कौशिक एक ऋषि थे, जिनका उल्लेख भागवतपुराण[1] में मिलता है। यह शरशैय्या पर लेटे हुए पितामय भीष्म से मिलने गये थे।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
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कौशिक एक ऋषि थे, जिनका उल्लेख भागवतपुराण[1] में मिलता है। यह शरशैय्या पर लेटे हुए पितामय भीष्म से मिलने गये थे।[2]
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