गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान

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गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान

गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान (अंग्रेज़ी: Gangotri National Park) उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है। इस राष्ट्रीय उद्यान का नाम गंगोत्री ग्लेशियर से लिया गया है। गढ़वाल क्षेत्र के प्राकृतिक परिवेश में स्थित यह राष्ट्रीय उद्यान भारत का एक प्रसिद्ध उच्च ऊंचाई वाला वन्यजीव अभयारण्य है। हिमाच्छादित जगह और भव्य शंकुधारी पेड़ों की भव्यता गंगोत्री नेशनल पार्क की आकर्षक दृष्टि को परिभाषित करती है। साथ ही गंगोत्री नेशनल पार्क की चुनौतीपूर्ण ट्रेक और बर्फ पर्यटकों के लिए आकर्षण केंद्र बनी हुई है, जो हर साल हजारों पर्यटकों की मेजबानी करता है।

स्थिति

गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में भागीरथी नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में स्थित है। पार्क की पूर्वोत्तर सीमा तिब्बत के साथ, अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगी हुई है। इसकी स्थापना 1989 में हुई थी। इसका कुल क्षेत्रफल, 1553 वर्ग किलोमीटर है। सतह से औसतन ऊंचाई 7083 मीटर है। बर्फ से ढकी पहाड़ और हिमनद इस उद्यान के विस्तृत भाग में फैले हुए है। गंगा नदी का उद्गम स्थल गोमुख भी इसी पार्क के अन्दर ही स्थित है। इस पार्क का नाम गंगोत्री इसी स्थल के नाम से रखा गया है। गंगोत्री हिमनद जिस पर पार्क का नाम दिया है, वो हिन्दुओं के पवित्र स्थलों में से एक है।

पर्यटन स्थल

बेहद खूबसूरत बर्फीले पहाड़ो के बीच स्थित गंगोत्री राष्ट्रीय नेशनल पार्क में कई शानदार ग्लेशियर जैसे गौमुख भी है। यह गंगा नदी का उदगम स्थल है। कई नदियां पार्क के अंदर भी बहती है। हर साल गंगोत्री में पर्यटक, वन्यजीव प्रेमी और ट्रैकर्स आते हैं। गौमुख गंगोत्री भोजवसा और चिरबसा जैसे कुछ कठिन ट्रैकिंग प्वांइट ट्रैकर्स के बीच बहुत महशहूर है। यहां पर ठंडी रेगिस्तान की घाटी भी है। गंगोत्री पार्क में ऊंचाई में स्थित केदारताल और तपोवन की बंजर भूमि भी देखने लायक है। यहां हर साल यात्री काफी संख्या में आते रहते है।

गंगोत्री

इस क्षेत्र में महाभारत काल से जुड़े कई स्थान मिलते हैं। इन जगहों से महाभारत काल की अनेक कथाएं और कहानियां जुड़ी हुई हैं। ये स्थान प्राकृतिक रूप से तो सुंदर है ही, साथ ही इन्हें अपनें रहस्यों के लिए भी जाना जाता है। गंगोत्री चार धाम यात्रा में से एक है, जो हिन्दू धर्म का प्रथम तीर्थस्थल माना जाता है।

कब जाएँ

गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क जाने का सबसे सही समय है अप्रैल से मई तक और मानसून के महीने में सितंबर से अक्टूबर तक, राष्ट्रीय पार्क घूमने का सबसे सही समय है। गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क में काफी मात्रा में पर्यटकों का तांता लगा रहता है।

कैसे पहुचें

हवाई अड्डा - निकटतम हवाई अड्डा है जॉली ग्रान्ट। यहाँ तक पर्यटक हवाई मार्ग से आ सकते हैं। जॉली ग्रान्ट हवाई अड्डे से उत्तरकाशी गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क की दूरी 124 किलोमीटर हैं। वहाँ से पर्यटक बस अथवा टैक्सी से आसानी से जा सकते हैं।

रेलवे स्टेशन - निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून रेलवे स्टेशन है। देहरादून से गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क की दूरी 128 किलोमीटर है। यहाँ से आप कार अथवा बस से आसानी से जा सकते हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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