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− | + | '''सिल्ला माता मंदिर''' [[हनुमानगढ़]] नगर, [[राजस्थान]] राज्य में स्थित है। सिल्ला माता का मंदिर अठारहवीं शताब्दी में स्थापित है। यह कहा जाता है कि मंदिर में स्थापित सिल्ल पत्थर घग्घर नदी में बहकर आया था। | |
*यह मंदिर ज़िला मुख्यालय पर वैदिक नदी [[सरस्वती नदी|सरस्वती]] के प्राचीन बहाव क्षेत्र में स्थित है। | *यह मंदिर ज़िला मुख्यालय पर वैदिक नदी [[सरस्वती नदी|सरस्वती]] के प्राचीन बहाव क्षेत्र में स्थित है। | ||
*इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि सिल्ला माता के सिल पीर में जो कोई भी दूध व पानी चढ़ाता है उसके त्वचा सम्बन्धी रोगों का निवारण हो जाता है। | *इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि सिल्ला माता के सिल पीर में जो कोई भी दूध व पानी चढ़ाता है उसके त्वचा सम्बन्धी रोगों का निवारण हो जाता है। | ||
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13:14, 1 अप्रैल 2012 के समय का अवतरण
सिल्ला माता मंदिर हनुमानगढ़ नगर, राजस्थान राज्य में स्थित है। सिल्ला माता का मंदिर अठारहवीं शताब्दी में स्थापित है। यह कहा जाता है कि मंदिर में स्थापित सिल्ल पत्थर घग्घर नदी में बहकर आया था।
- यह मंदिर ज़िला मुख्यालय पर वैदिक नदी सरस्वती के प्राचीन बहाव क्षेत्र में स्थित है।
- इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि सिल्ला माता के सिल पीर में जो कोई भी दूध व पानी चढ़ाता है उसके त्वचा सम्बन्धी रोगों का निवारण हो जाता है।
- इस मंदिर में प्रत्येक बृहस्पतिवार को मेला लगता है।
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