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*[[अरब]] के लोग जेरुसलम को बहुत पवित्र मानते हैं। वे इसे 'एल-मुकद्दिस' और 'एल कुद्स' के नाम से पुकारते हैं। | *[[अरब]] के लोग जेरुसलम को बहुत पवित्र मानते हैं। वे इसे 'एल-मुकद्दिस' और 'एल कुद्स' के नाम से पुकारते हैं। | ||
*वर्ष [[1858]] के | *वर्ष [[1858]] के पश्चात् इस नगर का नवीनीकरण [[यहूदी धर्म]] के प्रवेश के साथ हुआ। इसके पश्चात् कैथालिक और ग्रीक आर्थोडाक्स धर्मों का भी प्रसार हुआ। | ||
*[[1920]] के | *[[1920]] के पश्चात् यह नगर पूरी तरह से आधुनिक हो गया। | ||
*इस्लाम धर्म में पवित्र माने जाने वाले '[[मक्का (अरब)|मक्का]]' और '[[मदीना |मदीना]]' के बाद जेरुसलम इस्लाम का तीसरा पवित्र नगर है। | *इस्लाम धर्म में पवित्र माने जाने वाले '[[मक्का (अरब)|मक्का]]' और '[[मदीना |मदीना]]' के बाद जेरुसलम इस्लाम का तीसरा पवित्र नगर है। | ||
*धार्मिक भवनों की बहुलता ने इस नगर का आकर्षण और महत्व बहुत अधिक बढ़ा दिया है।<ref>{{cite web |url=http://khoj.bharatdiscovery.org/india/%E0%A4%9C%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%B8%E0%A4%B2%E0%A4%AE|title=जेरुसलम|accessmonthday=03 मई|accessyear=2014 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref> | *धार्मिक भवनों की बहुलता ने इस नगर का आकर्षण और महत्व बहुत अधिक बढ़ा दिया है।<ref>{{cite web |url=http://khoj.bharatdiscovery.org/india/%E0%A4%9C%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%B8%E0%A4%B2%E0%A4%AE|title=जेरुसलम|accessmonthday=03 मई|accessyear=2014 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref> |
07:44, 23 जून 2017 का अवतरण
जेरुसलम या 'येरुसलम' इस्राइल देश की राजधानी है। राजधानी होने के कारण यह एक महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल भी है। यहूदी धर्म, ईसाई धर्म तथा इस्लाम धर्म इन तीनों की ही यह प्रसिद्ध और पवित्र नगरी है। इस शहर में 158 गिरिजाघर तथा 73 मस्जिदें स्थित हैं। गिरिजाघरों और मस्जिदों के अलावा भी यहां देखने लायक बहुत कुछ है। 'मक्का' और 'मदीना' के बाद जेरुसलम इस्लाम का तीसरा पवित्र नगर है।
- जेरुसलम प्राचीन यहूदी राज्य का केन्द्र और राजधानी रहा था। यहीं यहूदियों का परम पवित्र 'सुलैमानी मन्दिर' हुआ करता था, जिसे रोमनों ने नष्ट कर दिया।
- यह शहर प्रभू ईसा मसीह की कर्मभूमि रहा है और माना जाता है कि यहीं से हज़रत मुहम्मद स्वर्ग गए।
- मिस्र के टेल-एल अमर्ना नामक स्थान पर जेरुसलम के प्राचीन शासक द्वारा लिखे हुए कुछ पत्र पाए गए हैं, उनमें इसका नाम 'उरुसलीम'[1] दिया गया है।
- सम्राट हाड्रियन ने इसका पुनर्निमाण करके इसका नाम 'ईलिया कैपिटोलिना' रखा था।
- अरब के लोग जेरुसलम को बहुत पवित्र मानते हैं। वे इसे 'एल-मुकद्दिस' और 'एल कुद्स' के नाम से पुकारते हैं।
- वर्ष 1858 के पश्चात् इस नगर का नवीनीकरण यहूदी धर्म के प्रवेश के साथ हुआ। इसके पश्चात् कैथालिक और ग्रीक आर्थोडाक्स धर्मों का भी प्रसार हुआ।
- 1920 के पश्चात् यह नगर पूरी तरह से आधुनिक हो गया।
- इस्लाम धर्म में पवित्र माने जाने वाले 'मक्का' और 'मदीना' के बाद जेरुसलम इस्लाम का तीसरा पवित्र नगर है।
- धार्मिक भवनों की बहुलता ने इस नगर का आकर्षण और महत्व बहुत अधिक बढ़ा दिया है।[2]
- जेरुसलम एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल भी है। इस शहर में 158 गिरिजाघर तथा 73 मस्जिदें स्थित हैं। गिरिजाघरों और मस्जिदों के अलावा भी यहां देखने लायक बहुत कुछ है।
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