मधुच्छंदा
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
मधुच्छंदा विश्वामित्र के 101 पुत्रों में बीच वाले एक पुत्र का नाम था, जो ऋग्वेद के अनेक मंत्रों के द्रष्टा थे।[1][2]
- ये धर्मराज युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में भी उपस्थित हुए थे।[3]
- मधुच्छंदा 13 ब्रह्मिष्ठ कौशिको में से एक कौशिक ब्रह्मिष्ठ थे।[4]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भागवतपुराण 9.16.29; विष्णुपुराण 4.7.38; वायुपुराण 91.96
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 395 |
- ↑ भागवतपुराण 10.74.9
- ↑ मत्स्यपुराण 145.112