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*बागोर से इस बात के भी साक्ष्य मिले हैं कि इस स्थल पर फर्श बनाने के लिए पत्थर लाये गये थे और यहाँ फूस के वातरोधी पर्दे भी बनाये गये। | |||
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13:56, 26 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
बागोर राजस्थान में भीलवाड़ा के निकट कोठारी नदी के किनारे प्रागैतिहासिक आवास स्थल था। यहाँ से मध्य पाषाण काल के पाँच मानव कंकाल मिले हैं, जो सुनियोजित ढंग से दफ़नाए गये थे।
- बनास सभ्यता के इस उल्लेखनीय स्थल से पाषाण युग की सर्वाधिक सामग्री प्राप्त हुई हैं। इनमें स्क्रेपर (लम्बा आयताकार एवं गोल औजार), पोइंट (त्रिभुजाकार अर्थात् नोंक वाला) आदि प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त तक्षणी, खुरचनी, तथा बेधक भी बड़ी मात्रा में प्राप्त हुए हैं।
- इस समय तक मानव संगठित सामाजिक जीवन से दूर था। यहाँ से नवीन पाषाणकालीन संस्कृति के भी अवशेष मिले हैं।
- बागोर से इस बात के भी साक्ष्य मिले हैं कि इस स्थल पर फर्श बनाने के लिए पत्थर लाये गये थे और यहाँ फूस के वातरोधी पर्दे भी बनाये गये।
- यहाँ के उद्योग में बहुत ही छोटी-छोटी वस्तुओं का निर्माण होता था और वे ज्यामितीय प्रारूपों की दृष्टि से अत्यंत उन्नत थीं।
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