"नयपाल": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replacement - "विद्वान " to "विद्वान् ")
 
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
*पाल शासन का विघटन नयपाल के राज्य काल से ही प्रारम्भ हो गया था।
*पाल शासन का विघटन नयपाल के राज्य काल से ही प्रारम्भ हो गया था।
*उसके शासन काल में पूर्वी, पश्चिमी तथा दक्षिणी [[बंगाल]] उसके हाथ से निकल गया था।
*उसके शासन काल में पूर्वी, पश्चिमी तथा दक्षिणी [[बंगाल]] उसके हाथ से निकल गया था।
*नयपाल के काल में ही प्रसिद्ध [[बौद्ध]] विद्वान 'अतिशा' (दीपशंकर श्रीज्ञान) ने [[तिब्बत]] के शासकों के निमंत्रण पर अपने शिष्यों सहित वहाँ की यात्रा की।
*नयपाल के काल में ही प्रसिद्ध [[बौद्ध]] विद्वान् 'अतिशा' (दीपशंकर श्रीज्ञान) ने [[तिब्बत]] के शासकों के निमंत्रण पर अपने शिष्यों सहित वहाँ की यात्रा की।


{{प्रचार}}
{{प्रचार}}
पंक्ति 15: पंक्ति 15:
{{पाल वंश}}
{{पाल वंश}}
{{भारत के राजवंश}}
{{भारत के राजवंश}}
[[Category:नया पन्ना]]
[[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:पाल साम्राज्य]]
__INDEX__
__INDEX__

14:31, 6 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

  • नयपाल बिहार और बंगाल के पाल वंश के शासक महीपाल का पुत्र और उत्तराधिकारी था।
  • वह पाल वंश का दसवाँ शासक था, और उसने लगभग 1038 से 1055 ई. तक राज्य किया था।
  • उसके राज्य काल में दीर्घकाल तक कलचुरियों से संघर्ष चलता रहा।
  • पाल शासन का विघटन नयपाल के राज्य काल से ही प्रारम्भ हो गया था।
  • उसके शासन काल में पूर्वी, पश्चिमी तथा दक्षिणी बंगाल उसके हाथ से निकल गया था।
  • नयपाल के काल में ही प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान् 'अतिशा' (दीपशंकर श्रीज्ञान) ने तिब्बत के शासकों के निमंत्रण पर अपने शिष्यों सहित वहाँ की यात्रा की।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 217।

बाहरी कड़ियाँ