"हिंदूकुश": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Adding category Category:पर्वत (को हटा दिया गया हैं।))
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
हिन्दूकुश पर्वत श्रंखला [[अफ़ग़ानिस्तान]] और पाकिस्तान के मध्य स्थित हैं। हिन्दूकुश नाम अरबी भाषा में "भारत के पहाड़" का अर्थ रखता हैं। कराकोरम श्रंखला पामिर पहाड़ का पश्चिम उत्तर विस्तार है, और यह [[हिमालय]] पर्वत की उप-श्रंखला हैं। यह विश्व की जनसंख्या का भौगोलिक मध्य बिन्दु भी माना जाता हैं। बामयान शहर मध्य अफ़ग़ानिस्तान के हज़रजत सूबे में बड़ा शहर एंव राजधानी हैं। यह [[क़ाबुल]] से लगभग 240 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित हैं। तालिबान द्वारा सन 2001 में तोप से उड़ाए जाने से पहले बामयान में [[बुद्ध]] की प्रतिमा लगभग 2000 वर्ष तक स्थापित रही। बामयान तैल चित्रों की प्राचीनतम संग्रह स्थली हैं।
हिन्दूकुश पर्वत श्रंखला [[अफ़ग़ानिस्तान]] और पाकिस्तान के मध्य स्थित हैं। हिन्दूकुश नाम अरबी भाषा में "भारत के पहाड़" का अर्थ रखता हैं। कराकोरम श्रंखला पामिर पहाड़ का पश्चिम उत्तर विस्तार है, और यह [[हिमालय]] पर्वत की उप-श्रंखला हैं। यह विश्व की जनसंख्या का भौगोलिक मध्य बिन्दु भी माना जाता हैं। बामयान शहर मध्य अफ़ग़ानिस्तान के हज़रजत सूबे में बड़ा शहर एंव राजधानी हैं। यह [[क़ाबुल]] से लगभग 240 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित हैं। तालिबान द्वारा सन 2001 में तोप से उड़ाए जाने से पहले बामयान में [[बुद्ध]] की प्रतिमा लगभग 2000 वर्ष तक स्थापित रही। बामयान तैल चित्रों की प्राचीनतम संग्रह स्थली हैं।
 
==संबंधित लेख==
 
{{विदेशी स्थान}}
 
 
[[Category:विदेशी_स्थान]][[Category:भूगोल_कोश]]
[[Category:विदेशी_स्थान]][[Category:भूगोल_कोश]]
[[Category:पर्वत]]
[[Category:पर्वत]]
__INDEX__
__INDEX__

13:34, 24 दिसम्बर 2010 का अवतरण

हिन्दूकुश पर्वत श्रंखला अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के मध्य स्थित हैं। हिन्दूकुश नाम अरबी भाषा में "भारत के पहाड़" का अर्थ रखता हैं। कराकोरम श्रंखला पामिर पहाड़ का पश्चिम उत्तर विस्तार है, और यह हिमालय पर्वत की उप-श्रंखला हैं। यह विश्व की जनसंख्या का भौगोलिक मध्य बिन्दु भी माना जाता हैं। बामयान शहर मध्य अफ़ग़ानिस्तान के हज़रजत सूबे में बड़ा शहर एंव राजधानी हैं। यह क़ाबुल से लगभग 240 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित हैं। तालिबान द्वारा सन 2001 में तोप से उड़ाए जाने से पहले बामयान में बुद्ध की प्रतिमा लगभग 2000 वर्ष तक स्थापित रही। बामयान तैल चित्रों की प्राचीनतम संग्रह स्थली हैं।

संबंधित लेख