"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/अभ्यास": अवतरणों में अंतर
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-गोमेद एवं चर्ट | -गोमेद एवं चर्ट | ||
-[[मिट्टी]] एवं [[ताँबा]] | -[[मिट्टी]] एवं [[ताँबा]] | ||
||{{seealso|मोहनजोदाड़ो|चन्हूदड़ों|लोथल}} | |||
{निम्न में से कौन-सा एक [[ | {निम्न में से कौन-सा एक [[सिकन्दर]] के आक्रमण का प्रभाव नहीं था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-09;प्रश्न-43 | ||
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-इस आक्रमण ने [[भारत]] और [[यूनान]] के बीच प्रत्यक्ष सम्पर्क स्थापित करवाया | -इस आक्रमण ने [[भारत]] और [[यूनान]] के बीच प्रत्यक्ष सम्पर्क स्थापित करवाया | ||
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-सिकंदर अनेक उपनिवेशों की स्थापना के लिए उत्तरदायी था | -सिकंदर अनेक उपनिवेशों की स्थापना के लिए उत्तरदायी था | ||
+[[सिकंदर]] ने [[भारत]] को [[यूनान]] की रियासत बनाया | +[[सिकंदर]] ने [[भारत]] को [[यूनान]] की रियासत बनाया | ||
||{{seealso|सेल्यूकस|मिलिन्द|डिमेट्रियस|डेरियस प्रथम}} | |||
{निम्नांकित में से किसकी तुलना मैक्यावली के ‘प्रिंस’ से की जाती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-02 | {निम्नांकित में से किसकी तुलना मैक्यावली के ‘प्रिंस’ से की जाती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-02 | ||
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-गवर्नर | -गवर्नर | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||{{seealso|अमात्य|दीवान|मनसबदार}} | |||
{[[कदम्ब वंश|कदम्ब राज्य]] की स्थापना [[मयूरशर्मन]] ने की थी। उसने अपनी राजधानी किसे बनाया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-04 | {[[कदम्ब वंश|कदम्ब राज्य]] की स्थापना [[मयूरशर्मन]] ने की थी। उसने अपनी राजधानी किसे बनाया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-04 | ||
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-[[मधुपुरी]] | -[[मधुपुरी]] | ||
{712 ई. में [[सिंध]] पर [[अरब|अरबों]] के आक्रमण के समय वहाँ का राजा कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-02 | {712 ई. में [[सिंध]] पर [[अरब|अरबों]] के आक्रमण के समय वहाँ का राजा कौन था?(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-02 | ||
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+दाहिरयाह | +दाहिरयाह | ||
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-चच | -चच | ||
-राय सहसी | -राय सहसी | ||
||{{seealso|अलहज्जाज|मुहम्मद बिन क़ासिम}} | |||
{ऐहोल प्रशस्ति का रचयिता रविकीर्ति किस [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]] शासक का दरबारी [[कवि]] था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-04 | {ऐहोल प्रशस्ति का रचयिता रविकीर्ति किस [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]] शासक का दरबारी [[कवि]] था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-04 | ||
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-[[विक्रमादित्य प्रथम]] | -[[विक्रमादित्य प्रथम]] | ||
-[[विक्रमादित्य द्वितीय]] | -[[विक्रमादित्य द्वितीय]] | ||
||{{seealso|चालुक्य साम्राज्य|भारत के राजवंश}} | |||
{[[महमूद ग़ज़नवी]] के [[भारत]] पर आक्रमण के समय [[भारत]] आये विद्वान [[अलबेरूनी]] ने किस महत्त्वपूर्ण [[ग्रंथ]] की रचना की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-04 | {[[महमूद ग़ज़नवी]] के [[भारत]] पर आक्रमण के समय [[भारत]] आये विद्वान [[अलबेरूनी]] ने किस महत्त्वपूर्ण [[ग्रंथ]] की रचना की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-04 | ||
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+[[किताब-उल-रेहला]] | +[[किताब-उल-रेहला]] | ||
-उपरोक्त सभी | -उपरोक्त सभी | ||
||{{seealso|विदेशी यात्री|फ़रिश्ता (यात्री)|इब्न बतूता}} | |||
