"साँचा:फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की रचनाएँ": अवतरणों में अंतर

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|रचना 25=ख़ुदा वो वक़्त न लाये कि सोगवार
|रचना 25=ख़ुदा वो वक़्त न लाये कि सोगवार
|रचना 26= गुलों में रंग भरे, बादे-नौबहार चले  
|रचना 26= गुलों में रंग भरे, बादे-नौबहार चले  
|रचना 27= मेरी तेरी निगाह में जो लाख इंतज़ार
|रचना 27= मेरी तेरी निगाह में जो लाख
|रचना 28=मेरे दिल ये तो फ़क़त एक घड़ी है
|रचना 28=मेरे दिल ये तो फ़क़त एक घड़ी है
|रचना 29= तुम मेरे पास रहो
|रचना 29= तुम मेरे पास रहो
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|रचना 34= कोई आशिक़ किसी महबूब से  
|रचना 34= कोई आशिक़ किसी महबूब से  
|रचना 35=आइए हाथ उठाएँ हम भी
|रचना 35=आइए हाथ उठाएँ हम भी
|रचना 36=दोनों जहान तेरी मुहब्बत में हार के
|रचना 36=दोनों जहान तेरी मुहब्बत में
|रचना 37= मेरे दिल मेरे मुसाफ़िर
|रचना 37= मेरे दिल मेरे मुसाफ़िर
|रचना 38= नहीं निगाह में मंज़िल तो जुस्तजू ही सही
|रचना 38= नहीं निगाह में मंज़िल तो जुस्तजू
|रचना 39=न गँवाओ नावके-नीमकश, दिले-रेज़ा रेज़ा
|रचना 39=न गँवाओ नावके-नीमकश
|रचना 40=नसीब आज़माने के दिन आ रहे हैं
|रचना 40=नसीब आज़माने के दिन आ रहे हैं
|रचना 41=तनहाई  
|रचना 41=तनहाई  
|रचना 42= फिर हरीफ़े-बहार हो बैठे  
|रचना 42= फिर हरीफ़े-बहार हो बैठे  
|रचना 43=नज़्रे ग़ालिब  
|रचना 43=नज़्रे ग़ालिब  
|रचना 44= फिर लौटा है ख़ुरशीदे-जहांताब सफ़र से
|रचना 44= फिर लौटा है ख़ुरशीदे-जहांताब
|रचना 45=फ़िक्रे-दिलदारी-ए-गुलज़ार करूँ या न करूँ
|रचना 45=फ़िक्रे-दिलदारी-ए-गुलज़ार करूँ
|रचना 46=बात बस से निकल चली है
|रचना 46=बात बस से निकल चली है
|रचना 47=इन्तिसाब
|रचना 47=इन्तिसाब
पंक्ति 52: पंक्ति 52:
|रचना 49=सोचने दो
|रचना 49=सोचने दो
|रचना 50=बेदम हुए बीमार दवा क्यों नही देते
|रचना 50=बेदम हुए बीमार दवा क्यों नही देते
|रचना 51=बहुत मिला न मिला ज़िन्दगी से ग़म क्या है
|रचना 51=बहुत मिला न मिला ज़िन्दगी से
|रचना 52=मौज़ू-ए-सुख़न
|रचना 52=मौज़ू-ए-सुख़न
|रचना 53=पास रहो
|रचना 53=पास रहो
पंक्ति 76: पंक्ति 76:
|रचना 73=मन्ज़र
|रचना 73=मन्ज़र
|रचना 74= शहर में चाके गिरेबाँ हुए नापैद अबके
|रचना 74= शहर में चाके गिरेबाँ हुए नापैद अबके
|रचना 75=रंग पैराहन का, ख़ुश्बू जुल्फ़ लहराने का नाम
|रचना 75=रंग पैराहन का, ख़ुश्बू जुल्फ़ लहराने
|रचना 76= वफ़ाये वादा नहीं, वादये दिगर भी नहीं
|रचना 76= वफ़ाये वादा नहीं, वादये दिगर
|रचना 77=हर सम्त परीशाँ तेरी आमद के क़रीने
|रचना 77=हर सम्त परीशाँ तेरी आमद के क़रीने
|रचना 78= क़र्ज़े-निगाहे-यार अदा कर चुके हैं हम
|रचना 78= क़र्ज़े-निगाहे-यार अदा कर चुके
|रचना 79=कब याद में तेरा साथ नहीं
|रचना 79=कब याद में तेरा साथ नहीं
|रचना 80=हम पर तुम्हारी चाह का इल्ज़ाम ही तो है
|रचना 80=हम पर तुम्हारी चाह का इल्ज़ाम
|रचना 81=जमेगी कैसे बिसाते याराँ  
|रचना 81=जमेगी कैसे बिसाते याराँ  
|रचना 82=शफ़क़ की राख में जल बुझ गया
|रचना 82=शफ़क़ की राख में जल बुझ गया
पंक्ति 92: पंक्ति 92:
|रचना 89= ख़त्म हुई बारिशे संग
|रचना 89= ख़त्म हुई बारिशे संग
|रचना 90= मेरे दर्द को जो ज़बाँ मिले
|रचना 90= मेरे दर्द को जो ज़बाँ मिले
|रचना 91= जैसे हम-बज़्म हैं फिर यारे-तरहदार
|रचना 91= जैसे हम-बज़्म हैं फिर यारे
|रचना 92=
|रचना 92=
|रचना 93=
|रचना 93=

10:00, 20 जून 2013 का अवतरण