तत्काल सकल निपटान

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तत्काल सकल निपटान या 'वास्तविक समय सकल भुगतान प्रणाली' संक्षिप्त- 'आरटीजीएस' (अंग्रेजी: Real time gross settlement or RTGS) एक ऐसी निधि अंतरण पद्धति है, जिसमें एक बैंक से दूसरे बैंक में मुद्रा का अंतरण 'वास्तविक समय' और 'सकल' आधार पर होता है। यह किसी बैंकिंग चैनल द्वारा मुद्रा अंतरण का सबसे तेज माध्यम है।

  • 'वास्तविक समय' में भुगतान से तात्पर्य है कि भुगतान लेनदेनों (संव्यवहारों) के लिए कोई प्रतीक्षा अवधि नहीं होती। जैसे ही कोई लेनदेन प्रसंस्कृत होता है ठीक उसी समय उसका निपटान हो जाता है।
  • 'सकल भुगतान' से तात्पर्य लेनदेनों का किसी अन्य लेनदेन जैसे कि बंचिंग या नेटिंग आदि के लिए प्रतीक्षा किए बिना, एक के लिए एक आधार पर निपटान होना है। किसी लेनदेन के प्रसंस्कृत होने के बाद भुगतान अंतिम और अप्रतिसंहरणीय हो जाता है।

निपटान माध्यम

तत्काल सकल निपटान दो माध्यम से किया जाता है-

  • ऑनलाइन - अगर आपके पास इन्टरनेट की सुविधा उपलब्ध है तो आप घर बैठे ऑनलाइन ही मोबाइल बैंकिंग या नेट बैंकिंग के माध्यम से किसी भी आरटीजीएस सुविधा वाले बैंक में पैसे का ट्रांसफर कर सकते है। नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग से आरटीजीएस द्वारा पैसे भेजने के लिए आपको जिसे पैसे भेजने हैं उसे लाभार्थी के रूप में जोड़ना होता है। इसके लिए आपको लाभार्थी का बैंक खाता नम्बर, बैंक का नाम और शाखा और आईएफएससी संख्या भर कर एक बार लाभार्थी को जोड़ना होता है। इसके बाद आप जब भी पैसे ट्रान्सफर करना चाहें अपने नेट बैंकिंग में पहले से जुड़े हुए लाभार्थी को चुन कर उसे पैसे भेज सकते हैं।
  • ऑफलाइन - आप अपने बैंक में जाकर आरटीजीएस कर किसी भी आरटीजीएस सुविधा वाले बैंक में पैसे ट्रान्सफर करवा सकते हैं। ग्राहक जिसे पैसे भेजना है उसके नाम, बैंक, शाखा का नाम, आईएफएससी, खाता प्रकार और खाता संख्या का विवरण अपने बैंक को उपलब्ध कराता हैं और भेजे जाने वाली राशि बताता है। साथ ही ग्राहक अपनी बैंक शाखा को अपने खाते को डेबिट करने और राशि भेजने के लिए अधिकृत करता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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