरों ने | +[[तोमर|तोमरों]] ने | ||
-परमारों ने | -[[परमार वंश|परमारों]] ने | ||
-प्रतिहारों ने | -[[प्रतिहार साम्राज्य|प्रतिहारों]] ने | ||
{चालुक्य-पल्लव संघर्ष के दौरान किसने पुलकेशिन द्वितीय की हत्या कर वातापी पर अधिकार कर लिया तथा ‘वातापीकोण्डा’ (वातापी का विजेता) की उपाधि धारण की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-07 | {[[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]]-[[पल्लव वंश|पल्लव]] संघर्ष के दौरान किसने [[पुलकेशिन द्वितीय]] की हत्या कर [[वातापी कर्नाटक|वातापी]] पर अधिकार कर लिया तथा ‘वातापीकोण्डा’ (वातापी का विजेता) की उपाधि धारण की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-07 | ||
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- | -[[महेन्द्र वर्मन प्रथम]] | ||
+ | +[[नरसिंह वर्मन प्रथम|नरसिंह वर्मन प्रथम ‘महामल्ल’]] | ||
- | -[[महेन्द्र वर्मन द्वितीय|महेन्द्र वर्मन द्वितीय]] | ||
-नरसिंहवर्मन द्वितीय ‘राजसिंह’ | -[[नरसिंह वर्मन द्वितीय|नरसिंहवर्मन द्वितीय ‘राजसिंह’]] | ||
{निम्नलिखित में से किस शासक की पुत्री रज़िया सुल्तान थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-11 | {निम्नलिखित में से किस शासक की पुत्री [[रज़िया सुल्तान]] थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-11 | ||
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+इल्तुतमिश | +[[इल्तुतमिश]] | ||
-क़ुतुबुद्दीन ऐबक | -[[क़ुतुबुद्दीन ऐबक]] | ||
- | -[[शमसुद्दीन क्यूमर्स]] | ||
-बलबन | -[[बलबन]] | ||
{महात्मा गाँधी के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए/जो पीर पराई जाने रे’ के रचयिता कौन थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-56 | {[[महात्मा गाँधी]] के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए/जो पीर पराई जाने रे’ के रचयिता कौन थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-56 | ||
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-वल्लभाचार्य | -[[वल्लभाचार्य]] | ||
-कबीरदास | -[[कबीरदास]] | ||
-सूरदास | -[[सूरदास]] | ||
+नरसी मेहता | +[[नरसी मेहता]] | ||
{किसने कहा था कि “हमें मर्दों की तरह खुलकर कहना चाहिए कि हम अपनी मज्जा तक राजभक्त हैं, हमें अंग्रेज़ी राज्य से हुए फ़ायदों का ज्ञान है”? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-62 | {किसने कहा था कि “हमें मर्दों की तरह खुलकर कहना चाहिए कि हम अपनी मज्जा तक राजभक्त हैं, हमें अंग्रेज़ी राज्य से हुए फ़ायदों का ज्ञान है”? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-62 | ||
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-सुरेंद्रनाथ बनर्जी | -[[सुरेंद्रनाथ बनर्जी]] | ||
- | -[[फिरोज़शाह मेहता]] | ||
+दादाभाई नौरोजी | +[[दादाभाई नौरोजी]] | ||
-महात्मा गाँधी | -[[महात्मा गाँधी]] | ||
{मोहनजोदड़ो से प्राप्त पशुपति शिव/आद्य शिव मुहर में किन-किन जानवरों का अंकन हुआ है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-63 | {[[मोहनजोदड़ो]] से प्राप्त पशुपति शिव/आद्य शिव मुहर में किन-किन जानवरों का अंकन हुआ है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-63 | ||
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-व्याघ्र एवं हाथी | -व्याघ्र एवं [[हाथी]] | ||
-गैंडा एवं भैंसा | -गैंडा एवं भैंसा | ||
-हिरण | -हिरण | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
{किस हड़प्पाकालीन स्थल से प्राप्त जार पर चोंच में मछली दबाए चिड़िया एवं पेड़ के नीचे खड़ी लोमड़ी का चित्रांकन मिलता है, जो | {किस [[हड़प्पा सभ्यता|हड़प्पाकालीन]] स्थल से प्राप्त जार पर चोंच में [[मछली]] दबाए चिड़िया एवं पेड़ के नीचे खड़ी लोमड़ी का चित्रांकन मिलता है, जो ‘[[पंचतंत्र]]’ के लोमड़ी की कहानी के सादृश्य है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-67 | ||
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- | -[[मोहनजोदड़ो]] | ||
+[[लोथल]] | |||
+लोथल | -[[रंगपुर (गुजरात)|रंगपुर]] | ||
