इंचे मठ

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

{{सूचना बक्सा पर्यटन |चित्र=Enchey-Monastery-1.jpg |चित्र का नाम=इंचे मठ, सिक्किम |विवरण=इंचे मठ सिक्किम की राजधानी गंगटोक में स्थित है। गंगटोक में एंचेय मठ पूजा का बहुत ही पवित्र और सुंदर स्‍थान है। इनहेंची का शाब्दिक अर्थ निर्जन होता है। |राज्य=सिक्किम |केन्द्र शासित प्रदेश= |ज़िला=[[गंगटोक] |निर्माता= |स्वामित्व= |प्रबंधक= |निर्माण काल= |स्थापना=1909 |भौगोलिक स्थिति= |मार्ग स्थिति= |मौसम= |तापमान= |प्रसिद्धि=नृत्य के लिये प्रसिद्ध है। इस नृत्‍य को चाम कहा जाता है। |कब जाएँ= |कैसे पहुँचें= |हवाई अड्डा= |रेलवे स्टेशन= |बस अड्डा= |यातायात=रिक्शा, टैक्सी, सिटी बस |क्या देखें= |कहाँ ठहरें=होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह |क्या खायें= |क्या ख़रीदें= |एस.टी.डी. कोड= |ए.टी.एम= |सावधानी= |मानचित्र लिंक=गूगल मानचित्र |संबंधित लेख=युमथांग घाटी, रुमटेक मठ, सोमगो झील |शीर्षक 1= |पाठ 1= |शीर्षक 2= |पाठ 2= |अन्य जानकारी=यह मठ द्रुपटोब कारपो को समर्पित है। कारपो को जादुई शक्ति के लिए याद किया जाता है। जिस समय इंचे मठ का निर्माण हो रहा था। उस समय इस पूरे क्षेत्र में सिर्फ यही एक भवन था। इसका नाम 'एंचेय मठ' का मतलब है एकान्त मठ। |बाहरी कड़ियाँ= |अद्यतन=

}}

इंचे मठ सिक्किम की राजधानी गंगटोक में स्थित है। गंगटोक में एंचेय मठ पूजा का बहुत ही पवित्र और सुंदर स्‍थान है। इनहेंची का शाब्दिक अर्थ निर्जन होता है।

स्थापना

मूल रुप से इस मठ की स्‍थापना 200 वर्ष पहले हुई थी। बाद में इंचे मठ का पुननिर्माण 1909 ई. में किया गया था।

इंचे मठ, गंगटोक

गंगटोक के ऊपर सुंदर पहाड़ी पर इसका निर्माण किया गया है जहां से माउंट कंचनजंगा के शानदार दृश्य का आनंद ले सकते हैं।

कथा

एक पौराणिक कथा के अनुसार, यह मठ जो बौद्ध धर्म के वज्रयना न्यिन्गमा समाज के अंतर्गत आता है, यह एक ऐसे स्थान में मौजूद है, जिस पर लामा द्रुपथेब करपो का आशीर्वाद बरसता है। द्रुपथेब उड़ान शक्तियों के साथ बौद्ध धर्म की तांत्रिक कला में विशेषज्ञ थे और वे दक्षिण सिक्किम में मेनम हिल से उड़कर यहां आये और इस स्‍थान पर एक छोटे से मठ की स्थापना की। यह मठ द्रुपटोब कारपो को समर्पित है। कारपो को जादुई शक्ति के लिए याद किया जाता है। जिस समय इंचे मठ का निर्माण हो रहा था। उस समय इस पूरे क्षेत्र में सिर्फ यही एक भवन था। इसका नाम 'एंचेय मठ' का मतलब है एकान्त मठ और इसके अतिरिक्त एक और कथन है, कि यह जगह हमारी रक्षा करने वाले देवताओं - कांगचेन्‍डजोंगा और याबडियान की उपस्थिति के लिए पवित्र है।

मुख्‍य आकर्षण

इस मठ का मुख्‍य आकर्षण जनवरी के महीने में यहाँ होने वाला विशेष नृत्य है। इस नृत्‍य को चाम कहा जाता है। गंगटोक के लोगों और अन्य भक्तों के दिलों में एक खास जगह बनाती हैं, जो मानते हैं कि गोम्पा के भीतर शक्तिशाली देवता हैं और वे सभी की इच्छाओं को पूरा करेंगे। गोम्पा का निर्माण बहुत ही आलंकारिक तरीके से किया गया है और अंदर देवताओं के कई आकर्षक चित्र हैं। लोकी शरिया, बुद्ध और गुरु पद्मसंभव मुख्य देवी-देवता हैं, जिनकी यहां पूजा होती है।

गोम्पा में वार्षिक धार्मिक नृत्य के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले मास्क की एक सारणी और एक पुस्तकालय भी है। दुर्भाग्य से, सिक्किम में 2006 में आए भूकंप के दौरान मठ को गंभीर नुकसान का सामना करना पड़ा। मठ हर साल कुछ महत्वपूर्ण त्यौहार मनाता है। उनमें से कुछ हैं: डेटोर चाम/ चाम नृत्य महोत्सव, सिंघे चाम और पंग लभसोल आदि है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख