"प्रयोग:रिंकू": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 273: | पंक्ति 273: | ||
-सफ़ेद मक्खी | -सफ़ेद मक्खी | ||
-माइट | -माइट | ||
||फाइलोडी-जैसिड, | ||फाइलोडी-जैसिड, लीफ़ फर्ल डिजीज ऑफ चिली-सफेद मक्खी, खैरा रोग-जिंक की कमी | ||
{पर्यावरणीय प्रदूषण किससे होता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-33,प्रश्न-40 | {पर्यावरणीय प्रदूषण किससे होता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-33,प्रश्न-40 | ||
पंक्ति 642: | पंक्ति 642: | ||
||भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा वर्गीकृत सस्य मौसम और परिस्थिति की जो संस्था क्रमश: 21,15 है। [[भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद]] ने यह वर्गीकरण [[जल]] की अधिकता, जल की न्यूनता तथा सर प्रणाली की दृष्टि से किया है। | ||भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा वर्गीकृत सस्य मौसम और परिस्थिति की जो संस्था क्रमश: 21,15 है। [[भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद]] ने यह वर्गीकरण [[जल]] की अधिकता, जल की न्यूनता तथा सर प्रणाली की दृष्टि से किया है। | ||
{[[कैल्सियम]] की कमी के लक्षण पौधों के सर्वप्रथम किस भाग पर दिखाई पड़ते हैं? 69 | {[[कैल्सियम]] की कमी के लक्षण पौधों के सर्वप्रथम किस भाग पर दिखाई पड़ते हैं? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-76,प्रश्न-69 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-निचली पत्तियों पर | -निचली पत्तियों पर | ||
पंक्ति 650: | पंक्ति 650: | ||
||[[कैल्शियम]] की कमी के लक्षण सबसे पहले पौधे की अंत की पत्तियों पर दिखाई पड़ते हैं क्योंकि कैल्शियम एक इममोवाई तत्त्व है। | ||[[कैल्शियम]] की कमी के लक्षण सबसे पहले पौधे की अंत की पत्तियों पर दिखाई पड़ते हैं क्योंकि कैल्शियम एक इममोवाई तत्त्व है। | ||
{स्वपरागण सम्बंधित है | {स्वपरागण किससे सम्बंधित है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-83,प्रश्न-50 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-परनिषेचन | -परनिषेचन | ||
-भिन्नकाल पक्वता | -भिन्नकाल पक्वता | ||
+स्वनिषेचन | +स्वनिषेचन | ||
-स्वअनिषेच्य उभयलिंगिता | -स्वअनिषेच्य उभयलिंगिता | ||
||स्वनिषेचन, स्वपरागण से सम्बन्धित है। भिन्न कालपक्वता में नर या मादा भाग में से किसी भाग का पहले परिपक्व हो जाना भिन्न कालपक्वता कहलाता है। | ||स्वनिषेचन, स्वपरागण से सम्बन्धित है। भिन्न कालपक्वता में नर या मादा भाग में से किसी भाग का पहले परिपक्व हो जाना भिन्न कालपक्वता कहलाता है। | ||
{एच.टी.एस.टी. | {एच. टी. एस. टी. पाश्चुरीकरण विधि में एम. ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु को मारने के लिए सूचक के रूप में क्या प्रयोग किया जाता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-87,प्रश्न-109 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-एस. लैक्टिस | -एस. लैक्टिस | ||
पंक्ति 664: | पंक्ति 664: | ||
-बी. सबटिलिस | -बी. सबटिलिस | ||
+एम. ट्यूबरक्लोसिस | +एम. ट्यूबरक्लोसिस | ||
||एच.टी.एस.टी. पाश्चुरीकरण विधि में एम.ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु को मारने के लिए सूचक के रूप में प्रयोग किया जाता है। एस. लैक्टिस का प्रयोग दूध दही बनाने में होता है। | ||एच. टी. एस. टी. पाश्चुरीकरण विधि में एम.ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु को मारने के लिए सूचक के रूप में प्रयोग किया जाता है। एस. लैक्टिस का प्रयोग [[दूध]] [[दही]] बनाने में होता है। | ||
{सेब के पौधे कितनी दूरी पर उगाये जाते हैं? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-33,प्रश्न-45 | {[[सेब]] के पौधे कितनी दूरी पर उगाये जाते हैं? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-33,प्रश्न-45 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+6-7 | +6-7 मीटर | ||
-10-11 | -10-11 मीटर | ||
-11-12 | -11-12 मीटर | ||
-12-13 | -12-13 मीटर | ||
{'वी'-नोच का प्रयोग किसको मापने में होता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-41,प्रश्न-41 | {'वी'-नोच का प्रयोग किसको मापने में होता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-41,प्रश्न-41 | ||
पंक्ति 677: | पंक्ति 677: | ||
-मृदा जल-विभव | -मृदा जल-विभव | ||
-मृदा लवणता | -मृदा लवणता | ||
+आयरन | +[[आयरन]] | ||
-ऐलुमिनियम | -[[ऐलुमिनियम]] | ||
{मैदानी भागों में वनों का हिस्सा है | {मैदानी भागों में वनों का कितना प्रतिशत हिस्सा है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-44 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-5% | -5% | ||
पंक्ति 690: | पंक्ति 690: | ||