-रंगपुर | -इनमें से कोई नहीं | ||
{प्राचीन भारत का वह प्रसिद्ध शासक कौन था, जिसने अपने जीवन के अंतिम दिनों में जैन धर्म को अपना लिया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-13 | {[[प्राचीन भारत]] का वह प्रसिद्ध शासक कौन था, जिसने अपने जीवन के अंतिम दिनों में [[जैन धर्म]] को अपना लिया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-13 | ||
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-बिन्दुसार | -[[बिन्दुसार]] | ||
-समुद्रगुप्त | -[[समुद्रगुप्त]] | ||
-अशोक | -[[अशोक]] | ||
+चंद्रगुप्त मौर्य | +[[चंद्रगुप्त मौर्य]] | ||
{निम्नलिखित में से वह महानतम कुषाण नेता कौन था, जो बौद्ध बन गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-06 | {निम्नलिखित में से वह महानतम [[कुषाण]] नेता कौन था, जो [[बौद्ध]] बन गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-06 | ||
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-कुजुल | -[[कुजुल कडफ़ाइसिस]] | ||
-विम | -[[विम कडफ़ाइसिस]] | ||
+कनिष्क | +[[कनिष्क]] | ||
-वशिष्क | -वशिष्क | ||
{हर्ष एवं पुलकेशिन द्वितीय के मध्य हुए संघर्ष की जानकारी कहाँ से मिलती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-11 | {[[हर्षवर्धन|हर्ष]] एवं [[पुलकेशिन द्वितीय]] के मध्य हुए संघर्ष की जानकारी कहाँ से मिलती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-11 | ||
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+ऐहोल अभिलेख | +[[ऐहोल|ऐहोल अभिलेख]] | ||
- | -[[बाँसखेड़ा|बाँसखेड़ा लेख]] | ||
-हाथीगुम्फ़ा अभिलेख | -[[हाथीगुम्फ़ा शिलालेख|हाथीगुम्फ़ा अभिलेख]] | ||
- | -[[ह्वेनसांग]] के वर्णन से | ||
{निम्नलिखित में से कौन भारत पर आक्रमण करने वाले प्रथम आक्रमणकारी थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-07 | {निम्नलिखित में से कौन [[भारत]] पर आक्रमण करने वाले प्रथम आक्रमणकारी थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-07 | ||
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-अफ़ग़ान | -[[अफ़ग़ान]] | ||
-मंगोल | -[[मंगोल]] | ||
+अरब | +[[अरब]] | ||
-तुर्क | -[[तुर्क]] | ||
{किस चालुक्य शासक ने चेर, चोल व | {किस [[चालुक्य वंश|चालुक्य]] शासक ने [[चेर वंश|चेर]], [[चोल वंश|चोल]] व [[पाण्ड्य राजवंश|पाण्ड्य]] को हराया, जिस कारण उसे "तीनों समुद्रों का स्वामी" ([[बंगाल की खाड़ी]], [[हिन्द महासागर]], [[अरब सागर]]) कहा गया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-08 | ||
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-पुलकेशिन प्रथम | -[[पुलकेशिन प्रथम]] | ||
-पुलकेशिन द्वितीय | -[[पुलकेशिन द्वितीय]] | ||
+विक्रमादित्य प्रथम | +[[विक्रमादित्य प्रथम]] | ||
-विक्रमादित्य द्वितीय | -[[विक्रमादित्य द्वितीय]] | ||
{मुहम्मद ग़ोरी विजित प्रदेशों की देखभाल के लिए निम्नलिखित में से अपने किस विश्वसनीय जनरल को भारत छोड़कर गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-12 | {[[मुहम्मद ग़ोरी]] विजित प्रदेशों की देखभाल के लिए निम्नलिखित में से अपने किस विश्वसनीय जनरल को [[भारत]] छोड़कर गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-12 | ||
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+क़ुतुबुद्दीन ऐबक | +[[क़ुतुबुद्दीन ऐबक]] | ||
-नासिरुद्दीन | -[[नासिरुद्दीन महमूदशाह]] | ||
-इल्तुतमिश | -[[इल्तुतमिश]] | ||
-मलिक काफ़ूर | -[[मलिक काफ़ूर]] | ||
{नरसी मेहता किस प्रांत के प्रसिद्ध संत थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-57 | {[[नरसी मेहता]] किस प्रांत के प्रसिद्ध [[संत]] थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-57 | ||
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-महाराष्ट्र | -[[महाराष्ट्र]] | ||
-राजस्थान | -[[राजस्थान]] | ||
+गुजरात | +[[गुजरात]] | ||
-बिहार | -[[बिहार]] | ||
