केनरा बैंक
केनरा बैंक
| |
विवरण | भारत के एक प्रमुख वाणिज्यिक बैंक के रूप में पिछले 105 वर्षों के दौरान देश की सेवा में केनरा बैंक का निष्पादन अद्भुत एवं प्रभावशाली रहा है। |
स्थापना | सन् 1906 |
राष्ट्रीयकरण | जुलाई, 1969 |
संस्थापक | अम्मेम्बाल सुबबाराव पै |
प्रकार | सार्वजनिक |
उद्योग | वित्त, वाणिज्यिक बैंक |
मुख्यालय | बंगलोर, कर्नाटक |
अन्य जानकारी | वर्तमान में केनरा बैंक की 3253 से ज्यादा शाखाएँ और 2216 एटीएम हैं, जो 3.87 करोड से ज्यादा ग्राहकों के निरंतर बढ़ते आधार की सभी श्रेणियों की ज़रूरतों को पूरा कर रहे हैं। भारत के बाहर लंदन, हांगकांग, शंघाई, तथा लीसेस्टर में अब बैंक की एक-एक शाखा है। |
बाहरी कड़ियाँ | आधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 15:03, 18 मार्च 2015 (IST)
|
केनरा बैंक (अंग्रेज़ी:Canara Bank) भारत की एक प्रमुख वाणिज्यिक बैंक है। भारत में इसकी स्थापना 1906 में की गयी थी। यह भारत के सबसे पुराने भारतीय बैंकों में से एक है। वर्तमान में केनरा बैंक की 3253 से ज्यादा शाखाएँ और 2216 एटीएम हैं, जो 3.87 करोड से ज्यादा ग्राहकों के निरंतर बढ़ते आधार की सभी श्रेणियों की ज़रूरतों को पूरा कर रहे हैं। इसका मुख्य कार्यालय बंगलोर में स्थित है। बैंक की अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति, लंदन, हांगकांग, मास्को, शंघाई, दोहा, और दुबई जैसे केन्द्रों में है। व्यापार के संदर्भ में यह एक भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीयकृत बैंकों में से एक है, जिसका कुल कारोबार 20 खरब रुपयों का है।
स्थापना
एक महान् मानवप्रेमी, श्री अम्मेम्बाल सुब्बाराव पै द्वारा वर्ष 1906 में "केनरा हिन्दू पेरमेनन्ट फंड" नाम से बोया गया यह छोटा-सा बीज 1910 में "केनरा बैंक लिमिटेड" नामक लिमिटेड कंपनी और 1969 में राष्ट्रीयकरण के बाद केनरा बैंक के रूप में पल्लवित हुआ।
"एक अच्छा बैंक न केवल समाज का वित्तीय हृदय होता है, बल्कि आम आदमी की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए हर संभव तरीक़े से प्रयास करना उसकी जिम्मेदारी है"- अम्मेम्बाल सुबबाराव पै
स्थापना के सिद्धांत
- अंधविश्वास और अज्ञान को दूर करना
- पहले सिद्धांत की पूर्ति हेतु शिक्षा का प्रसार करना
- मितव्ययिता एवं बचत की आदत विकसित करना
- वित्तीय संस्था को न केवल समाज का वित्तीय हृदय बल्कि सामाजिक हृदय बनाना
- ज़रूरतमंदों की मदद करना
- सेवा और समर्पण की भावना के साथ काम करना
- सहजीवियों के प्रति चिंता तथा परिवर्तन लाने/तकलीफ और दिक्कतों को दूर करने की दृष्टि से परिवेश के प्रति संवेदना विकसित करना
स्थापना के मज़बूत सिद्धांत, प्रबुद्ध नेतृत्व, अनुपम कार्य-संस्कृति और बदलते बैंकिंग परिवेश में अपने आप को ढालने की अद्भुत क्षमता ने केनरा बैंक को विश्व स्तर की एक अग्रणी बैंकिग संस्था बना डाली है।
मिशन
- लाभप्रदता, परिचालनात्मक दक्षता, आस्ति गुणवत्ता और जोखिम प्रबंधन में वैश्विक मानदंडों का संधान करते हुए तथा विश्व स्तर पर विस्तार के ज़रिए "उत्तम आचरणयुक्त बैंक" के रूप में उभरना।
- अधिकाधिक ग्राहकोन्मुखता, हितधारकों के लिए उच्चतर मूल्य के सृजन सहित गुणतायुक्त बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना और वाणिज्यिक लक्ष्यों का सामाजिक बैंकिंग के साथ प्रभावी मिश्रण के ज़रिए एक प्रतिक्रियाशील कॉर्पोरेट सामाजिक नागरिक बने रहना।
संक्षिप्त रेखाचित्र
अपनी ग्राहकोन्मुखता के लिए व्यापक रूप से जाने वाले केनरा बैंक की स्थापना एक महान् दूरद्रष्टा एवं सामाज सेवी श्री अम्मंबाल सुब्बाराव पै द्वारा जुलाई 1906 में कर्नाटक के एक छोटे से पत्तन शहर, मंगलूर में की गयी। एक सौ वर्षों में बैंक ने अपनी प्रगति के पथ पर कई मंज़िलें तय की हैं। केनरा बैंक का विकास आश्चर्यजनक था, विशेषकर 1969 में राष्ट्रीयकरण हो जाने के बाद, भौगोलिक पहुँच और ग्राहक संवर्गों की दृष्टि से राष्ट्रीय स्तर की हैसियत प्राप्त की है। अस्सी के दशक में बैंक के व्यापार का विशाखन देखने को मिलता है। जून 2006 में बैंक ने भारतीय बैंकिंग उद्योग में एक शताब्दी पूरी कर ली। बैंक की सक्रिय यात्रा में कई महत्त्वपूर्ण मील-पत्थर हैं। आज केनरा बैंक भारतीय बैंकिंग की बिरादरी में एक अग्रणी स्थान प्राप्त किया हुआ है और वर्ष 2006-07 के लिए सकल व्यापार के मामले में भारत का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक के रूप में उभरा है। अपनी स्थापना से लेकर लाभ कमाने के कीर्तिमान सहित केनरा बैंक कई क्षेत्रों में अव्वल आया है। जिनमें कुछ हैं-