{[[उड़ीसा]] नरेश [[प्रतापरुद्र गजपति|प्रतापरुद्र]] किस [[वैष्णव]] संत का शिष्य था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-52 | {[[उड़ीसा]] नरेश [[प्रतापरुद्र गजपति|प्रतापरुद्र]] किस [[वैष्णव]] संत का शिष्य था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-52 | ||
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-[[लॉर्ड नार्थब्रुक]] | -[[लॉर्ड नार्थब्रुक]] | ||
-[[लॉर्ड लिटन]] | -[[लॉर्ड लिटन]] | ||
||{{seealso|औपनिवेशिक काल|गवर्नर-जनरल}} | |||
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-[[दक्षिण भारत]] से | -[[दक्षिण भारत]] से | ||
-[[बलूचिस्तान]] से | -[[बलूचिस्तान]] से | ||
||{{seealso|हड़प्पा समाज और संस्कृति}} | |||
{[[प्राचीन भारत]] के [[बौद्ध मठ|बौद्ध मठों]] में ‘पवरन’ नामक समारोह आयोजित किया जाता था, जो-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-12;प्रश्न-71 | {[[प्राचीन भारत]] के [[बौद्ध मठ|बौद्ध मठों]] में ‘पवरन’ नामक समारोह आयोजित किया जाता था, जो-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-12;प्रश्न-71 | ||
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-किसी नये व्यक्ति को बौद्ध संघ में प्रवेश देने का समारोह था, जिसमें उसका सिर मुड़वा दिया जाता था और [[पीला रंग|पीले]] वस्त्र दिये जाते थे | -किसी नये व्यक्ति को बौद्ध संघ में प्रवेश देने का समारोह था, जिसमें उसका सिर मुड़वा दिया जाता था और [[पीला रंग|पीले]] वस्त्र दिये जाते थे | ||
-[[आषाढ़]] की [[पूर्णिमा]] के अगले दिन [[बौद्ध]] भिक्षुओं के एकत्र होने का अवसर होता था, जब वे [[वर्षा ऋतु]] के आगामी चार महीनों के लिए निश्चित आवास चुनते थे | -[[आषाढ़]] की [[पूर्णिमा]] के अगले दिन [[बौद्ध]] भिक्षुओं के एकत्र होने का अवसर होता था, जब वे [[वर्षा ऋतु]] के आगामी चार महीनों के लिए निश्चित आवास चुनते थे | ||
||{{seealso|बौद्ध धर्म|बौद्ध संगीति|बौद्ध दर्शन}} | |||
{[[बिन्दुसार]] ने कहाँ के विद्रोहियों को कुचलने के लिए [[अशोक]] को भेजा था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-06 | {[[बिन्दुसार]] ने कहाँ के विद्रोहियों को कुचलने के लिए [[अशोक]] को भेजा था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-06 | ||
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-[[उज्जैन]] | -[[उज्जैन]] | ||
-[[वैशाली]] | -[[वैशाली]] | ||
||{{seealso|मौर्य साम्राज्य|मौर्य काल}} | |||
{[[कण्व वंश|कण्व]] अथवा [[काण्व वंश]] का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-03 | {[[कण्व वंश|कण्व]] अथवा [[काण्व वंश]] का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-03 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-भूमिमित्र | -भूमिमित्र | ||
+ | +[[वासुदेव कण्व|वासुदेव]] | ||
-नारायण | -नारायण | ||
-सुशर्मा | -सुशर्मा | ||
||{{seealso|भारत के राजवंश|प्राचीन भारत का इतिहास}} | |||
{सर्वप्रथम [[भारत]] में ‘[[जज़िया|जज़िया कर]]’ लगाने का श्रेय [[सिंध]] के विजेता [[मुहम्मद बिन कासिम]] को दिया जाता है। उसने किस वर्ग को इस कर से पूर्णत: मुक्त रखा? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-03 | |||
|type="()"} | |||
-[[मुस्लिम|मुस्लिमों]] को | |||
-[[बौद्ध|बौद्धों]] को | |||
+[[ब्राह्मण|ब्राह्मणों]] को | |||
-निम्न जाति के लोगों को | |||
{निम्नलिखित में से वह अंतिम [[बौद्ध]] राजा कौन था, जो [[संस्कृत]] का महान विद्वान और लेखक था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-05 | {निम्नलिखित में से वह अंतिम [[बौद्ध]] राजा कौन था, जो [[संस्कृत]] का महान विद्वान और लेखक था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-05 | ||
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-[[बिम्बिसार]] | -[[बिम्बिसार]] | ||
+[[हर्षवर्धन]] | +[[हर्षवर्धन]] | ||
||{{seealso|वर्धन वंश|प्रभाकरवर्धन}} | |||
