"सदस्य:DrMKVaish": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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==योग्यता, कौशल (Ability)== | ==योग्यता, कौशल (Ability)== | ||
केवल बुद्धि के द्वारा ही मानव का मनुष्यत्व प्रकट होता है | ~ प्रेमचंद | * केवल बुद्धि के द्वारा ही मानव का मनुष्यत्व प्रकट होता है | ~ प्रेमचंद | ||
कार्यकुशल व्यक्ति की सभी जगह जरुरत पड़ती है | ~ प्रेमचंद | * कार्यकुशल व्यक्ति की सभी जगह जरुरत पड़ती है | ~ प्रेमचंद | ||
गुण छोटे लोगों में द्वेष और महान व्यक्तियों में स्पर्धा पैदा करता है | ~ फील्डिंग | * गुण छोटे लोगों में द्वेष और महान व्यक्तियों में स्पर्धा पैदा करता है | ~ फील्डिंग | ||
कार्यकुशल व्यक्ति के लिए यश और धन की कमी नहीं है | ~ अज्ञात | * कार्यकुशल व्यक्ति के लिए यश और धन की कमी नहीं है | ~ अज्ञात | ||
मनुष्य अपने गुणों से आगे बढता है न कि दूसरों कि कृपा से | ~ लाला लाजपतराय | * मनुष्य अपने गुणों से आगे बढता है न कि दूसरों कि कृपा से | ~ लाला लाजपतराय | ||
यदि तुम अपने आपको योग्य बना लो, तो सहायता स्वयमेव तुम्हे आ मिलेगी | ~ स्वामी रामतीर्थ | * यदि तुम अपने आपको योग्य बना लो, तो सहायता स्वयमेव तुम्हे आ मिलेगी | ~ स्वामी रामतीर्थ | ||
महान व्यक्ति न किसी का अपमान करता है ओर न उसको सहता है | ~ होम | * महान व्यक्ति न किसी का अपमान करता है ओर न उसको सहता है | ~ होम | ||
नैतिक बल के द्वारा ही मनुष्य दूसरों पर अधिकार कर सकता है | ~ स्वामी रामदास | * नैतिक बल के द्वारा ही मनुष्य दूसरों पर अधिकार कर सकता है | ~ स्वामी रामदास | ||
मनुष्य धन अथवा कुल से नहीं, दिव्य स्वभाव और भव्य आचरण से महान बनता है | ~ आविद | * मनुष्य धन अथवा कुल से नहीं, दिव्य स्वभाव और भव्य आचरण से महान बनता है | ~ आविद | ||
ज्ञानी वह है, जो वर्तमान को ठीक प्रकार समझे और परिस्थिति के अनुसार आचरण करे | ~ विनोबा भावे | * ज्ञानी वह है, जो वर्तमान को ठीक प्रकार समझे और परिस्थिति के अनुसार आचरण करे | ~ विनोबा भावे | ||
==सलाह, परामर्श, मशवरा (Advice)== | ==सलाह, परामर्श, मशवरा (Advice)== | ||
बिना मांगे किसी को हरगिज नसीहत मत दो | ~ जर्मन कहावत | * बिना मांगे किसी को हरगिज नसीहत मत दो | ~ जर्मन कहावत | ||
जब हम किसी नई परियोजना पर विचार करते हैं तो बड़े गौर से उसका अध्ययन करते हैं – महज सतही तौर पर नहीं, बल्कि उसके हर एक पहलू का। – वाल्ट डिज्नी | * जब हम किसी नई परियोजना पर विचार करते हैं तो बड़े गौर से उसका अध्ययन करते हैं – महज सतही तौर पर नहीं, बल्कि उसके हर एक पहलू का। – वाल्ट डिज्नी | ||
==क्रोध, ग़ुस्सा, ताव (Anger)== | ==क्रोध, ग़ुस्सा, ताव (Anger)== | ||
क्रोध को जीतने में मौन सबसे अधिक सहायक है | ~ महात्मा गांधी | * क्रोध को जीतने में मौन सबसे अधिक सहायक है | ~ महात्मा गांधी | ||
मूर्ख मनुष्य क्रोध को जोर-शोर से प्रकट करता है, किंतु बुद्धिमान शांति से उसे वश में करता है | ~ बाइबिल | * मूर्ख मनुष्य क्रोध को जोर-शोर से प्रकट करता है, किंतु बुद्धिमान शांति से उसे वश में करता है | ~ बाइबिल | ||
क्रोध करने का मतलब है, दूसरों की गलतियों कि सजा स्वयं को देना | | * क्रोध करने का मतलब है, दूसरों की गलतियों कि सजा स्वयं को देना | | ||
जब क्रोध आए तो उसके परिणाम पर विचार करो | ~ कन्फ्यूशियस | * जब क्रोध आए तो उसके परिणाम पर विचार करो | ~ कन्फ्यूशियस | ||
क्रोध से धनि व्यक्ति घृणा और निर्धन तिरस्कार का पात्र होता है | ~ कहावत | * क्रोध से धनि व्यक्ति घृणा और निर्धन तिरस्कार का पात्र होता है | ~ कहावत | ||
क्रोध मूर्खता से प्रारम्भ और पश्चाताप पर खत्म होता है | ~ पाईथागोरस | * क्रोध मूर्खता से प्रारम्भ और पश्चाताप पर खत्म होता है | ~ पाईथागोरस | ||
क्रोध के सिंहासनासीन होने पर बुद्धि वहां से खिसक जाती है | ~ एम. हेनरी | * क्रोध के सिंहासनासीन होने पर बुद्धि वहां से खिसक जाती है | ~ एम. हेनरी | ||
जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप में नहीं कह सकता, उसी को क्रोध अधिक आता है | ~ रवीन्द्रनाथ ठाकुर | * जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप में नहीं कह सकता, उसी को क्रोध अधिक आता है | ~ रवीन्द्रनाथ ठाकुर | ||
क्रोध मस्तिष्क के दीपक को बुझा देता है | अतः हमें सदैव शांत व स्थिरचित्त रहना चाहिए | ~ इंगरसोल | * क्रोध मस्तिष्क के दीपक को बुझा देता है | अतः हमें सदैव शांत व स्थिरचित्त रहना चाहिए | ~ इंगरसोल | ||
==सौंदर्य, सुंदरता, शबाब (Beauty)== | ==सौंदर्य, सुंदरता, शबाब (Beauty)== | ||
सुन्दरता बिना श्रृंगार के मन मोहती है | ~ सादी | * सुन्दरता बिना श्रृंगार के मन मोहती है | ~ सादी | ||
वास्तविक सोन्दर्य ह्रदय की पवित्रता में है | ~ महात्मा गांधी | * वास्तविक सोन्दर्य ह्रदय की पवित्रता में है | ~ महात्मा गांधी | ||
सुन्दर वही हो सकता है जो कल्याणकारी हो | ~ भगवतीचरण वर्मा | * सुन्दर वही हो सकता है जो कल्याणकारी हो | ~ भगवतीचरण वर्मा | ||
सोंदर्य आकार और सममिति पर निर्भर होता है | चाहे कोई जीव छोटा हो या बेहद बड़ा वह खूबसूरती को परिभाषित नहीं करता , क्योंकि उसको एक दृष्टि मात्र में देखने पर उसकी स्पष्ट नहीं होती है, इसलिए वे परिपूर्ण की श्रेणी में नहीं आते | ~ अरस्तु | * सोंदर्य आकार और सममिति पर निर्भर होता है | चाहे कोई जीव छोटा हो या बेहद बड़ा वह खूबसूरती को परिभाषित नहीं करता , क्योंकि उसको एक दृष्टि मात्र में देखने पर उसकी स्पष्ट नहीं होती है, इसलिए वे परिपूर्ण की श्रेणी में नहीं आते | ~ अरस्तु | ||
मेरी नजर में मेरा करीबी दोस्त कभी भी वृद्ध नहीं हो सकता | वह वैसा ही रहेगा जैसा मैंने उसे पहली बार देखा था, उसकी खुबसूरती वैसी ही दिखेगी जैसी मैंने पहली नजर में देखी थी | ~ विलियम शेक्सपियर | * मेरी नजर में मेरा करीबी दोस्त कभी भी वृद्ध नहीं हो सकता | वह वैसा ही रहेगा जैसा मैंने उसे पहली बार देखा था, उसकी खुबसूरती वैसी ही दिखेगी जैसी मैंने पहली नजर में देखी थी | ~ विलियम शेक्सपियर | ||
