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05:53, 9 जून 2012 का अवतरण
गैटोर जयपुर
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विवरण | नाहरगढ़ क़िले की तलहटी में जयपुर के दिवंगत राजाओं की छतरियाँ निर्मित हैं, इस स्थान को गैटोर कहते हैं। |
राज्य | राजस्थान |
ज़िला | जयपुर |
निर्माता | सवाई माधो सिंह |
मार्ग स्थिति | गैटोर जयपुर के गनगोरी बाज़ार रोड़ से 4 किमी की दूरी पर स्थित है। |
प्रसिद्धि | जयपुर के शासकों के स्मारक के लिए प्रसिद्ध है। |
कब जाएँ | अक्टूबर से मार्च |
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि |
सांगानेर हवाई अड्डा | |
जयपुर जक्शन | |
सिन्धी कैम्प, घाट गेट | |
ऑटो रिक्शा, टैक्सी, मिनी बस | |
क्या देखें | गढ़ गणेश मंदिर |
कहाँ ठहरें | होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह |
एस.टी.डी. कोड | 0141 |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
गूगल मानचित्र | |
संबंधित लेख | सिटी पैलेस, गोविंद देवजी का मंदिर, अम्बर क़िला, जयगढ़ क़िला
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अन्य जानकारी | सबसे सुंदर छतरी जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जयसिंह की है, जिसकी एक अनुकृति लंदन के केनसिंगल म्यूजियम में रखी गई है |
गैटोर राजस्थान राज्य के जयपुर में नाहरगढ़ क़िले की तलहटी में दिवंगत राजाओं की छतरियाँ निर्मित हैं।
- सबसे सुंदर छतरी जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जयसिंह की है, जिसकी एक अनुकृति लंदन के केनसिंगल म्यूजियम में रखी गई है
- सिसोदिया रानी के बाग़ में फव्वारों, पानी की नहरों, व चित्रित मंडपों के साथ पंक्तिबद्ध बहुस्तरीय बगीचे हैं व बैठकों के कमरे हैं।
- अन्य बगीचों में, विद्याधर का बाग़ बहुत ही अच्छे ढ़ग से संरक्षित बाग़ है, इसमें घने वृक्ष, बहता पानी व खुले मंडप हैं।
- इसे शहर के नियोजक विद्याधर ने निर्मित किया था।
- यहाँ नाहरगढ क़िले के नीचे जयपुर के पूर्व महाराजाओं की संगमरमर की सुन्दर और कलात्मक छतरियाँ बनी हुई हैं।
- इसमें सवाई जयसिंह द्वितीय की छतरी काफ़ी भव्य हैं।
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वीथिका
गैटोर, जयपुर
गैटोर, जयपुर
रानी की छतरी, गैटोर, जयपुर
महाराजाओं के गैटोर, जयपुर
गैटोर में मेहराब, जयपुर