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{किस [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]] शासक ने [[थानेश्वर]] व [[कन्नौज]] के महान शासक [[हर्षवर्धन]] को [[नर्मदा नदी|नर्मदा]] के तट पर परास्त किया और उसे दक्षिण की ओर बढ़ने से रोका? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-05 | {किस [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]] शासक ने [[थानेश्वर]] व [[कन्नौज]] के महान शासक [[हर्षवर्धन]] को [[नर्मदा नदी|नर्मदा]] के तट पर परास्त किया और उसे दक्षिण की ओर बढ़ने से रोका? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-05 | ||
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-[[इल्तुतमिश]] | -[[इल्तुतमिश]] | ||
-[[रज़िया सुल्तान]] | -[[रज़िया सुल्तान]] | ||
||{{seealso|ग़ुलाम वंश|इल्तुतमिश|ग़यासुद्दीन बलबन}} | |||
{निम्नलिखित में से किसे ‘गौराग प्रभु’ भी कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-53 | {निम्नलिखित में से किसे ‘गौराग प्रभु’ भी कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-53 | ||
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-[[लॉर्ड लैंसडाउन]] | -[[लॉर्ड लैंसडाउन]] | ||
-[[लॉर्ड कर्ज़न]] | -[[लॉर्ड कर्ज़न]] | ||
||{{seealso|औपनिवेशिक काल|गवर्नर-जनरल}} | |||
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-देहमोरासीघुंडर | -देहमोरासीघुंडर | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
||{{seealso|मोहनजोदाड़ो|चन्हूदड़ों|लोथल|रोपड़}} | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-97 | {निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-97 | ||
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-[[गौतम बुद्ध]] | -[[गौतम बुद्ध]] | ||
-[[महावीर]] | -[[महावीर]] | ||
||{{seealso|अशोक का धम्म|अशोक का जीवन परिचय}} | |||
{[[सातवाहन वंश]] का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-04 | {[[सातवाहन वंश]] का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-04 | ||
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-[[गौतमीपुत्र शातकर्णी]] | -[[गौतमीपुत्र शातकर्णी]] | ||
-[[वशिष्ठीपुत्र पुलुमावी]] | -[[वशिष्ठीपुत्र पुलुमावी]] | ||
||{{seealso|भारत के राजवंश}} | |||
{[[हर्षवर्धन]] के समय में कौन-सा चीनी तीर्थ यात्री [[भारत]] आया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-07 | {[[हर्षवर्धन]] के समय में कौन-सा चीनी तीर्थ यात्री [[भारत]] आया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-07 | ||
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-[[मेगस्थनीज़]] | -[[मेगस्थनीज़]] | ||
+[[ह्वेनसाँग]] | +[[ह्वेनसाँग]] | ||
||{{seealso|विदेशी यात्री}} | |||
{किस [[ग्रंथ]] के उल्लेख के आधार पर यह माना जाता है कि म्लेच्छों के अत्याचार से त्रस्त होकर [[वशिष्ठ|महर्षि वशिष्ठ]] ने अत्याचारियों के विनाश हेतु [[आबू पर्वत]] पर एक [[यज्ञ]] किया एवं यज्ञ के अग्निकुण्ड से चार [[राजपूत]] कुलों- [[परमार वंश|परमार]], [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]]/[[सोलंकी वंश|सोलंकी]], [[प्रतिहार साम्राज्य|प्रतिहार]] एवं [[चौहान वंश|चौहान]] का जन्म हुआ? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-04 | {किस [[ग्रंथ]] के उल्लेख के आधार पर यह माना जाता है कि म्लेच्छों के अत्याचार से त्रस्त होकर [[वशिष्ठ|महर्षि वशिष्ठ]] ने अत्याचारियों के विनाश हेतु [[आबू पर्वत]] पर एक [[यज्ञ]] किया एवं यज्ञ के अग्निकुण्ड से चार [[राजपूत]] कुलों- [[परमार वंश|परमार]], [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]]/[[सोलंकी वंश|सोलंकी]], [[प्रतिहार साम्राज्य|प्रतिहार]] एवं [[चौहान वंश|चौहान]] का जन्म हुआ? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-04 | ||
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-[[ग़यासुद्दीन बलबन]] | -[[ग़यासुद्दीन बलबन]] | ||
+[[अलाउद्दीन ख़िलजी]] | +[[अलाउद्दीन ख़िलजी]] | ||
||{{seealso|सल्तनत काल|दिल्ली सल्तनत}} | |||