अतिशय सुंदरता कभी-कभी हमें भयानक रूप से ठेस भी पहुंचा सकती है। -एदुआर्दो गैलियानो | * अतिशय सुंदरता कभी-कभी हमें भयानक रूप से ठेस भी पहुंचा सकती है। -एदुआर्दो गैलियानो | ||
खूबसूरती एक अनुभव है, इसके सिवा कुछ भी नही| इसे बयां करने के लिए स्थापित मानक नही हैं, न ही नाक – नक्श का वणर्न करना काफी है| ~ डी. एच. लॉरेंस़ | * खूबसूरती एक अनुभव है, इसके सिवा कुछ भी नही| इसे बयां करने के लिए स्थापित मानक नही हैं, न ही नाक – नक्श का वणर्न करना काफी है| ~ डी. एच. लॉरेंस़ | ||
खूबसूरती चेहरे पर नही होती| ये तो दिल की रोशनी है, बहुत ध्यान से देखनी पड़ती है| ~ खलील जिब्रान | * खूबसूरती चेहरे पर नही होती| ये तो दिल की रोशनी है, बहुत ध्यान से देखनी पड़ती है| ~ खलील जिब्रान | ||
जो सुंदरता आंखों द्वारा देखी जाती है , वह कुछ ही पल कि होती है , यह जरूरी भी नहीं कि हमारे भीतर से भी वही खूबसूरती दिखाई दे | ~ जॉर्ज सेंड | * जो सुंदरता आंखों द्वारा देखी जाती है , वह कुछ ही पल कि होती है , यह जरूरी भी नहीं कि हमारे भीतर से भी वही खूबसूरती दिखाई दे | ~ जॉर्ज सेंड | ||
दुनिया की सबसे अच्छी और खूबसूरत चीजें कभी देखी या छुई नहीं गई, वे बस दिल के साथ घुल – मिल गईं| ~ हेलेन कलर | * दुनिया की सबसे अच्छी और खूबसूरत चीजें कभी देखी या छुई नहीं गई, वे बस दिल के साथ घुल – मिल गईं| ~ हेलेन कलर | ||
सुंदर चीजों पर यकीन बनाये रखिये| याद रहे- सूरज डूब गया तो वसंत भी नहीं आएगा| ~ गिल्सन| | * सुंदर चीजों पर यकीन बनाये रखिये| याद रहे- सूरज डूब गया तो वसंत भी नहीं आएगा| ~ गिल्सन| | ||
एक शख्स हर दिन संगीत सुने, थोड़ी सी कविता पढ़े और अपने जीवन की सुंदर तस्वीर रोज देखे … उसे सुंदरता की परिभाषा तलाशने की ज़रूरत ही नहीं, क्योंकि भगवान ने सरे संसार का सौंदर्य उसकी झोली में डाल रखा है|~ गोयथे| | * एक शख्स हर दिन संगीत सुने, थोड़ी सी कविता पढ़े और अपने जीवन की सुंदर तस्वीर रोज देखे … उसे सुंदरता की परिभाषा तलाशने की ज़रूरत ही नहीं, क्योंकि भगवान ने सरे संसार का सौंदर्य उसकी झोली में डाल रखा है|~ गोयथे| | ||
खूबसूरती में मानव खुद को पूर्णता के स्तर पर देखता है, कुछ परिस्थितियों में वह खुद की पूजा करता है, मनुष्य यह मान लेता कि यह पूरा विश्व खूबसूरती से भरा हुआ है यह भूल जाता है कि जो सुंदरता वह देख रहा है वह उसके द्वारा बनाई हुई है | मानव ने अकेले ही इस जहान को खूबसूरती अर्पित कि है | ~ फ्रेडरिक नीत्शे | * खूबसूरती में मानव खुद को पूर्णता के स्तर पर देखता है, कुछ परिस्थितियों में वह खुद की पूजा करता है, मनुष्य यह मान लेता कि यह पूरा विश्व खूबसूरती से भरा हुआ है यह भूल जाता है कि जो सुंदरता वह देख रहा है वह उसके द्वारा बनाई हुई है | मानव ने अकेले ही इस जहान को खूबसूरती अर्पित कि है | ~ फ्रेडरिक नीत्शे | ||
सुंदरता जब आपको आकर्षित कर रही होती है, व्यक्तित्व तब तक आपके दिल पर कब्ज़ा कर चुका होता है| ~ अज्ञात | * सुंदरता जब आपको आकर्षित कर रही होती है, व्यक्तित्व तब तक आपके दिल पर कब्ज़ा कर चुका होता है| ~ अज्ञात | ||
हम सारी दुनिया घूमते और खूबसूरती तलाशते रहते हैं .. कभी मुड़ के भी नहीं देखते .. अपने पास ही छुपी हुई खूबसूरती की और| ~ इमर्सन | * हम सारी दुनिया घूमते और खूबसूरती तलाशते रहते हैं .. कभी मुड़ के भी नहीं देखते .. अपने पास ही छुपी हुई खूबसूरती की और| ~ इमर्सन | ||
कभी भी कुछ सुंदर देखने का मौका मत छोडो, सच तो यह है कि खूबसूरती भगवान की लिखावट है .. हर चेहरे पर, धुले-धुले आसमान में, हर फूल में उसकी लिखावट नज़र आएगी .. और हे भगवान, इस सौंदर्य के लिये हम आपके आभारी हैं| ~ राल्फ वाल्डो इमर्सन| | * कभी भी कुछ सुंदर देखने का मौका मत छोडो, सच तो यह है कि खूबसूरती भगवान की लिखावट है .. हर चेहरे पर, धुले-धुले आसमान में, हर फूल में उसकी लिखावट नज़र आएगी .. और हे भगवान, इस सौंदर्य के लिये हम आपके आभारी हैं| ~ राल्फ वाल्डो इमर्सन| | ||
सुंदरता सबको चाहिए| इसके लिये आओ, बाहर आओ| पूजाघर में और खेल के मैदानों में सौंदर्य बिखरा पड़ा है .. उससे अपना तन और मन भर लो| ~ जोन मुइर | * सुंदरता सबको चाहिए| इसके लिये आओ, बाहर आओ| पूजाघर में और खेल के मैदानों में सौंदर्य बिखरा पड़ा है .. उससे अपना तन और मन भर लो| ~ जोन मुइर | ||
==पुस्तक, किताब, ग्रंथ (Book)== | ==पुस्तक, किताब, ग्रंथ (Book)== | ||
सभी अच्छी पुस्तकों को पढ़ना पिछली शताब्दियों के बेहतरीन व्यक्तियों के साथ संवाद करने जैसा है | ~ रेने डकार्टेस | * सभी अच्छी पुस्तकों को पढ़ना पिछली शताब्दियों के बेहतरीन व्यक्तियों के साथ संवाद करने जैसा है | ~ रेने डकार्टेस | ||
जो पुस्तकें हमें सोचने के लिए विवश करती हैं, वे हमारी सबसे अधिक सहायक हैं | ~ जवाहरलाल नेहरू | * जो पुस्तकें हमें सोचने के लिए विवश करती हैं, वे हमारी सबसे अधिक सहायक हैं | ~ जवाहरलाल नेहरू | ||
किताबों में इतना खजाना छुपा हैं, जितना कोई लुटेरा कभी लूट नहीं सकता | ~ वाल्ट डिज्नी | * किताबों में इतना खजाना छुपा हैं, जितना कोई लुटेरा कभी लूट नहीं सकता | ~ वाल्ट डिज्नी | ||
लोगों को मारा जा सकता है | लेखकों को भी, लेकिन किताबों को मारना संभव नहीं | ~ अमोस ओज | * लोगों को मारा जा सकता है | लेखकों को भी, लेकिन किताबों को मारना संभव नहीं | ~ अमोस ओज | ||
किसी मूर्ख व्यक्ति के लिए किताबें उतनी ही उपयोगी हैं जितना कि एक अंधे व्यक्ति के लिए आईना| ~ चाणक्य | * किसी मूर्ख व्यक्ति के लिए किताबें उतनी ही उपयोगी हैं जितना कि एक अंधे व्यक्ति के लिए आईना| ~ चाणक्य | ||
बिना ग्रंथों का कक्ष , बिना आत्मा की देह है | ~ शरण | * बिना ग्रंथों का कक्ष , बिना आत्मा की देह है | ~ शरण | ||
