खपरैल

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खपरैल का प्रयोग प्राय: छतों व दीवारों को ढकने के लिए किया जाता है। भारत में काफ़ी पुराने समय से ही खपरैल का प्रयोग बड़े पैमाने पर झोपड़ी आदि की छत आदि बनाने में किया जाता रहा है। प्राय: ग्रामीण अंचलों में इसका प्रयोग अधिक देखने को मिलता है। वह गरीब व्यक्ति जो मंहगे मकान आदि नहीं बनवा सकते, वे साधारण सी झोपड़ी बनाकर उस पर छप्पर बनाने के लिए खपरैलों का प्रयोग करते हैं। खपरैल बहुत मजबूत होते हैं। इससे निर्मित छत भारी वर्षा तथा आँधी आदि को आसानी से सह लेती है।


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