{ | {लाइन ब्रीडिंग क्या है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-73,प्रश्न-32 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -आउटब्रीडिंग | ||
+ | +इनब्रीडिंग | ||
- | -नेचुरल ब्रीडिंग | ||
-इनमें से कोई | |||
-इनमें से कोई | |||
{मोथा किस परिवार से सम्बन्धित है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-78,प्रश्न-110 | {मोथा किस परिवार से सम्बन्धित है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-78,प्रश्न-110 | ||
पंक्ति 710: | पंक्ति 702: | ||
-टिलीएसी | -टिलीएसी | ||
+साइप्रेसी | +साइप्रेसी | ||
-ग्रेमिनेसी | -ग्रेमिनेसी | ||
{विपणन योग्य फ़सल उपज और वाष्पीकरण में उपयोग हुए जल के अनुपात को कहते हैं | {विपणन योग्य फ़सल उपज और वाष्पीकरण में उपयोग हुए जल के अनुपात को क्या कहते हैं? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-83,प्रश्न-41 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+जल उपयोग क्षमता | +जल उपयोग क्षमता | ||
पंक्ति 718: | पंक्ति 710: | ||
-क्षेत्र जल उपयोग क्षमता | -क्षेत्र जल उपयोग क्षमता | ||
-आर्थिक सिंचाई क्षमता | -आर्थिक सिंचाई क्षमता | ||
||विपणन योग्य फ़सल और वाष्पीकरण में उपयोग हुए जल के अनुपात को जल उपयोग क्षमता कहते हैं | ||विपणन योग्य फ़सल और वाष्पीकरण में उपयोग हुए [[जल]] के अनुपात को जल उपयोग क्षमता कहते हैं- W.E.=Y/E | ||
W.E.=Y | |||
{कौन-सा तृणनाशक गेहूँ के चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को मारने के लिए प्रयोग किया गया है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-76,प्रश्न-70 | {कौन-सा तृणनाशक गेहूँ के चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को मारने के लिए प्रयोग किया गया है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-76,प्रश्न-70 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-2, 4 डी.एस.एस. | -2, 4 डी. एस. एस. | ||
-2,4,5 टी | -2, 4, 5 टी | ||
+2, 4- डी. | +2, 4- डी. बी. | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
पंक्ति 732: | पंक्ति 723: | ||
+कोशिका भित्ति पर | +कोशिका भित्ति पर | ||
-कोशिका झिल्ली पर | -कोशिका झिल्ली पर | ||
-आर.एन.ए. पर | -आर. एन. ए. पर | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{मादा मैंगो | {मादा मैंगो लीफ़ हॉपर्स अपने अंडे कहाँ देती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-87,प्रश्न-110 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पत्ती की ऊपरी सतह पर | -पत्ती की ऊपरी सतह पर | ||
पंक्ति 741: | पंक्ति 732: | ||
-पत्ती की मध्य शिरा के अंदर | -पत्ती की मध्य शिरा के अंदर | ||
-पत्ती के किनारे के ऊतकों के अंदर | -पत्ती के किनारे के ऊतकों के अंदर | ||
||मादा मैंगो | ||मादा मैंगो लीफ़ हॉपर पत्ती की निचली सतह पर अपने अंडे देती है। यह कीट [[आम]] के पौधों को बहुत नुकसान पहुँचाता है। यह कीट अपने साथ स्टाइकेट सीट छोड़ता है, जिससे उसके ऊपर कवक की वृद्धि हो जाती है। | ||
{ | {बाग़ में दीमक से बचाव हेतु किसका प्रयोग किया जाता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-33,प्रश्न-45 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अण्डी खली | -अण्डी खली | ||
पंक्ति 749: | पंक्ति 740: | ||
-सरसों खली | -सरसों खली | ||
+नीम खली | +नीम खली | ||
|| | ||बाग़ान में दीमक द्वारा होने वाले नुकसान से बचने के लिए नीम की खली अधिक लाभप्रद होती है। | ||
{मृदा में किस तत्त्व की मात्रा सर्वाधिक होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-41,प्रश्न-42 | {मृदा में किस तत्त्व की मात्रा सर्वाधिक होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-41,प्रश्न-42 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+ऑक्सीजन | +[[ऑक्सीजन]] | ||
- | -[[सिलिकॉन]] | ||
-आयरन | -[[आयरन]] | ||
-ऐलुमिनियम | -[[ऐलुमिनियम]] | ||
{[[दुग्ध]] दुहने की सर्वोत्तम विधि कौन सी है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-73,प्रश्न-31 | |||
|type="()"} | |||
-नकलिंग विधि | |||
+फिस्टिंग विधि | |||
-स्ट्रिपिंग विधि | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
||[[दूध]] दुहने की सबसे उत्तम विधि 'फिस्टिंग विधि' है। नकलिंग विधि तथा स्ट्रिप विधि से पशुओं की दुहाई करने से इनमें थनैला रोग हो जाता है। | |||
{एस्कार्बिक एसिड की कमी से होने वाला रोग है | {एस्कार्बिक एसिड की कमी से होने वाला रोग कौन सा है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-45 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ऑस्टीमलेरिया | -ऑस्टीमलेरिया |
12:28, 6 अप्रैल 2017 का अवतरण
|