"महमूदशाह शर्की": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('*'''महमूदशाह शर्की''' जौनपुर के शर्की वंश का तीसरा सु...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
*उसने 1440-1457 ई. तक शासन किया था।
*उसने 1440-1457 ई. तक शासन किया था।
*[[इब्राहिमशाह शर्की]] की मृत्यु के बाद जौनपुर की गद्दी पर वह आसीन हुआ था।
*[[इब्राहिमशाह शर्की]] की मृत्यु के बाद जौनपुर की गद्दी पर वह आसीन हुआ था।
*उसने [[चुनार किला|चुनार के क़िले]] को अपने अधिकार में किया, परन्तु [[कालपी]] क़िलें एवं [[दिल्ली]] पर किये गये आक्रमण में वह बुरी तरह असफल हुआ।
*उसने [[चुनार किला|चुनार के क़िले]] को अपने अधिकार में किया, परन्तु [[कालपी]] क़िले एवं [[दिल्ली]] पर किये गये आक्रमण में वह बुरी तरह असफल हुआ।
*महमूदशाह शर्की को सबसे सफल शासकों में से एक माना जाता है।
*महमूदशाह शर्की को सबसे सफल शासकों में से एक माना जाता है।
*उसने जौनपुर में स्थापत्य निर्माण के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया था।
*उसने जौनपुर में स्थापत्य निर्माण के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया था।
पंक्ति 11: पंक्ति 11:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
 
{{शर्की वंश}}
{{भारत के राजवंश}}
[[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:शर्की वंश]]
[[Category:शर्की वंश]]
__INDEX__
__INDEX__

11:09, 13 मार्च 2012 के समय का अवतरण

  • महमूदशाह शर्की जौनपुर के शर्की वंश का तीसरा सुल्तान था।
  • उसने 1440-1457 ई. तक शासन किया था।
  • इब्राहिमशाह शर्की की मृत्यु के बाद जौनपुर की गद्दी पर वह आसीन हुआ था।
  • उसने चुनार के क़िले को अपने अधिकार में किया, परन्तु कालपी क़िले एवं दिल्ली पर किये गये आक्रमण में वह बुरी तरह असफल हुआ।
  • महमूदशाह शर्की को सबसे सफल शासकों में से एक माना जाता है।
  • उसने जौनपुर में स्थापत्य निर्माण के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख