सोला खंबा, अजमेर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:01, 5 जुलाई 2017 का अवतरण (Text replacement - " कब्र" to " क़ब्र")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

सोला खंबा अजमेर, राजस्थान में स्थित एक ऐतिहासिक मस्जिद है। इसका 'सोला खंबा' नाम इसलिए पड़ा, क्योंकि यहाँ छत को सहारा देने ले लिए 16 खंबे हैं। इसका निर्माण मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब के शासनकाल में किया गया था।[1]

  • इस इमारत को 'शेख़ अलाउद्दीन की क़ब्र' के नाम से भी जाना जाता है और यह दरगाह शरीफ़ के बिलकुल बाहर स्थित है।
  • इस क़ब्र का निर्माण संत द्वारा चार वर्षों में किया गया, जो ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के पवित्र स्थान के निरीक्षक थे।
  • महल का निर्माण सफ़ेद संगमरमर का उपयोग करके किया गया है और प्रत्येक कोने पर सँकरी मीनारों के साथ मेहराब हैं।
  • वास्तुकला की सबसे ख़ास विशेषता यह है कि यहाँ तीन नुकीले मेहराब हैं, जो एक सपाट छत बनाते हैं।
  • पूर्वी ओर बरामदे के साथ आंगन आधारित संरचना वाली यह मस्जिद भारत की पुरानी मस्जिदों में से एक है।
  • मुख्य इमारत का क्षेत्र 1339 वर्ग फुट है, जबकि बरामदे का क्षेत्र 1001 वर्ग फुट है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. नासिया मंदिर, अजमेर (हिंदी) hindi.nativeplanet.com। अभिगमन तिथि: 28 जनवरी, 2017।

संबंधित लेख