{किसने उदारवादियों के सम्बंध में कहा- “अपनी शिकायतों का निवारण करने तथा रियायत पाने के लिए उन्होंने 20 साल से अधिक समय कमोबेश जो आंदोलन चलाया, उसमें उन्हें रोटियों के बजाए पत्थर मिले”? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-64 | {किसने उदारवादियों के सम्बंध में कहा- “अपनी शिकायतों का निवारण करने तथा रियायत पाने के लिए उन्होंने 20 साल से अधिक समय कमोबेश जो आंदोलन चलाया, उसमें उन्हें रोटियों के बजाए पत्थर मिले”? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-64 | ||
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+लाला लाजपत राय | +[[लाला लाजपत राय]] | ||
-बाल गंगाधर तिलक | -[[बाल गंगाधर तिलक]] | ||
-अरविंद घोष | -[[अरविंद घोष]] | ||
-विपिन चंद्र पाल | -[[विपिन चंद्र पाल]] | ||
{निम्न में से किस हड़प्पाकालीन स्थल से ‘पुजारी की प्रस्तर मूर्ति’ प्राप्त हुई है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-01;प्रश्न-65 | {निम्न में से किस [[हड़प्पा सभ्यता|हड़प्पाकालीन]] स्थल से ‘पुजारी की प्रस्तर मूर्ति’ प्राप्त हुई है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-01;प्रश्न-65 | ||
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+हड़प्पा | +[[हड़प्पा]] | ||
-मोहनजोदड़ो | -[[मोहनजोदड़ो]] | ||
-लोथल | -[[लोथल]] | ||
-रंगपुर | -[[रंगपुर (गुजरात)|रंगपुर]] | ||
{स्वातंत्र्योत्तर भारत में सबसे अधिक संख्या में हड़प्पायुगीन स्थलों की खोज किस प्रांत में हुई है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-68 | {स्वातंत्र्योत्तर भारत में सबसे अधिक संख्या में हड़प्पायुगीन स्थलों की खोज किस प्रांत में हुई है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-68 | ||
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+गुजरात | +[[गुजरात]] | ||
-राजस्थान | -[[राजस्थान]] | ||
-पंजाब और हरियाणा | -[[पंजाब]] और [[हरियाणा]] | ||
-उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश | -उत्तर-पश्चिमी [[उत्तर प्रदेश]] | ||
{मौर्य साम्राज्य में प्रचलित मुद्रा को क्या कहा जाता था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-15 | {[[मौर्य साम्राज्य]] में प्रचलित मुद्रा को क्या कहा जाता था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-15 | ||
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-तोल | -तोल | ||
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+पण | +पण | ||
{कुषाण काल के दौरान मूर्तिकला की गांधार शैली निम्नलिखित में से किसका मिश्रणहै? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-07 | {[[कुषाण काल]] के दौरान [[मूर्तिकला]] की [[गांधार मूर्तिकला शैली|गांधार शैली]] निम्नलिखित में से किसका मिश्रणहै? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-07 | ||
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-भारत-इस्लाम | -[[भारत]]-[[इस्लाम]] | ||
-भारत- | -भारत-[[ईरान]] | ||
-भारत-चीन | -भारत-[[चीन]] | ||
+भारत-ग्रीक (यूनानी) | +[[भारत]]-ग्रीक ([[यूनानी]]) | ||
{‘प्रतापशील’, ‘हुण हरिण केसरी’, ‘महाराजाधिराज’ नामक उपाधियाँ निम्न में से किसकी थीं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-12 | {‘प्रतापशील’, ‘हुण हरिण केसरी’, ‘महाराजाधिराज’ नामक उपाधियाँ निम्न में से किसकी थीं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-12 | ||
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- | -नरववर्धन | ||
+ | +[[प्रभाकरवर्धन]] | ||
-आदित्यवर्धन | -आदित्यवर्धन | ||
-राज्यवर्धन | -[[राज्यवर्धन]] | ||
{वर्ष 1100 ई. में निर्मित मंदिर जो भुवनेश्वर के अन्य मंदिरों पर प्रधानता रखता है, कौन-सा है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-10 | {[[वर्ष]] 1100 ई. में निर्मित मंदिर जो [[भुवनेश्वर]] के अन्य मंदिरों पर प्रधानता रखता है, कौन-सा है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-10 | ||
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-राजा रानी मंदिर | -राजा रानी मंदिर | ||
-कन्दारिया महादेव | -[[कन्दारिया महादेव मन्दिर|कन्दारिया महादेव]] | ||
+त्रिभुवनेश्वर लिंगराज | +[[लिंगराज मन्दिर|त्रिभुवनेश्वर लिंगराज]] | ||