पुस्तकों का मूल्य रत्नों से भी अधिक है, क्योंकि पुस्तकें अन्तःकरण को उज्ज्वल करती हैं | ~ महात्मा गांधी | * पुस्तकों का मूल्य रत्नों से भी अधिक है, क्योंकि पुस्तकें अन्तःकरण को उज्ज्वल करती हैं | ~ महात्मा गांधी | ||
विचारों के युद्ध में, पुस्तकें ही अस्त्र हैं | ~ जार्ज बर्नार्ड शॉ | * विचारों के युद्ध में, पुस्तकें ही अस्त्र हैं | ~ जार्ज बर्नार्ड शॉ | ||
आज के लिए और सदा के लिए सबसे बड़ा मित्र है अच्छी पुस्तक | ~ टसर | * आज के लिए और सदा के लिए सबसे बड़ा मित्र है अच्छी पुस्तक | ~ टसर | ||
अच्छा ग्रंथ एक महान आत्मा का अमूल्य जीवन रक्त है | ~ मिल्टन | * अच्छा ग्रंथ एक महान आत्मा का अमूल्य जीवन रक्त है | ~ मिल्टन | ||
==परिवर्तन, बदलना, अस्थिर (Change)== | ==परिवर्तन, बदलना, अस्थिर (Change)== | ||
बदलाव से पूरी मुक्ति मतलब गलतियों से पूरी मुक्ति है, लेकिन यह तो अकेली सर्वज्ञता का विशेषाधिकार है। – सी सी काल्टन | * बदलाव से पूरी मुक्ति मतलब गलतियों से पूरी मुक्ति है, लेकिन यह तो अकेली सर्वज्ञता का विशेषाधिकार है। – सी सी काल्टन | ||
परिवर्तन ही सृष्टि है,जीवन होना मृत्यु है | ~ अज्ञात | * परिवर्तन ही सृष्टि है,जीवन होना मृत्यु है | ~ अज्ञात | ||
सिर्फ अतीत की जुगाली करने से कोई लाभ नहीं है | | * सिर्फ अतीत की जुगाली करने से कोई लाभ नहीं है | | ||
==चरित्र, स्वभाव, ख़ासियत (Character)== | ==चरित्र, स्वभाव, ख़ासियत (Character)== | ||
तुम बर्फ के समान विशुद्ध रहो और हिम के समान स्थिर तो भी लोक निन्दा से नहीं बच पाओगे | | * तुम बर्फ के समान विशुद्ध रहो और हिम के समान स्थिर तो भी लोक निन्दा से नहीं बच पाओगे | | ||
अच्छी आदतों से शक्ति की बचत होती है, अवगुण से बर्बादी | ~ जेम्स एलन | * अच्छी आदतों से शक्ति की बचत होती है, अवगुण से बर्बादी | ~ जेम्स एलन | ||
हमारी दुनिया को सबसे ज़्यादा एक नए नैतिक ढांचे की दरकार है | ~ ह्यूगो शावेज | * हमारी दुनिया को सबसे ज़्यादा एक नए नैतिक ढांचे की दरकार है | ~ ह्यूगो शावेज | ||
चरित्र एक वृक्ष है, मान एक छाया। हम हमेशा छाया की सोचते हैं, लेकिन असलियत तो वृक्ष ही है। -अब्राहम लिंकन | * चरित्र एक वृक्ष है, मान एक छाया। हम हमेशा छाया की सोचते हैं, लेकिन असलियत तो वृक्ष ही है। -अब्राहम लिंकन | ||
किसी व्यक्ति के चरित्र को उसके द्वारा प्रयुक्त विशेषणों से जाना जा सकता है | ~ मार्क ट्वेन | * किसी व्यक्ति के चरित्र को उसके द्वारा प्रयुक्त विशेषणों से जाना जा सकता है | ~ मार्क ट्वेन | ||
बुद्धि के साथ सरलता, नम्रता तथा विनय के योग से ही सच्चा चरित्र बनता है| | * बुद्धि के साथ सरलता, नम्रता तथा विनय के योग से ही सच्चा चरित्र बनता है| | ||
आचरण अच्छा हो तो मन में अच्छे विचार ही आते हैं। | * आचरण अच्छा हो तो मन में अच्छे विचार ही आते हैं। | ||
सुन्दर आचरण, सुन्दर देह से अच्छा है | ~ इमर्सन | * सुन्दर आचरण, सुन्दर देह से अच्छा है | ~ इमर्सन | ||
जैसे आचरण की तुम दूसरों से अपेक्षा रखते हो, वैसा ही आचरण तुम दूसरों के प्रति करो | ~ ल्यूक | * जैसे आचरण की तुम दूसरों से अपेक्षा रखते हो, वैसा ही आचरण तुम दूसरों के प्रति करो | ~ ल्यूक | ||
अपकीर्ति दण्ड में नहीं, अपितु अपराध में है | ~ एलफिरी | * अपकीर्ति दण्ड में नहीं, अपितु अपराध में है | ~ एलफिरी | ||
दूसरों को क्षति पंहुचाकर अपनी भलाई कि आशा नहीं करनी चाहिए | | * दूसरों को क्षति पंहुचाकर अपनी भलाई कि आशा नहीं करनी चाहिए | | ||
चरित्रवान व्यक्ति अपने पद और शक्ति का अनुचित लाभ नहीं उठाते | | * चरित्रवान व्यक्ति अपने पद और शक्ति का अनुचित लाभ नहीं उठाते | | ||
चरित्र आत्मसम्मान की नींव है | | * चरित्र आत्मसम्मान की नींव है | | ||
अपने चारित्रिक सुधार का आर्किटेक्ट खुद को बनना होगा | | * अपने चारित्रिक सुधार का आर्किटेक्ट खुद को बनना होगा | | ||
जैसा अन्न, वैसा मन। | * जैसा अन्न, वैसा मन। | ||
अपकीर्ति अमर है, जब कोई उसे मृतक समझता है, तब भी वह जीवित रहती है | ~ प्ल्यूटस | * अपकीर्ति अमर है, जब कोई उसे मृतक समझता है, तब भी वह जीवित रहती है | ~ प्ल्यूटस | ||
जो मानव अपने अवगुण और दूसरों के गुण देखता है, वही महान व्यक्ति बन सकता है | ~ सुकरात | * जो मानव अपने अवगुण और दूसरों के गुण देखता है, वही महान व्यक्ति बन सकता है | ~ सुकरात | ||
बहता पानी और रमता जोगी ही शुद्ध रहते हैं | ~ स्वामी विवेकानंद | * बहता पानी और रमता जोगी ही शुद्ध रहते हैं | ~ स्वामी विवेकानंद | ||
आत्म निर्भरता सद् व्यवहार की आधारशिला है | ~ इमर्सन | * आत्म निर्भरता सद् व्यवहार की आधारशिला है | ~ इमर्सन | ||
वृक्ष, सरोवर, सज्जन और मेघ-ये चारों परमार्थ हेतु देह धारण करते हैं | ~ महात्मा कबीर | * वृक्ष, सरोवर, सज्जन और मेघ-ये चारों परमार्थ हेतु देह धारण करते हैं | ~ महात्मा कबीर | ||
चरित्र की शुद्धि ही सारे ज्ञान का ध्येय होनी चाहिए | ~ महात्मा गांधी | * चरित्र की शुद्धि ही सारे ज्ञान का ध्येय होनी चाहिए | ~ महात्मा गांधी | ||
संयम और श्रम मानव के दो सर्वोत्तम चिकित्सक हैं | ~ रूसो | * संयम और श्रम मानव के दो सर्वोत्तम चिकित्सक हैं | ~ रूसो | ||
अच्छा स्वभाव, सोंदर्य के अभाव को पूरा कर देता है | ~ एडीसन | * अच्छा स्वभाव, सोंदर्य के अभाव को पूरा कर देता है | ~ एडीसन | ||
व्यवहार वह दर्पण है, जिसमें प्रत्ये़क का प्रतिबिम्ब देखा जा सकता है | ~ गेटे | * व्यवहार वह दर्पण है, जिसमें प्रत्ये़क का प्रतिबिम्ब देखा जा सकता है | ~ गेटे | ||
==दया, सहानुभूति, मेहरबानी (Compassion)== | ==दया, सहानुभूति, मेहरबानी (Compassion)== | ||
हम सभी ईश्वर से दया की प्रार्थना करते हैं और वही प्रार्थना हमें दया करना भी सिखाती है। -शेक्सपियर | * हम सभी ईश्वर से दया की प्रार्थना करते हैं और वही प्रार्थना हमें दया करना भी सिखाती है। -शेक्सपियर | ||
दयालु चेहरा सदैव सुंदर होता है। -बेली | * दयालु चेहरा सदैव सुंदर होता है। -बेली | ||
