भद्र (कृष्ण के पुत्र)
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:14, 24 मई 2016 का अवतरण ('{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=भद्र |लेख का नाम=भद्र (ब...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
भद्र | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- भद्र (बहुविकल्पी) |
भद्र पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार श्रीकृष्ण और कालिंदी के कई पुत्रों में से एक थे।[1]
- इनके भ्राता श्रुत, कवि, वृष, सुबाहु, शान्ति, दर्श, पूर्णमास और सोमक थे, तथा इनकी बहिनें शान्ति और पूर्णिमा थी।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ श्री द्वारिकाधीश |लेखक: सुदर्शन सिंह चक्र |प्रकाशक: श्रीकृष्ण जन्म सेवा संस्थान मथुरा |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 231 |
संबंधित लेख
|