"विरोधाभास अलंकार": अवतरणों में अंतर
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जहाँ विरोध ना होते हुए भी विरोध का आभास दिया जाता है, वहाँ विरोधाभास अलंकार होता है। | जहाँ विरोध ना होते हुए भी विरोध का आभास दिया जाता है, वहाँ विरोधाभास [[अलंकार]] होता है। | ||
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*बैन सुन्या जबतें मधुर, तबतें सुनत न बैन। | *बैन सुन्या जबतें मधुर, तबतें सुनत न बैन। |
07:09, 18 जनवरी 2012 के समय का अवतरण
जहाँ विरोध ना होते हुए भी विरोध का आभास दिया जाता है, वहाँ विरोधाभास अलंकार होता है।
- उदाहरण
- बैन सुन्या जबतें मधुर, तबतें सुनत न बैन।
- यहाँ 'बैन सुन्या' और 'सुनत न बैन' में विरोध दिखायी पड़्ता है जबकि दोनों में वास्तविक विरोध नहीं है।
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