मुझे दया के लिए भेजा है, शाप देने के लिए नहीं। – हजरत मोहम्मद | * मुझे दया के लिए भेजा है, शाप देने के लिए नहीं। – हजरत मोहम्मद | ||
जो सचमुच दयालु है, वही सचमुच बुद्धिमान है, और जो दूसरों से प्रेम नहीं करता उस पर ईश्वर की कृपा नहीं होती। -होम | * जो सचमुच दयालु है, वही सचमुच बुद्धिमान है, और जो दूसरों से प्रेम नहीं करता उस पर ईश्वर की कृपा नहीं होती। -होम | ||
दया के छोटे-छोटे से कार्य, प्रेम के जरा-जरा से शब्द हमारी पृथ्वी को स्वर्गोपम बना देते हैं। -जूलिया कार्नी | * दया के छोटे-छोटे से कार्य, प्रेम के जरा-जरा से शब्द हमारी पृथ्वी को स्वर्गोपम बना देते हैं। -जूलिया कार्नी | ||
न्याय करना ईश्वर का काम है, आदमी का काम तो दया करना है। -फ्रांसिस | * न्याय करना ईश्वर का काम है, आदमी का काम तो दया करना है। -फ्रांसिस | ||
दयालुता हमें ईश्वर तुल्य बनती है। -क्लाडियन | * दयालुता हमें ईश्वर तुल्य बनती है। -क्लाडियन | ||
दया मनुष्य का स्वाभाविक गुण है। -प्रेमचंद | * दया मनुष्य का स्वाभाविक गुण है। -प्रेमचंद | ||
दया सबसे बड़ा धर्म है। – महाभारत | * दया सबसे बड़ा धर्म है। – महाभारत | ||
दया दोतरफी कृपा है। इसकी कृपा दाता पर भी होती है और पात्र पर भी। -शेक्सपियर | * दया दोतरफी कृपा है। इसकी कृपा दाता पर भी होती है और पात्र पर भी। -शेक्सपियर | ||
जो असहायों पर दया नहीं करता, उसे शक्तिशालियों के अत्याचार सहने पड़ते हैं। -शेख सादी | * जो असहायों पर दया नहीं करता, उसे शक्तिशालियों के अत्याचार सहने पड़ते हैं। -शेख सादी | ||
दयालुता दयालुता को जन्म देती है। -सोफोक्लीज | * दयालुता दयालुता को जन्म देती है। -सोफोक्लीज | ||
परोपकारियों का मार्ग न समुद्र रोक सकता है और न पर्वत | ~ अज्ञात | * परोपकारियों का मार्ग न समुद्र रोक सकता है और न पर्वत | ~ अज्ञात | ||
==प्रतियोगिता, मुक़ाबला (Competition)== | ==प्रतियोगिता, मुक़ाबला (Competition)== | ||
स्पर्धा और प्रतिस्पर्धा से वातावरण दीप्त और उद्दीप्त रहता है | ~ जैनेन्द्र कुमार | * स्पर्धा और प्रतिस्पर्धा से वातावरण दीप्त और उद्दीप्त रहता है | ~ जैनेन्द्र कुमार | ||
==आत्मविश्वास, निश्चय (Confidence)== | ==आत्मविश्वास, निश्चय (Confidence)== | ||
आत्मविश्वास किसी भी कार्य के लिए आवश्यक तत्व है | क्योंकि एक बड़ी खाई को दो छोटी छलांगों में पार नहीं किया जा सकता| ~ अज्ञात | * आत्मविश्वास किसी भी कार्य के लिए आवश्यक तत्व है | क्योंकि एक बड़ी खाई को दो छोटी छलांगों में पार नहीं किया जा सकता| ~ अज्ञात | ||
आत्मविश्वास के साथ आप गगन चूम सकते हैं और आत्मविश्वास के बिना मामूली सी उपलिब्धयां भी पकड़ से परे हैं| ~ जिम लोहर | * आत्मविश्वास के साथ आप गगन चूम सकते हैं और आत्मविश्वास के बिना मामूली सी उपलिब्धयां भी पकड़ से परे हैं| ~ जिम लोहर | ||
पेड़ की शाखा पर बैठा पंछी कभी भी इसलिए नहीं डरता कि डाल हिल रही है, क्योंकि पंछी डाली में नहीं अपने पंखों पर भरोसा करता है| | * पेड़ की शाखा पर बैठा पंछी कभी भी इसलिए नहीं डरता कि डाल हिल रही है, क्योंकि पंछी डाली में नहीं अपने पंखों पर भरोसा करता है| | ||
आत्मविश्वास हमारे उत्साह को जगाकर हमें जीवन में महान उपलब्धियों के मार्ग पर ले जाता है| | * आत्मविश्वास हमारे उत्साह को जगाकर हमें जीवन में महान उपलब्धियों के मार्ग पर ले जाता है| | ||
अनुभूतियों के सरोवर में, आत्म-विश्वास के कमाल खिलते हैं | ~ अमृतलाल नागर | * अनुभूतियों के सरोवर में, आत्म-विश्वास के कमाल खिलते हैं | ~ अमृतलाल नागर | ||
आत्मविश्वासी व्यक्ति अपने कार्य को पूरा करके ही छोड़ता है | ~ स्वेट मार्डेन | * आत्मविश्वासी व्यक्ति अपने कार्य को पूरा करके ही छोड़ता है | ~ स्वेट मार्डेन | ||
आत्मविश्वास वह संबल है, जो रास्ते की हर बाधा को धराशायी कर सकता है | | * आत्मविश्वास वह संबल है, जो रास्ते की हर बाधा को धराशायी कर सकता है | | ||
==साहस, हिम्मत, पराक्रम (Courage)== | ==साहस, हिम्मत, पराक्रम (Courage)== | ||
निराश हुए बिना पराजय को सह लेना, पृथ्वी पर साहस की सबसे बड़ी मिसाल है | ~ इंगरसोल | * निराश हुए बिना पराजय को सह लेना, पृथ्वी पर साहस की सबसे बड़ी मिसाल है | ~ इंगरसोल | ||
हमारी सुरक्षा, हमारी अर्थव्यवस्था और हमारे ग्रह के लिए बदलाव लाने का हममें साहस और प्रतिबद्धता होनी चाहिए। ~ बराक ओबामा (अमेरिकी राष्ट्रपति) | * हमारी सुरक्षा, हमारी अर्थव्यवस्था और हमारे ग्रह के लिए बदलाव लाने का हममें साहस और प्रतिबद्धता होनी चाहिए। ~ बराक ओबामा (अमेरिकी राष्ट्रपति) | ||
मानव के सभी गुणों में साहस पहला गुण है, क्योंकि यह सभी गुणों की जिम्मेदारी लेता है | ~ चर्चिल | * मानव के सभी गुणों में साहस पहला गुण है, क्योंकि यह सभी गुणों की जिम्मेदारी लेता है | ~ चर्चिल | ||
प्रेरणा कि हर अभिव्यक्ति में पुरुषार्थ और पराक्रम कि आवश्यकता है | ~ जैनेन्द्र कुमार | * प्रेरणा कि हर अभिव्यक्ति में पुरुषार्थ और पराक्रम कि आवश्यकता है | ~ जैनेन्द्र कुमार | ||
जो हर झाड़ी की जांच करता है, वह वन में क्या घुस पाएगा | ~ जर्मन कहावत | * जो हर झाड़ी की जांच करता है, वह वन में क्या घुस पाएगा | ~ जर्मन कहावत | ||
यह संकल्प कर लें कि यह जोखिम लेने योग्य है, तो आपको तत्काल कर्म करने का साहस जुटा लेना चाहिए | | * यह संकल्प कर लें कि यह जोखिम लेने योग्य है, तो आपको तत्काल कर्म करने का साहस जुटा लेना चाहिए | | ||
सच्चा साहसी वह है, जो बड़ी से बड़ी विपत्ति को बुद्धिमत्तापूर्वक सह सकता है | ~ शेक्सपीयर | * सच्चा साहसी वह है, जो बड़ी से बड़ी विपत्ति को बुद्धिमत्तापूर्वक सह सकता है | ~ शेक्सपीयर | ||
हर परिस्थिति में शांत रहने वाला निश्चित ही शिखर को छुता है | | * हर परिस्थिति में शांत रहने वाला निश्चित ही शिखर को छुता है | | ||
साहस का अर्थ होता है यह पता होना कि किस बात से डरना नहीं चाहिए| ~ प्लेटो | * साहस का अर्थ होता है यह पता होना कि किस बात से डरना नहीं चाहिए| ~ प्लेटो | ||
