अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर
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पूरा नाम | अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर |
जन्म | 14 मई, 1883 |
जन्म भूमि | मद्रास |
मृत्यु | 3 अक्टूबर, 1953 |
मृत्यु स्थान | चेन्नई, तमिलनाडु |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | न्यायविद, अधिवक्ता और शिक्षाशास्त्री |
शिक्षा | क़ानून की डिग्री |
अन्य जानकारी | स्वतंत्रता के बाद अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर देश की संविधान सभा के सदस्य चुने गए। वे संविधान का प्रारूप तैयार करने वाली समिति के प्रमुख सदस्य थे। |
अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर (अंग्रेज़ी: Alladi Krishnaswamy Iyer, जन्म- 14 मई, 1883, मद्रास; मृत्यु- 3 अक्टूबर, 1953) प्रसिद्ध न्यायविद, अधिवक्ता और शिक्षाशास्त्री थे। वे उदारवादी दृष्टिकोण के व्यक्ति थे। देश की आज़ादी के बाद वे संविधान सभा के सदस्य भी चुने गए थे।[1]
परिचय
अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर का जन्म मद्रास (वर्तमान चेन्नई) के नेल्लौर ज़िले में 14 मई, 1883 को एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके पिता मंदिर के पुजारी थे और उन्होंने अपने पुत्र की शिक्षा का उचित प्रबंध किया था।
शिक्षा तथा व्यवसाय
वकालत की डिग्री लेने के बाद अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर ने कुछ दिन मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज में अध्यापन कार्य किया। फिर इंग्लैंड से शिक्षा लेकर 1907 से मद्रास में वकालत करने लगे। अल्लादि का मद्रास विश्वविद्यालय तथा काशी हिंदू विश्वविद्यालय आदि संस्थाओं से निकट का संबंध था। 1942 के बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति में भाग नहीं लिया। 15 वर्षों तक उन्होंने मद्रास के एडवोकेट जनरल के पद पर काम किया था।
संविधान सभा के सदस्य
स्वतंत्रता के बाद अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर देश की संविधान सभा के सदस्य चुने गए। वे संविधान का प्रारूप तैयार करने वाली समिति के प्रमुख सदस्य थे। उनका दृष्टिकोण उदारवादी था। परंपरागत परिवार से संबंध होने के बाद भी उनका कहना था कि हिंदुओं से संबंधित कानूनों में सुधार होना चाहिए।
मृत्यु
3 अक्टूबर, सन 1953 को अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर का देहांत चेन्नई, तमिलनाडु में हो गया
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 54 |