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*इन्द्र ने अपाला से सोम प्राप्त किया और उसे आशीर्वाद दिया। | *इन्द्र ने अपाला से सोम प्राप्त किया और उसे आशीर्वाद दिया। | ||
*इससे उसका कुष्ट रोग दूर हो गया। साथ ही पिता का गंजापन भी मिट गया। | *इससे उसका कुष्ट रोग दूर हो गया। साथ ही पिता का गंजापन भी मिट गया। | ||
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07:28, 28 दिसम्बर 2010 का अवतरण
- ॠग्वेद में वर्णित एक ब्रह्मवादिनी स्त्री जो अत्रि ॠषि की पुत्री थीं।
- कुष्ट रोग से पीड़ित हो जाने पर यह अपने पिता की आज्ञा से इन्द्र को प्रसन्न करने के लिए तप करने लगी।
- सोम को इन्द्र की प्रिय वस्तु जानकर इसने नदी के किनारे उसे खोज लिया।
- इन्द्र ने अपाला से सोम प्राप्त किया और उसे आशीर्वाद दिया।
- इससे उसका कुष्ट रोग दूर हो गया। साथ ही पिता का गंजापन भी मिट गया।
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