वह सच्चा साहसी है, जो कभी निराश नहीं होता | | * वह सच्चा साहसी है, जो कभी निराश नहीं होता | | ||
==कायर (Coward)== | ==कायर (Coward)== | ||
कायर तभी धमकी देता है, जब सुरक्षित होता है | ~ गेटे | * कायर तभी धमकी देता है, जब सुरक्षित होता है | ~ गेटे | ||
जो दूसरों की स्वाधीनता छीनते हैं, वास्तव में कायर हैं | ~ अब्राहम लिंकन | * जो दूसरों की स्वाधीनता छीनते हैं, वास्तव में कायर हैं | ~ अब्राहम लिंकन | ||
कायरता से कहीं ज्यादा अच्छा है, लड़ते-लड़ते मर जाना | ~ महात्मा गांधी | * कायरता से कहीं ज्यादा अच्छा है, लड़ते-लड़ते मर जाना | ~ महात्मा गांधी | ||
कुरीति के अधीन होना कायरता है, उसका विरोध करना पुरुषार्थ है | ~ महात्मा गांधी | * कुरीति के अधीन होना कायरता है, उसका विरोध करना पुरुषार्थ है | ~ महात्मा गांधी | ||
सौभाग्य वीर से डरता है और सिर्फ भीरु को भयभीत करता है | ~ सेनेका | * सौभाग्य वीर से डरता है और सिर्फ भीरु को भयभीत करता है | ~ सेनेका | ||
कायर अपने जीवन काल में ही अनेक बार मरते है, परन्तु वीर पुरुष केवल एक ही बार मरते हैं | | * कायर अपने जीवन काल में ही अनेक बार मरते है, परन्तु वीर पुरुष केवल एक ही बार मरते हैं | | ||
==सृजन, रचना, निर्माण (Creation)== | ==सृजन, रचना, निर्माण (Creation)== | ||
एक बीज बढ़ते हुए कभी कोई आवाज नहीं करता, मगर एक पेड़ जब गिरता है तो जबरदस्त शोर और प्रचार के साथ, विनाश में शोर है, सृजन हमेशा मौन रहकर समृद्धि पाता है। | * एक बीज बढ़ते हुए कभी कोई आवाज नहीं करता, मगर एक पेड़ जब गिरता है तो जबरदस्त शोर और प्रचार के साथ, विनाश में शोर है, सृजन हमेशा मौन रहकर समृद्धि पाता है। | ||
==मृत्यु, अंत, ख़तम, नाश (Death)== | ==मृत्यु, अंत, ख़तम, नाश (Death)== | ||
मृत्यु और विनाश बिना बुलाए ही आया करते हैं। क्योंकि ये हमारे मित्र के रूप में नहीं शत्रु के रूप में आते हैं। – भगवतीचरण वर्मा | * मृत्यु और विनाश बिना बुलाए ही आया करते हैं। क्योंकि ये हमारे मित्र के रूप में नहीं शत्रु के रूप में आते हैं। – भगवतीचरण वर्मा | ||
==अनुशासन, आत्मसंयम (Discipline)== | ==अनुशासन, आत्मसंयम (Discipline)== | ||
हम दबाव से अनुशासन नहीं सीख सकते | ~ महात्मा गांधी | * हम दबाव से अनुशासन नहीं सीख सकते | ~ महात्मा गांधी | ||
==दान, चंदा (Donation)== | ==दान, चंदा (Donation)== | ||
दान से वस्तु घटती नहीं बल्कि बढ़ती है | | * दान से वस्तु घटती नहीं बल्कि बढ़ती है | | ||
जब घर में धन और नाव में पानी आने लगे, तो उसे दोनों हाथों से निकालें | * जब घर में धन और नाव में पानी आने लगे, तो उसे दोनों हाथों से निकालें, ऐसा करने में बुद्धिमानी है, हमें धन की अधिकता सुखी नहीं बनाती| - संत कबीर | ||
ऐसा करने में बुद्धिमानी है, हमें धन की अधिकता सुखी नहीं बनाती| - संत कबीर | |||
==सपना, ख़याल (Dream)== | ==सपना, ख़याल (Dream)== | ||
हमारे कई सपने शुरू में असंभव लगते हैं, फिर असंभाव्य और फिर जब हमें संकल्पशक्ति आती है तो ये सपने अवश्यंभावी हो जाते हैं। ~ क्रिस्टोफर रीव | * हमारे कई सपने शुरू में असंभव लगते हैं, फिर असंभाव्य और फिर जब हमें संकल्पशक्ति आती है तो ये सपने अवश्यंभावी हो जाते हैं। ~ क्रिस्टोफर रीव | ||
सपने देखना बेहद जरुरी है, लेकिन केवल सपने देखकर ही मंजिल को हासिल नहीं किया जा सकता, सबसे ज्यादा जरुरी है जिंदगी में खुद के लिए कोई लक्ष्य तय करना | ~ डा. अब्दुल कलाम | * सपने देखना बेहद जरुरी है, लेकिन केवल सपने देखकर ही मंजिल को हासिल नहीं किया जा सकता, सबसे ज्यादा जरुरी है जिंदगी में खुद के लिए कोई लक्ष्य तय करना | ~ डा. अब्दुल कलाम | ||
स्वप्न दृष्टा और यथार्थ के सृष्टा बनिए | ~अज्ञात | * स्वप्न दृष्टा और यथार्थ के सृष्टा बनिए | ~अज्ञात | ||
अभिलाषा तभी फलदायक होती है, जब वह दृढ निश्चय में परिणित कर दे जाती है | ~ स्वेट मार्डेन | * अभिलाषा तभी फलदायक होती है, जब वह दृढ निश्चय में परिणित कर दे जाती है | ~ स्वेट मार्डेन | ||
==कर्तव्य, धर्म, फर्ज़ (Duty)== | ==कर्तव्य, धर्म, फर्ज़ (Duty)== | ||
सौभाग्य उन्हीं को प्राप्त होता है, जो अपने कर्तव्य पथ पर अविचल रहते हैं | ~ प्रेमचंद | * सौभाग्य उन्हीं को प्राप्त होता है, जो अपने कर्तव्य पथ पर अविचल रहते हैं | ~ प्रेमचंद | ||
कर्तव्य कभी आग और पानी की परवाह नहीं करता | कर्तव्य-पालन में ही चित्त की शांति है | ~ प्रेमचंद | * कर्तव्य कभी आग और पानी की परवाह नहीं करता | कर्तव्य-पालन में ही चित्त की शांति है | ~ प्रेमचंद | ||
कृतज्ञता एक कर्तव्य है,जिसे पूरा करना चाहिए | ~ रूसो | * कृतज्ञता एक कर्तव्य है,जिसे पूरा करना चाहिए | ~ रूसो | ||
विदेश में विद्या ,घर में पत्नी ,रोगी के लिए औषधि और मृतक का मित्र धर्म है | ~ अज्ञात | * विदेश में विद्या ,घर में पत्नी ,रोगी के लिए औषधि और मृतक का मित्र धर्म है | ~ अज्ञात | ||
कर्तव्य एक चुम्बक है, जिसकी ओर आकर्षित हुआ अधिकार दौड़ा आता है | ~ अज्ञात | * कर्तव्य एक चुम्बक है, जिसकी ओर आकर्षित हुआ अधिकार दौड़ा आता है | ~ अज्ञात | ||
==शिक्षा (Education)== | ==शिक्षा (Education)== | ||
शिक्षा जीवन की परिस्थितियों का सामना करने की योग्यता का नाम है | ~ जॉन जी. हिबन | * शिक्षा जीवन की परिस्थितियों का सामना करने की योग्यता का नाम है | ~ जॉन जी. हिबन | ||
बच्चों को शिक्षित करना तो जरूरी है ही, उन्हें अपने आप को शिक्षित करने के लिए छोड़ देना भी उतना ही जरूरी है | ~ अर्नेस्ट डिमनेट | * बच्चों को शिक्षित करना तो जरूरी है ही, उन्हें अपने आप को शिक्षित करने के लिए छोड़ देना भी उतना ही जरूरी है | ~ अर्नेस्ट डिमनेट | ||
संसार में जितने प्रकार की प्राप्तियां हैं, शिक्षा सब से बढ़कर है | ~ सूर्यकांत त्रिपाठी | * संसार में जितने प्रकार की प्राप्तियां हैं, शिक्षा सब से बढ़कर है | ~ सूर्यकांत त्रिपाठी | ||