-मुक्तेश्वर | -[[मुक्तेश्वर मन्दिर|मुक्तेश्वर]] | ||
{श्रीलंका पर विजय प्राप्त करने वाला चोल वंश का सबसे प्रतापी राजा कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-09 | {[[श्रीलंका]] पर विजय प्राप्त करने वाला [[चोल वंश]] का सबसे प्रतापी राजा कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-09 | ||
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-राजराज प्रथम | -[[राजराज प्रथम]] | ||
+ | +[[राजेन्द्र प्रथम]] | ||
- | -[[राजेन्द्र द्वितीय]] | ||
-विक्रम चोल | -[[विक्रम चोल]] | ||
{तराइन के द्वितीय युद्ध में किसने किसको पराजित किया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-14 | {[[तराइन का द्वितीय युद्ध|तराइन के द्वितीय युद्ध]] में किसने किसको पराजित किया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-14 | ||
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-पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद ग़ोरी को | -[[पृथ्वीराज चौहान]] ने [[मुहम्मद ग़ोरी]] को | ||
-महमूद ग़ज़नवी ने पृथ्वीराज चौहान को | -[[महमूद ग़ज़नवी]] ने पृथ्वीराज चौहान को | ||
-पृथ्वीराज चौहान ने महमूद ग़ज़नवी को | -पृथ्वीराज चौहान ने [[महमूद ग़ज़नवी]] को | ||
+मुहम्मद ग़ोरी ने पृथ्वीराज चौहान को | +[[मुहम्मद ग़ोरी]] ने [[पृथ्वीराज चौहान]] को | ||
{मुग़ल शासक मुहम्मदशाह ‘रंगीला’ किस सम्प्रदाय का अनुयायी था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-58 | {[[मुग़ल]] शासक मुहम्मदशाह ‘रंगीला’ किस सम्प्रदाय का अनुयायी था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-58 | ||
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-राधावल्लभ | -[[राधावल्लभ सम्प्रदाय|राधावल्लभ]] | ||
+शिव नारायण | +शिव नारायण | ||
-एकशरण | -एकशरण | ||
-सतनामी | -सतनामी | ||
{1897 में किसकी गिरफ़्तारी के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक नया मोड़ आया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-66 | {[[1897]] ई. में किसकी गिरफ़्तारी के बाद [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] में एक नया मोड़ आया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-66 | ||
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+बाल गंगाधर तिलक | +[[बाल गंगाधर तिलक]] | ||
-गोपाल कृष्ण गोखले | -[[गोपाल कृष्ण गोखले]] | ||
-मदनमोहन मालवीय | -[[मदनमोहन मालवीय]] | ||
-ईश्वरचंद्र विद्यासागर | -[[ईश्वरचंद्र विद्यासागर]] | ||
{किस सिंधुकालीन स्थल से एक ईंट पर बिल्ली का पीछा करते हुए कुत्ते के पंजों के निशान मिले हैं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-66 | {किस [[सिंधु सभ्यता|सिंधुकालीन]] स्थल से एक ईंट पर बिल्ली का पीछा करते हुए कुत्ते के पंजों के निशान मिले हैं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-66 | ||
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-हड़प्पा | -[[हड़प्पा]] | ||
-मोहनजोदड़ो | -[[मोहनजोदड़ो]] | ||
+ | +[[चन्हूदड़ों]] | ||
-लोथल | -[[लोथल]] | ||
{निम्नलिखित में से कौन-सी फ़सल हड़प्पाकालीन लोगों द्वारा उत्पादित नहीं थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-69 | {निम्नलिखित में से कौन-सी फ़सल [[हड़प्पा सभ्यता|हड़प्पाकालीन]] लोगों द्वारा उत्पादित नहीं थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-69 | ||
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-जौ | -[[जौ]] | ||
+दालें | +[[दाल|दालें]] | ||
-चावल | -[[चावल]] | ||
-गेहूँ | -[[गेहूँ]] | ||
{निम्नलिखित में से कौन मौर्य वंश का शासक नहीं था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-16 | {निम्नलिखित में से कौन [[मौर्य वंश]] का शासक नहीं था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-16 | ||
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+अजातशत्रु | +[[अजातशत्रु]] | ||
-चंद्रगुप्त मौर्य | -[[चंद्रगुप्त मौर्य]] | ||
-अशोक | -[[अशोक]] | ||
