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*महिपाल द्वितीय केवल 1070 से 1075 ई. तक ही राज्य कर सका।
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*उसका शासन अत्यन्त ही निर्बल था।
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  • महिपाल द्वितीय पाल वंश के महिपाल प्रथम का प्रपौत्र था।
  • वह राजा 'विग्रहपाल' के तीन पुत्रों में सबसे बड़ा था।
  • बड़ा पुत्र होने के कारण पिता के बाद वही पाल साम्राज्य की राजगद्दी का वास्तविक उत्तराधिकारी हुआ।
  • महिपाल द्वितीय केवल 1070 से 1075 ई. तक ही राज्य कर सका।
  • उसका शासन अत्यन्त ही निर्बल था।
  • वह अपने राज्य के विद्रोही नेता 'दिव्य' से युद्ध में पराजित हुआ और मारा गया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 356।

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