शिक्षा जीवन की तैयारी का शिक्षण काल है | ~ विल्मट | * शिक्षा जीवन की तैयारी का शिक्षण काल है | ~ विल्मट | ||
युवकों की शिक्षा पर ही राज्य आधारित है | ~ अरस्तू | * युवकों की शिक्षा पर ही राज्य आधारित है | ~ अरस्तू | ||
विद्या अमूल्य और अनश्वर धन है | ~ ग्लैडस्टन | * विद्या अमूल्य और अनश्वर धन है | ~ ग्लैडस्टन | ||
==दुश्मन, शत्रु, विरोधी (Enemy)== | ==दुश्मन, शत्रु, विरोधी (Enemy)== | ||
अहिंसा अच्छी चीज है, लेकिन शत्रुहीन होना अच्छी बात है | ~ विमल मित्र | * अहिंसा अच्छी चीज है, लेकिन शत्रुहीन होना अच्छी बात है | ~ विमल मित्र | ||
दुश्मन का लोहा गर्म भले ही हो ,पर हथौड़ा तो ठंडा ही काम दे सकता है | ~ सरदार पटेल | * दुश्मन का लोहा गर्म भले ही हो ,पर हथौड़ा तो ठंडा ही काम दे सकता है | ~ सरदार पटेल | ||
==बुराई, दुष्ट (Evil)== | ==बुराई, दुष्ट (Evil)== | ||
पक्षपात सब बुराइयों की जड़ है | ~ विवेकानन्द | * पक्षपात सब बुराइयों की जड़ है | ~ विवेकानन्द | ||
एक बुराई, दूसरी बुराई को जनम देती है | ~ शेक्सपियर | * एक बुराई, दूसरी बुराई को जनम देती है | ~ शेक्सपियर | ||
बुराई नौका में छिद्र के समान है | वह छोटी हो या बड़ी , एक दिन नौका को डूबो देती है | ~ कालिदास | * बुराई नौका में छिद्र के समान है | वह छोटी हो या बड़ी , एक दिन नौका को डूबो देती है | ~ कालिदास | ||
अति अगर अच्छाई की हो तो वह भी अतंत: बुराई में तब्दील हो जाती है| ~ विलियम शेक्सपियर | * अति अगर अच्छाई की हो तो वह भी अतंत: बुराई में तब्दील हो जाती है| ~ विलियम शेक्सपियर | ||
==डर, भय, ख़ौफ़ (Fear)== | ==डर, भय, ख़ौफ़ (Fear)== | ||
जिसे भविष्य का भय नहीं रहता, वही वर्तमान का आनंद उठा सकता है | ~ अज्ञात | * जिसे भविष्य का भय नहीं रहता, वही वर्तमान का आनंद उठा सकता है | ~ अज्ञात | ||
भय ही पतन और पाप का निश्चित कारण है | ~ स्वामी विवेकानंद | * भय ही पतन और पाप का निश्चित कारण है | ~ स्वामी विवेकानंद | ||
जैसे ही भय आपकी ओर बढ़े, उस पर आक्रमण करते हुए उसे नष्ट कर दो | ~ चाणक्य | * जैसे ही भय आपकी ओर बढ़े, उस पर आक्रमण करते हुए उसे नष्ट कर दो | ~ चाणक्य | ||
जो चुनौतियों का सामना करने से डरता है, उसका असफल होना तय है | ~ अज्ञात | * जो चुनौतियों का सामना करने से डरता है, उसका असफल होना तय है | ~ अज्ञात | ||
==दोस्ती, मित्रता, मैत्री (Friendship)== | ==दोस्ती, मित्रता, मैत्री (Friendship)== | ||
मित्र का सम्मान करो, पीठ पीछे उसकी प्रशंसा करो और आवश्यकता पड़ने पर उसकी सहायता करो | ~ अरस्तू | * मित्र का सम्मान करो, पीठ पीछे उसकी प्रशंसा करो और आवश्यकता पड़ने पर उसकी सहायता करो | ~ अरस्तू | ||
दोस्त वह है, जो आपको अपनी तरह जीने की पूरी आजादी दे| ~ जिम मॅारिसन | * दोस्त वह है, जो आपको अपनी तरह जीने की पूरी आजादी दे| ~ जिम मॅारिसन | ||
अत्याचारी से बढ़कर अभागा व्यक्ति दूसरा नहीं, क्योंकि विपत्ति के समय कोई उसका मित्र नहीं होता | | * अत्याचारी से बढ़कर अभागा व्यक्ति दूसरा नहीं, क्योंकि विपत्ति के समय कोई उसका मित्र नहीं होता | | ||
सच्चा प्रेम दुर्लभ है, सच्ची मित्रता और भी दुर्लभ है। | * सच्चा प्रेम दुर्लभ है, सच्ची मित्रता और भी दुर्लभ है। | ||
ज्ञानी दोस्त जिंदगी का सबसे बड़ा वरदान है | ~ यूरीपिडीज | * ज्ञानी दोस्त जिंदगी का सबसे बड़ा वरदान है | ~ यूरीपिडीज | ||
कृतज्ञता मित्रता को चिरस्थायी रखती है और नए मित्र बनाती है | ~ फ्रेंकलिन | * कृतज्ञता मित्रता को चिरस्थायी रखती है और नए मित्र बनाती है | ~ फ्रेंकलिन | ||
झूठे मित्र साये की तरह होते हैं | धूप में साथ चलते हैं और अंधेरे में साथ छोड़ देते हैं | ~ अज्ञात | * झूठे मित्र साये की तरह होते हैं | धूप में साथ चलते हैं और अंधेरे में साथ छोड़ देते हैं | ~ अज्ञात | ||
सच्चे मित्र के तीन लक्षण हैं- अहित को रोकना, हित की रक्षा करना और विपत्ति में साथ नहीं छोड़ना | | * सच्चे मित्र के तीन लक्षण हैं- अहित को रोकना, हित की रक्षा करना और विपत्ति में साथ नहीं छोड़ना | | ||
सच्चे मित्र के सामने दुःख आधा और हर्ष दुगुना प्रतीत होता है | ~ जानसन | * सच्चे मित्र के सामने दुःख आधा और हर्ष दुगुना प्रतीत होता है | ~ जानसन | ||
==मज़ाकिया, अजीब (Funny)== | ==मज़ाकिया, अजीब (Funny)== | ||
कामयाब व्यक्ति की आधुनिक परिभाषा: जो पहली बीवी की वजह से कामयाबी हासिल करता है और कामयाबी की वजह से दूसरी बीवी। | * कामयाब व्यक्ति की आधुनिक परिभाषा: जो पहली बीवी की वजह से कामयाबी हासिल करता है और कामयाबी की वजह से दूसरी बीवी। | ||
एक सरकारी दफ्तर के बोर्ड पर लिखा था कृप्या शोर न करें! किसी ने उसके नीचे लिख दिया! वरना हम जाग जायेंगे! | * एक सरकारी दफ्तर के बोर्ड पर लिखा था कृप्या शोर न करें! किसी ने उसके नीचे लिख दिया! वरना हम जाग जायेंगे! | ||
हर विषय को मिनी स्कर्ट की तरह होना चाहिये! इतना छोटा कि लोगों का इन्ट्रस्ट बना रहे और जरुरी चीज़े भी कवर हो जाये! | * हर विषय को मिनी स्कर्ट की तरह होना चाहिये! इतना छोटा कि लोगों का इन्ट्रस्ट बना रहे और जरुरी चीज़े भी कवर हो जाये! | ||
किशोरावस्था :ऐसी आयु जिसमें लड़के लड़कियों को ताड़ने लगते हैं और लड़कियां ताड़ने लगती हैं कि लड़के उन्हें ताड़ने लगे हैं. | * किशोरावस्था :ऐसी आयु जिसमें लड़के लड़कियों को ताड़ने लगते हैं और लड़कियां ताड़ने लगती हैं कि लड़के उन्हें ताड़ने लगे हैं. | ||
आदर्श पत्नी :जो बरतन, कपड़े, झाड़ू, पोंछा … कहने का मतलब घर के सभी काम, करने में पति की मदद करे. | * आदर्श पत्नी :जो बरतन, कपड़े, झाड़ू, पोंछा … कहने का मतलब घर के सभी काम, करने में पति की मदद करे. | ||
गाली: क्रोध के समय मुख से निकले शब्द अथवा शब्दों का समूह …, जिनके उच्चारण के पश्चात् व्यक्ति के हृदय को शान्ति का अनुभव होता है. | * गाली: क्रोध के समय मुख से निकले शब्द अथवा शब्दों का समूह …, जिनके उच्चारण के पश्चात् व्यक्ति के हृदय को शान्ति का अनुभव होता है. | ||