{आलसियों का मूल मंत्र ‘अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम’ का रचयिता कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-55 | {आलसियों का मूल मंत्र ‘अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम’ का रचयिता कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-55 | ||
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-[[मदनमोहन मालवीय]] ने [[1906]] ई. में | -[[मदनमोहन मालवीय]] ने [[1906]] ई. में | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||{{seealso|औपनिवेशिक काल|आधुनिक भारत का इतिहास}} | |||
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-कुनतासी | -कुनतासी | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
||{{seealso|चन्हूदड़ों|लोथल|रोपड़|कालीबंगा|सुरकोटदा}} | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-99 | {निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-99 | ||
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-[[बुद्ध]] – सम्बोधि (ज्ञान) प्राप्ति के बाद पड़ा नाम | -[[बुद्ध]] – सम्बोधि (ज्ञान) प्राप्ति के बाद पड़ा नाम | ||
+इनमें से कोई नहीं | +इनमें से कोई नहीं | ||
||{{seealso|बौद्ध धर्म|बौद्ध धार्मिक स्थल|बौद्ध संगीति}} | |||
{[[साँची]] किस [[कला]] व [[मूर्तिकला]] का निरूपण करता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-12 | {[[साँची]] किस [[कला]] व [[मूर्तिकला]] का निरूपण करता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-12 | ||
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-[[ईसाई धर्म|ईसाई]] | -[[ईसाई धर्म|ईसाई]] | ||
{[[सातवाहन राजवंश|सातवाहनों]] ने पहले स्थानीय अधिकारियों के रूप में काम किया था-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-05 | {[[सातवाहन राजवंश|सातवाहनों]] ने पहले किसके स्थानीय अधिकारियों के रूप में काम किया था-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-05 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[नंद वंश|नंदों]] के अधीन | -[[नंद वंश|नंदों]] के अधीन | ||
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-[[चोल राजवंश|चोलों]] के अधीन | -[[चोल राजवंश|चोलों]] के अधीन | ||
-[[चेर वंश|चेरों]] के अधीन | -[[चेर वंश|चेरों]] के अधीन | ||
||{{seealso|भारत के राजवंश|भारत का इतिहास (तिथि क्रम)}} | |||
{निम्न में से किस व्यक्ति को ‘द्वितीय अशोक’ कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-09 | {निम्न में से किस व्यक्ति को ‘द्वितीय अशोक’ कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-09 | ||
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-[[स्कंदगुप्त]] | -[[स्कंदगुप्त]] | ||
+[[हर्षवर्धन]] | +[[हर्षवर्धन]] | ||
||{{seealso|अशोक|वर्धन वंश}} | |||
{‘[[ढिल्लिका]]’ ([[दिल्ली]]) नगर की स्थापना किसने की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-05 | {‘[[ढिल्लिका]]’ ([[दिल्ली]]) नगर की स्थापना किसने की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-05 | ||
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-[[परमार वंश|परमारों]] ने | -[[परमार वंश|परमारों]] ने | ||
-[[प्रतिहार साम्राज्य|प्रतिहारों]] ने | -[[प्रतिहार साम्राज्य|प्रतिहारों]] ने | ||
||{{seealso|भारत का इतिहास|दिल्ली का इतिहास}} | |||
{[[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]]-[[पल्लव वंश|पल्लव]] संघर्ष के दौरान किसने [[पुलकेशिन द्वितीय]] की हत्या कर [[वातापी कर्नाटक|वातापी]] पर अधिकार कर लिया तथा ‘वातापीकोण्डा’ (वातापी का विजेता) की उपाधि धारण की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-07 | {[[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]]-[[पल्लव वंश|पल्लव]] संघर्ष के दौरान किसने [[पुलकेशिन द्वितीय]] की हत्या कर [[वातापी कर्नाटक|वातापी]] पर अधिकार कर लिया तथा ‘वातापीकोण्डा’ (वातापी का विजेता) की उपाधि धारण की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-07 | ||
