शीलकूट लंका का एक पर्वत। बौद्ध ग्रन्थ 'महावंश' [1] मे इसे मिश्रिक पर्वत का शिखर कहा गया है। यह वर्तमान मिहिताल की पहाड़ी का उत्तरी शिखर है।[2]