मनोचिकित्सक: जो भारी फीस लेकर आपसे ऐसे सवाल पूछता है, जैसे आपकी पत्नी आपसे यूँ ही पूछती रहती है. | * मनोचिकित्सक: जो भारी फीस लेकर आपसे ऐसे सवाल पूछता है, जैसे आपकी पत्नी आपसे यूँ ही पूछती रहती है. | ||
राय – वह इकलौती वस्तु जिसका देना अधिक सुखद है उसके लेने की अपेक्षा. | * राय – वह इकलौती वस्तु जिसका देना अधिक सुखद है उसके लेने की अपेक्षा. | ||
दृढ़ता – वह गुण जो हममें हो तो सत्याग्रह, दूसरे में हो तो दुराग्रह. | * दृढ़ता – वह गुण जो हममें हो तो सत्याग्रह, दूसरे में हो तो दुराग्रह. | ||
अधिकारी : वह जो आपके पहुंचने के पहले ऑफिस पहुंच जाता है और यदि कभी आप जल्दी पहुंच जाएं तो काफी देर से आता है। | * अधिकारी : वह जो आपके पहुंचने के पहले ऑफिस पहुंच जाता है और यदि कभी आप जल्दी पहुंच जाएं तो काफी देर से आता है। | ||
नेता: वह शख्स जो अपने देश के लिये आपकी जान की कुर्बानी देने को हमेशा तैयार रहता है। | * नेता: वह शख्स जो अपने देश के लिये आपकी जान की कुर्बानी देने को हमेशा तैयार रहता है। | ||
पड़ोसी: वह महानुभाव जो आपके मामलों को आपसे ज्यादा समझते हैं। | * पड़ोसी: वह महानुभाव जो आपके मामलों को आपसे ज्यादा समझते हैं। | ||
शादी: यह मालूम करने का तरीका कि आपकी बीबी को कैसा पति पसन्द आता। | * शादी: यह मालूम करने का तरीका कि आपकी बीबी को कैसा पति पसन्द आता। | ||
कान्फ्रेन्स रूम: वह स्थान जहां हर व्यक्ति बोलता है, कोई नहीं सुनता है और अंत में सब असहमत होते हैं। | * कान्फ्रेन्स रूम: वह स्थान जहां हर व्यक्ति बोलता है, कोई नहीं सुनता है और अंत में सब असहमत होते हैं। | ||
श्रेष्ठ पुस्तक: जिसकी सब प्रशंसा करते हैं परंतु पढ़ता कोई नहीं है। | * श्रेष्ठ पुस्तक: जिसकी सब प्रशंसा करते हैं परंतु पढ़ता कोई नहीं है। | ||
कार्यालय: वह स्थान जहां आप घर के तनावों से मुक्ति पाकर विश्राम कर सकते हैं। | * कार्यालय: वह स्थान जहां आप घर के तनावों से मुक्ति पाकर विश्राम कर सकते हैं। | ||
मच्छर: इंजेक्शन की ऐसी सिरिंज जो उड़ सकती है. | * मच्छर: इंजेक्शन की ऐसी सिरिंज जो उड़ सकती है. | ||
एक आशावादी सोचता है कि गिलास आधा भरा है, निराशावादी का विचार होता है कि गिलास आधा खाली है, पर एक यथार्थवादी जानता है कि वह आसपास बना रहा तो अंतत: गिलास उसे ही धोना पड़ेगा। | * एक आशावादी सोचता है कि गिलास आधा भरा है, निराशावादी का विचार होता है कि गिलास आधा खाली है, पर एक यथार्थवादी जानता है कि वह आसपास बना रहा तो अंतत: गिलास उसे ही धोना पड़ेगा। | ||
==भगवान, प्रभु, अल्लाह (God)== | ==भगवान, प्रभु, अल्लाह (God)== | ||
ईश्वर को देखा नहीं जा सकता, इसीलिए तो वह हर जगह मौजूद है।- यासुनारी कावाबाता | * ईश्वर को देखा नहीं जा सकता, इसीलिए तो वह हर जगह मौजूद है।- यासुनारी कावाबाता | ||
यदि ईश्वर का अस्तित्व न होता, तो उसके आविष्कार की आवश्यकता पड़ती | ~ वाल्टेयर | * यदि ईश्वर का अस्तित्व न होता, तो उसके आविष्कार की आवश्यकता पड़ती | ~ वाल्टेयर | ||
==भलाई, साधुता, भद्रता (Goodness)== | ==भलाई, साधुता, भद्रता (Goodness)== | ||
भलाई में आनंद है, क्योंकि वह तुम्हारे स्वास्थ्य और सुख में वृद्धि करता है | ~ जरथुष्ट्र | * भलाई में आनंद है, क्योंकि वह तुम्हारे स्वास्थ्य और सुख में वृद्धि करता है | ~ जरथुष्ट्र | ||
भलाई करना मानवता है, भला होना दिव्यता है | ~ ला मार्टिन | * भलाई करना मानवता है, भला होना दिव्यता है | ~ ला मार्टिन | ||
भलाई अमरत्व की ओर ले जाती है, बुराई विनाश की ओर | ~ व्हिटमैन | * भलाई अमरत्व की ओर ले जाती है, बुराई विनाश की ओर | ~ व्हिटमैन | ||
==सुख, आनंद, ख़ुशी (Happiness)== | ==सुख, आनंद, ख़ुशी (Happiness)== | ||
आप अपनी आंख बंद करके ध्यान लगाएं और खुद से पूछे कि कौन सा काम करते समय आपको आनंद आता है | ऐसी कौन-सी दुनिया है, जो आपको बुलाती है | तभी तुम सही फैसला कर पाओगे | | * आप अपनी आंख बंद करके ध्यान लगाएं और खुद से पूछे कि कौन सा काम करते समय आपको आनंद आता है | ऐसी कौन-सी दुनिया है, जो आपको बुलाती है | तभी तुम सही फैसला कर पाओगे | | ||
प्रसन्नता आत्मा को शांति देती है | ~ सैम्युअल स्माइल्स | * प्रसन्नता आत्मा को शांति देती है | ~ सैम्युअल स्माइल्स | ||
आनंद ही ब्रह्म है, आनंद से ही सब प्राणी उत्पन्न होते हैं. उत्पन्न होने पर आनंद से ही जीवित रहते हैं और मृत्यु से आनंद में समा जाते हैं| ~ उपनिषद | * आनंद ही ब्रह्म है, आनंद से ही सब प्राणी उत्पन्न होते हैं. उत्पन्न होने पर आनंद से ही जीवित रहते हैं और मृत्यु से आनंद में समा जाते हैं| ~ उपनिषद | ||
प्रसन्नता स्वास्थ्य देती है, विषाद रोग देते है। | * प्रसन्नता स्वास्थ्य देती है, विषाद रोग देते है। | ||
मनुष्य अपने आनंद का निर्माता स्वयं है। ~ थोरो | * मनुष्य अपने आनंद का निर्माता स्वयं है। ~ थोरो | ||
प्रसन्नचित्त मनुष्य अधिक जीते हैं | ~ शेक्सपियर | * प्रसन्नचित्त मनुष्य अधिक जीते हैं | ~ शेक्सपियर | ||
प्रसन्न करने का उपाय है, स्वयं प्रसन्न रहना। | * प्रसन्न करने का उपाय है, स्वयं प्रसन्न रहना। | ||
हर्ष के साथ शोक और भय इस प्रकार लगे हैं जैसे प्रकाश के संग छाया, सच्चा सुखी वही है जिसकी दृष्टि में दोनों समान हैं| ~ धम्मपद | * हर्ष के साथ शोक और भय इस प्रकार लगे हैं जैसे प्रकाश के संग छाया, सच्चा सुखी वही है जिसकी दृष्टि में दोनों समान हैं| ~ धम्मपद | ||
प्रसन्नता बसन्त की तरह, ह्रदय की सब कलियां खिला देती है | ~ जीनपॉल | * प्रसन्नता बसन्त की तरह, ह्रदय की सब कलियां खिला देती है | ~ जीनपॉल | ||
जो व्यक्ति सभी को खुश रखना चाहेगा, वह किसी को खुश नहीं रख सकता | | * जो व्यक्ति सभी को खुश रखना चाहेगा, वह किसी को खुश नहीं रख सकता | | ||