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-[[शमसुद्दीन क्यूमर्स]] | -[[शमसुद्दीन क्यूमर्स]] | ||
-[[बलबन]] | -[[बलबन]] | ||
||{{seealso|ग़ुलाम वंश|सल्तनत काल|दिल्ली सल्तनत}} | |||
{[[महात्मा गाँधी]] के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए/जो पीर पराई जाने रे’ के रचयिता कौन थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-56 | {[[महात्मा गाँधी]] के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए/जो पीर पराई जाने रे’ के रचयिता कौन थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-56 | ||
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-हिरण | -हिरण | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
||{{seealso|हड़प्पा समाज और संस्कृति|हड़प्पा सभ्यता की मृण्मूर्तियां}} | |||
{किस [[हड़प्पा सभ्यता|हड़प्पाकालीन]] स्थल से प्राप्त जार पर चोंच में [[मछली]] दबाए चिड़िया एवं पेड़ के नीचे खड़ी लोमड़ी का चित्रांकन मिलता है, जो ‘[[पंचतंत्र]]’ के लोमड़ी की कहानी के सादृश्य है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-67 | {किस [[हड़प्पा सभ्यता|हड़प्पाकालीन]] स्थल से प्राप्त जार पर चोंच में [[मछली]] दबाए चिड़िया एवं पेड़ के नीचे खड़ी लोमड़ी का चित्रांकन मिलता है, जो ‘[[पंचतंत्र]]’ के लोमड़ी की कहानी के सादृश्य है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-67 | ||
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-[[अशोक]] | -[[अशोक]] | ||
+[[चंद्रगुप्त मौर्य]] | +[[चंद्रगुप्त मौर्य]] | ||
||{{seealso|मौर्य वंश|मौर्य काल|अशोक}} | |||
{निम्नलिखित में से वह महानतम [[कुषाण]] नेता कौन था, जो [[बौद्ध]] बन गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-06 | {निम्नलिखित में से वह महानतम [[कुषाण]] नेता कौन था, जो [[बौद्ध]] बन गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-06 | ||
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+[[कनिष्क]] | +[[कनिष्क]] | ||
-वशिष्क | -वशिष्क | ||
||{{seealso|प्राचीन भारत का इतिहास}} | |||
{[[हर्षवर्धन|हर्ष]] एवं [[पुलकेशिन द्वितीय]] के मध्य हुए संघर्ष की जानकारी कहाँ से मिलती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-11 | {[[हर्षवर्धन|हर्ष]] एवं [[पुलकेशिन द्वितीय]] के मध्य हुए संघर्ष की जानकारी कहाँ से मिलती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-11 | ||
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+[[अरब]] | +[[अरब]] | ||
-[[तुर्क]] | -[[तुर्क]] | ||
||{{seealso|यूनानी|पुर्तग़ाली|अंग्रेज़|फ़्राँसीसी}} | |||
{किस [[चालुक्य वंश|चालुक्य]] शासक ने [[चेर वंश|चेर]], [[चोल वंश|चोल]] व [[पाण्ड्य राजवंश|पाण्ड्य]] को हराया, जिस कारण उसे "तीनों समुद्रों का स्वामी" ([[बंगाल की खाड़ी]], [[हिन्द महासागर]], [[अरब सागर]]) कहा गया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-08 | {किस [[चालुक्य वंश|चालुक्य]] शासक ने [[चेर वंश|चेर]], [[चोल वंश|चोल]] व [[पाण्ड्य राजवंश|पाण्ड्य]] को हराया, जिस कारण उसे "तीनों समुद्रों का स्वामी" ([[बंगाल की खाड़ी]], [[हिन्द महासागर]], [[अरब सागर]]) कहा गया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-08 | ||
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-[[इल्तुतमिश]] | -[[इल्तुतमिश]] | ||
-[[मलिक काफ़ूर]] | -[[मलिक काफ़ूर]] | ||
||{{seealso|ग़ुलाम वंश}} | |||
{[[नरसी मेहता]] किस प्रांत के प्रसिद्ध [[संत]] थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-57 | {[[नरसी मेहता]] किस प्रांत के प्रसिद्ध [[संत]] थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-57 | ||
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-[[लोथल]] | -[[लोथल]] | ||
-[[रंगपुर (गुजरात)|रंगपुर]] | -[[रंगपुर (गुजरात)|रंगपुर]] | ||
||{{seealso|हड़प्पा सभ्यता की मृण्मूर्तियां}} | |||