-बिंदुसार | -[[बिंदुसार]] | ||
{निम्नलिखित में से कनिष्क की राजधानी कौन-सी थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-18;प्रश्न-08 | {निम्नलिखित में से [[कनिष्क]] की राजधानी कौन-सी थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-18;प्रश्न-08 | ||
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+पुरुषपुर | +[[पुरुषपुर]] | ||
-बनारस | -[[बनारस]] | ||
-इलाहाबाद | -[[इलाहाबाद]] | ||
-सारनाथ | -[[सारनाथ]] | ||
{सम्राट हर्ष ने अपनी राजधानी थानेश्वर से कहाँ स्थानांतरित की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-13 | {[[हर्षवर्धन|सम्राट हर्ष]] ने अपनी राजधानी [[थानेश्वर]] से कहाँ स्थानांतरित की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-13 | ||
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-प्रयाग | -[[प्रयाग]] | ||
-दिल्ली | -[[दिल्ली]] | ||
+कन्नौज | +[[कन्नौज]] | ||
-राजगृह | -[[राजगृह]] | ||
{बौद्ध, जैन एवं ब्राह्मण धर्मों में कौन-सी धारणा एक जैसी है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-28;प्रश्न-39 | {[[बौद्ध धर्म|बौद्ध]], [[जैन]] एवं ब्राह्मण धर्मों में कौन-सी धारणा एक जैसी है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-28;प्रश्न-39 | ||
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+कर्मवाद का सिद्धांत | +कर्मवाद का सिद्धांत | ||
-आत्मा की अनश्वरता | -[[आत्मा]] की अनश्वरता | ||
-ईश्वर में विश्वास | -ईश्वर में विश्वास | ||
-कठोर तप/वैराग्य | -कठोर तप/वैराग्य | ||
{पहाड़ी काटकर एलोरा के विश्वविख्यात कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण किसने करवाया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-10 | {पहाड़ी काटकर [[एलोरा]] के विश्वविख्यात [[कैलाश मंदिर, एलोरा|कैलाशनाथ मंदिर]] का निर्माण किसने करवाया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-10 | ||
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+कदम्बों ने | +[[कदम्ब वंश|कदम्बों]] ने | ||
-राष्ट्रकूटों ने | -[[राष्ट्रकूट वंश|राष्ट्रकूटों]] ने | ||
-चोलों ने | -[[चोल वंश|चोलों]] ने | ||
-चेरों ने | -[[चेर वंश|चेरों]] ने | ||
{निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा सही रूप में सुमेलित है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-42;प्रश्न-137 | {निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा सही रूप में सुमेलित है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-42;प्रश्न-137 | ||
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+ | +[[दीवान-ए-बंदगान]] – [[फ़िरोज़शाह तुग़लक़]] | ||
-दीवान-ए-मुस्तखराज – बलबन | -दीवान-ए-मुस्तखराज – [[बलबन]] | ||
-दीवान-ए-कोही – अलाउद्दीन ख़िलजी | -दीवान-ए-कोही – [[अलाउद्दीन ख़िलजी]] | ||
-दीवान-ए-अर्ज – मुहम्मद तुग़लक़ | -दीवान-ए-अर्ज – [[मुहम्मद तुग़लक़]] | ||
{‘असम का चैतन्य’ किसे कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-59 | {‘असम का चैतन्य’ किसे कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-59 | ||
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+शंकरदेव | +[[शंकरदेव]] | ||
-शिवनारायण | -शिवनारायण | ||
-दरिया साहेब | -दरिया साहेब | ||
-लालगिर | -लालगिर | ||
{निम्नलिखित में से किसने | {निम्नलिखित में से किसने ‘[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]]’ की नरमदलीय राजनीति की व्यवस्थित आलोचना ‘न्यू लैंप्स फ़ॉर ओल्ड’ शीर्षक लेखों की शृंखला में की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-67 | ||
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+अरविंद घोष | +[[अरविंद घोष]] | ||
-आर. सी. दत्त | -[[आर. सी. दत्त]] | ||
-वीर राघवाचार्य | -वीर राघवाचार्य | ||
-सर सैयद अहमद | -[[सर सैयद अहमद ख़ाँ]] | ||
</quiz> | </quiz> | ||
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10:20, 20 जुलाई 2014 का अवतरण
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