- एक शाखा के लिए आईएसओ प्रमाणीकरण प्राप्त करना
- "गुड बैंकिंग - बैंक की नागरिक संहिता" की घोषणा
- अनन्य रूप से महिलाओं के लिए महिला बैंकिंग शाखा का प्रारंभ
- सूचना प्रौद्योगिकी परामर्श हेतु अलग से अनुषंगी की स्थापना
- किसानों को क्रेडिट कार्ड जारी करने वाला भारत में पहला बैंक
- कृषि परामर्शी सेवा प्रदान करने वाला भारत में पहला बैंक।
मील के पत्थर
वर्ष | विवरण |
---|---|
01 जुलाई 1906 | 50 प्रति शेयर के 2000 शेयरों की पूंजी और 4 कर्मचारियों के साथ केनरा बैंक हिंदू परमानैन्ट फंड लिमिटेड औपचारिक रूप से पंजीकृत किया |
1910 | केनरा बैंक हिंदू परमानैन्ट फंड का केनरा बैंक लिमिटेड के रूप में नामकरण किया गया |
1969 | केनरा बैंक सहित देश के 14 बडे बैंकों का 19 जुलाई को राष्ट्रीयकरण किया गया |
1976 | 1000 वीं शाखा का उद्घाटन किया गया। |
1983 | लंदन में समुद्रपारीय शाखा का उद्घाटन किया गया |
केनकार्ड (बैंक का क्रेडिट कार्ड ) शुरू किया गया। | |
1984 | लक्ष्मी कमर्शियल बैंक लिमिटेड के साथ विलयन |
1985 | इंडो हांगकांग इंटरनेशनल फाइनेन्स लिमिटेड की कमीशनिंग |
1987 | केनबैंक म्युचुअल फंड एवं केनफिन होम्स की शुरुआत |
1989 | केनबैंक वेन्चर कैपिटल फंड प्रारंभ किया गया |
1989-90 | केनबैंक फैक्टर्स लिमिटेड, फैक्टरिडग अनुषंगी की शुरूआत। |
1992-93 | " अच्छी बैंकिंग " के दिशानिर्देशी सिद्धांतों से जुडने वाला और उन्हें अपनाने वाला प्रथम बैंक बना |
1995-96 | बेंगलूर में अपनी एक शाखा के लिए आई एस ओ 2002 प्रमाणन प्राप्त करने वाला प्रथम बैंक बना |
2001-02 | विशेष तौर पर महिला ग्राहकें की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बेंगलूर में "महिला बैंकिंग शाखा" खोली गई जो अपनी तरह की पहली शाखा है । |
2002-03 | बैंक का प्रथम आई पी ओ |
2003-04 | इंटरनेट और मोबाईल बैंकिंग की शुरुआत |
2004-05 | 100% शाखा कम्प्यूटरीकरण |
2005-06 | बैंकिंग सेवा के 100 वें वर्ष में प्रवेश |
चुनिंदा शाखाओं में क कोर बैंकिंग समाधान की शुरुआत | |
राष्ट्रीयकृत बैंको में समग्र कारोबार की दृष्टि से सर्वप्रथम स्थान | |
2006-07 | राष्ट्रीयकृत बैंको में समग्र कारोबार की दृष्टि से अपने सर्वप्रथम स्थान को बनाए रखा । |
बीमा और आस्ति प्रबंधन में दो संयुक्त उपक्रमों की आरंभ करने के लिए बडी अंतर्राष्ट्रीय कंपनी ( क्रमश: एच.एस.बी.सी.[एशिया -पसफिक] होल्डिंग और रोबेको ग्रूप एन.वी.) के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये । | |
2007-08 | नई ब्रैन्ड पहचान का आरंभ |
बीमा व आस्ति प्रबंधन संयुक्त उपक्रमों का निगमन | |
" ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल " का आरंभ | |
" कॉल सेंटर " का आरंभ | |
बासेल II नई पूँजी पर्याप्तता ढाँचे में बदलना | |
2008-09 | बैंक का कुल कारोबार 3 लाख करोड के पार |
शांघाई में बैंक की तीसरी विदेशी शाखा का उद्घाटन । | |
2009-10 | बैंक का कुल कारोबार 4 लाख करोड के पार |
बैंक का निवल लाभ | |
3000 करोड के पार | |
बैंक की शाखा नेटवर्क 3000 के पार | |
2010-11 | बैंक का कुल कारोबार 5 लाख करोड के पार । बैंक का निवल लाभ 4000 करोड के पार । 100% कोर बैंकिंग समाधान से युक्त । लीसेस्टर में बैंक की चौथी विदेशी शाखा का तथा यू.ए.ई. के शारजाह में प्रतिनिधि कार्यालय का उद्घाटन । बैंक क्यू.आई.पी. के माध्यम से 1993 करोड प्राप्त की । क्यू.आई.पी के बाद सरकार का धारण कम होकर 67.72% हुआ । |
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
सम्बंधित लेख