{स्वातंत्र्योत्तर भारत में सबसे अधिक संख्या में हड़प्पायुगीन स्थलों की खोज किस प्रांत में हुई है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-68 | {स्वातंत्र्योत्तर भारत में सबसे अधिक संख्या में हड़प्पायुगीन स्थलों की खोज किस प्रांत में हुई है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-68 | ||
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-[[पंजाब]] और [[हरियाणा]] | -[[पंजाब]] और [[हरियाणा]] | ||
-उत्तर-पश्चिमी [[उत्तर प्रदेश]] | -उत्तर-पश्चिमी [[उत्तर प्रदेश]] | ||
||{{seealso|हड़प्पा सभ्यता}} | |||
{[[मौर्य साम्राज्य]] में प्रचलित मुद्रा को क्या कहा जाता था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-15 | {[[मौर्य साम्राज्य]] में प्रचलित मुद्रा को क्या कहा जाता था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-15 | ||
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-दीनार | -दीनार | ||
+पण | +पण | ||
||{{seealso|मौर्य काल का शासन प्रबंध|मौर्यकालीन कला}} | |||
{[[कुषाण काल]] के दौरान [[मूर्तिकला]] की [[गांधार मूर्तिकला शैली|गांधार शैली]] निम्नलिखित में से किसका मिश्रणहै? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-07 | {[[कुषाण काल]] के दौरान [[मूर्तिकला]] की [[गांधार मूर्तिकला शैली|गांधार शैली]] निम्नलिखित में से किसका मिश्रणहै? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-07 | ||
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-भारत-[[चीन]] | -भारत-[[चीन]] | ||
+[[भारत]]-ग्रीक ([[यूनानी]]) | +[[भारत]]-ग्रीक ([[यूनानी]]) | ||
||{{seealso|कुषाणकालीन मूर्तिकला}} | |||
{‘प्रतापशील’, ‘हुण हरिण केसरी’, ‘महाराजाधिराज’ नामक उपाधियाँ निम्न में से किसकी थीं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-12 | {‘प्रतापशील’, ‘हुण हरिण केसरी’, ‘महाराजाधिराज’ नामक उपाधियाँ निम्न में से किसकी थीं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-12 | ||
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-आदित्यवर्धन | -आदित्यवर्धन | ||
-[[राज्यवर्धन]] | -[[राज्यवर्धन]] | ||
||{{seealso|वर्धन वंश|हर्षवर्धन}} | |||
{[[वर्ष]] 1100 ई. में निर्मित मंदिर जो [[भुवनेश्वर]] के अन्य मंदिरों पर प्रधानता रखता है, कौन-सा है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-10 | {[[वर्ष]] 1100 ई. में निर्मित मंदिर जो [[भुवनेश्वर]] के अन्य मंदिरों पर प्रधानता रखता है, कौन-सा है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-10 | ||
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-[[राजेन्द्र द्वितीय]] | -[[राजेन्द्र द्वितीय]] | ||
-[[विक्रम चोल]] | -[[विक्रम चोल]] | ||
||{{seealso|प्राचीन भारत का इतिहास}} | |||
{[[तराइन का द्वितीय युद्ध|तराइन के द्वितीय युद्ध]] में किसने किसको पराजित किया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-14 | {[[तराइन का द्वितीय युद्ध|तराइन के द्वितीय युद्ध]] में किसने किसको पराजित किया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-14 | ||
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+[[मुहम्मद ग़ोरी]] ने [[पृथ्वीराज चौहान]] को | +[[मुहम्मद ग़ोरी]] ने [[पृथ्वीराज चौहान]] को | ||
{ | {यूरोपीय नमूने पर सैनिक प्रशिक्षण का सूत्रपात करने वाला प्रथम देशी राज्य कौन-सा था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-572;प्रश्न-228 | ||
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-[[ | +[[मैसूर]] | ||
-[[गोलकुण्डा]] | |||
- | -[[अवध]] | ||
- | -[[कश्मीर]] | ||
{[[1897]] ई. में किसकी गिरफ़्तारी के बाद [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] में एक नया मोड़ आया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-66 | {[[1897]] ई. में किसकी गिरफ़्तारी के बाद [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] में एक नया मोड़ आया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-66 |
09:03, 21 जुलाई 2014 का अवतरण
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