"बामियान": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - " सदी " to " सदी ") |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:Bamiyan-Buddha-Statue.jpg|thumb|[[बुद्ध]] मूर्ति, बामियान]] | [[चित्र:Bamiyan-Buddha-Statue.jpg|thumb|[[बुद्ध]] मूर्ति, बामियान]] | ||
'''बामियान''' [[क़ाबुल]] ([[अफ़ग़ानिस्तान]]) के निकट स्थित है। | |||
*[[पाणिनि]] की [[अष्टाध्यायी]] के अनुसार इस स्थान का नाम 'वर्मती' था। | *[[पाणिनि]] की [[अष्टाध्यायी]] के अनुसार इस स्थान का नाम 'वर्मती' था। | ||
*यहाँ से बौद्धकालीन अवशेष प्राप्त हुये हैं। | *यहाँ से बौद्धकालीन [[अवशेष]] प्राप्त हुये हैं। | ||
[[चित्र:Bamiyan-Buddha-Statue-2.jpg|left|thumb|[[बुद्ध]] मूर्ति, बामियान]] | [[चित्र:Bamiyan-Buddha-Statue-2.jpg|left|thumb|[[बुद्ध]] मूर्ति, बामियान]] | ||
*यह स्थान मध्ययुग से पूर्व बौद्ध विद्वानों तथा विहारों के लिये प्रसिद्ध था। | *यह स्थान मध्ययुग से पूर्व बौद्ध विद्वानों तथा विहारों के लिये प्रसिद्ध था। | ||
*यहाँ के बौद्ध विहारों पर भित्तिचित्र बनाये गये थे। | *यहाँ के [[बौद्ध]] विहारों पर भित्तिचित्र बनाये गये थे। | ||
*पाँचवी-छठी शताब्दी में यह स्थान [[हूण|हूणों]] के आधिपत्य में रहा। | *पाँचवी-छठी शताब्दी में यह स्थान [[हूण|हूणों]] के आधिपत्य में रहा। | ||
*यह स्थल काफ़ी समय तक भारतीय सांस्कृतिक परम्परा से जुड़ा रहा। | *यह स्थल काफ़ी समय तक [[भारत की संस्कृति|भारतीय सांस्कृतिक]] परम्परा से जुड़ा रहा। | ||
*बीसवीं [[सदी]] में यहाँ से कुछ चित्र हटाकर यूरोपीय संग्रहालयों में रख दिये गये थे, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये। | *बीसवीं [[सदी]] में यहाँ से कुछ चित्र हटाकर यूरोपीय संग्रहालयों में रख दिये गये थे, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये। | ||
09:45, 22 फ़रवरी 2012 का अवतरण
बामियान क़ाबुल (अफ़ग़ानिस्तान) के निकट स्थित है।
- पाणिनि की अष्टाध्यायी के अनुसार इस स्थान का नाम 'वर्मती' था।
- यहाँ से बौद्धकालीन अवशेष प्राप्त हुये हैं।
- यह स्थान मध्ययुग से पूर्व बौद्ध विद्वानों तथा विहारों के लिये प्रसिद्ध था।
- यहाँ के बौद्ध विहारों पर भित्तिचित्र बनाये गये थे।
- पाँचवी-छठी शताब्दी में यह स्थान हूणों के आधिपत्य में रहा।
- यह स्थल काफ़ी समय तक भारतीय सांस्कृतिक परम्परा से जुड़ा रहा।
- बीसवीं सदी में यहाँ से कुछ चित्र हटाकर यूरोपीय संग्रहालयों में रख दिये गये थे, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये।
|
|
|
|
|