सुख सर्वत्र मौजूद है, उसका स्त्रोत हमारे ह्रदयों में है | ~ रस्किन | * सुख सर्वत्र मौजूद है, उसका स्त्रोत हमारे ह्रदयों में है | ~ रस्किन | ||
सुख का रहस्य त्याग में है | ~ एण्ड्रयू कारनेगी | * सुख का रहस्य त्याग में है | ~ एण्ड्रयू कारनेगी | ||
सुख बाहर से मिलने की चीज नहीं, मगर अहंकार छोड़े बगैर इसकी प्राप्ति भी होने वाली नहीं | ~ महात्मा गांधी | * सुख बाहर से मिलने की चीज नहीं, मगर अहंकार छोड़े बगैर इसकी प्राप्ति भी होने वाली नहीं | ~ महात्मा गांधी | ||
जीवन का वास्तविक सुख, दूसरों को सुख देने में हैं, उनका सुख लूटने में नहीं | ~ मुंशी प्रेमचंद | * जीवन का वास्तविक सुख, दूसरों को सुख देने में हैं, उनका सुख लूटने में नहीं | ~ मुंशी प्रेमचंद | ||
* जीवन के प्रति जिस व्यक्ति कि कम से कम शिकायतें है, वही इस जगत में अधिक से अधिक सुखी है | | |||
==घृणा, नफ़रत, द्वेष (Hate)== | ==घृणा, नफ़रत, द्वेष (Hate)== | ||
पाप से घृणा करो, पापी से नहीं | ~ महात्मा गांधी | * पाप से घृणा करो, पापी से नहीं | ~ महात्मा गांधी | ||
==स्वास्थ्य, सेहत (Health)== | ==स्वास्थ्य, सेहत (Health)== | ||
शीघ्र सोने और प्रात:काल जल्दी उठने वाला मानव अरोग्यवान,भाग्यवान और ज्ञानवान होता है | ~ जयशंकर प्रसाद | * शीघ्र सोने और प्रात:काल जल्दी उठने वाला मानव अरोग्यवान,भाग्यवान और ज्ञानवान होता है | ~ जयशंकर प्रसाद | ||
जहां तक हो सके, निरन्तर हंसते रहो, यह सस्ती दवा है | ~ अज्ञात | * जहां तक हो सके, निरन्तर हंसते रहो, यह सस्ती दवा है | ~ अज्ञात | ||
अच्छा स्वास्थ्य एवं अच्छी समझ, जीवन के दो सर्वोत्तम वरदान हैं | ~ साइरस | * अच्छा स्वास्थ्य एवं अच्छी समझ, जीवन के दो सर्वोत्तम वरदान हैं | ~ साइरस | ||
प्रतिदिन एक सेव खाने से डॉक्टर की आवश्यकता नहीं होती | ~ अंग्रेजी कहावत | * प्रतिदिन एक सेव खाने से डॉक्टर की आवश्यकता नहीं होती | ~ अंग्रेजी कहावत | ||
स्वास्थ्य परिश्रम में है और श्रम के अलावा वहां तक पहुंचने का कोई दूसरा राजमार्ग नहीं | ~ वेन्डेल फिलप्स | * स्वास्थ्य परिश्रम में है और श्रम के अलावा वहां तक पहुंचने का कोई दूसरा राजमार्ग नहीं | ~ वेन्डेल फिलप्स | ||
अच्छा मजाक आत्मा का स्वास्थ्य है, चिंता उसका विष | ~ स्टैनली | * अच्छा मजाक आत्मा का स्वास्थ्य है, चिंता उसका विष | ~ स्टैनली | ||
==दिल, ह्रदय (Heart)== | ==दिल, ह्रदय (Heart)== | ||
एक टूटा हुआ दिल, टूटे हुए शीशे के समान होता है. इसको टूटा हुआ छोड़ देना ज्यादा बेहतर होता, क्योंकि दोनों को जोड़ने में खुद को ज्यादा दुख पहुंचता है। | * एक टूटा हुआ दिल, टूटे हुए शीशे के समान होता है. इसको टूटा हुआ छोड़ देना ज्यादा बेहतर होता, क्योंकि दोनों को जोड़ने में खुद को ज्यादा दुख पहुंचता है। | ||
चेहरा ह्रदय का प्रतिबिम्ब है | ~ कहावत | * चेहरा ह्रदय का प्रतिबिम्ब है | ~ कहावत | ||
सुन्दर ह्रदय का मूल्य सोने से भी बढ़कर है | ~ शेक्सपियर | * सुन्दर ह्रदय का मूल्य सोने से भी बढ़कर है | ~ शेक्सपियर | ||
भरे दिल में सबके लिए जगह होती है पर खाली दिल में किसी के लिए नहीं | | * भरे दिल में सबके लिए जगह होती है पर खाली दिल में किसी के लिए नहीं | | ||
==इतिहास, प्राचीन (History)== | ==इतिहास, प्राचीन (History)== | ||
उचित रूप से देंखे तो कुछ भी इतिहास नही है , सब कुछ मात्र आत्मकथा है ।~ इमर्सन | * उचित रूप से देंखे तो कुछ भी इतिहास नही है , सब कुछ मात्र आत्मकथा है ।~ इमर्सन | ||
इतिहास , असत्यों पर एकत्र की गयी सहमति है।~ नेपोलियन बोनापार्ट | * इतिहास , असत्यों पर एकत्र की गयी सहमति है।~ नेपोलियन बोनापार्ट | ||
इंजिनीयर इतिहास का निर्माता रहा है, और आज भी है ।~ जेम्स के. फिंक | * इंजिनीयर इतिहास का निर्माता रहा है, और आज भी है ।~ जेम्स के. फिंक | ||
ज्ञानी लोगों का कहना है कि जो भी भविष्य को देखने की इच्छा हो भूत (इतिहास) से सीख ले ।~ मकियावेली ” द प्रिन्स ” | * ज्ञानी लोगों का कहना है कि जो भी भविष्य को देखने की इच्छा हो भूत (इतिहास) से सीख ले ।~ मकियावेली ” द प्रिन्स ” | ||
इतिहास से हम सीखते हैं कि हमने उससे कुछ नही सीखा। | * इतिहास से हम सीखते हैं कि हमने उससे कुछ नही सीखा। | ||
इतिहास सदा विजेता द्वारा ही लिखा जाता है । | * इतिहास सदा विजेता द्वारा ही लिखा जाता है । | ||
इतिहास स्वयं को दोहराता है , इतिहास के बारे में यही एक बुरी बात है । ~ सी डैरो | * इतिहास स्वयं को दोहराता है , इतिहास के बारे में यही एक बुरी बात है । ~ सी डैरो | ||
इतिहास, शक्तिशाली लोगों द्वारा, उनके धन और बल की रक्षा के लिये लिखा जाता है । | * इतिहास, शक्तिशाली लोगों द्वारा, उनके धन और बल की रक्षा के लिये लिखा जाता है । | ||
संक्षेप में , मानव इतिहास सुविचारों का इतिहास है । ~ एच जी वेल्स | * संक्षेप में , मानव इतिहास सुविचारों का इतिहास है । ~ एच जी वेल्स | ||
जो इतिहास को याद नहीं रखते , उनको इतिहास को दुहराने का दण्ड मिलता है ।~ जार्ज सन्तायन | * जो इतिहास को याद नहीं रखते , उनको इतिहास को दुहराने का दण्ड मिलता है ।~ जार्ज सन्तायन | ||
सभ्यता की कहानी , सार रूप में , इंजिनीयरिंग की कहानी है – वह लम्बा और विकट संघर्ष जो प्रकृति की शक्तियो को मनुष्य के भले के लिये काम कराने के लिये किया गया । ~ एस डीकैम्प | * सभ्यता की कहानी , सार रूप में , इंजिनीयरिंग की कहानी है – वह लम्बा और विकट संघर्ष जो प्रकृति की शक्तियो को मनुष्य के भले के लिये काम कराने के लिये किया गया । ~ एस डीकैम्प | ||
==घर, कुटुंब, निवास (Home)== | ==घर, कुटुंब, निवास (Home)== | ||
घर के समान कोई स्कूल नहीं, न ईमानदारी व सदाचारी माता-पिता के समान कोई अध्यापक है | | * घर के समान कोई स्कूल नहीं, न ईमानदारी व सदाचारी माता-पिता के समान कोई अध्यापक है | | ||
जब घर में अतिथि हो तब चाहे अमृत ही क्यों न हो, अकेले नहीं पीना चाहिए | ~ तिरुवल्लुवर | * जब घर में अतिथि हो तब चाहे अमृत ही क्यों न हो, अकेले नहीं पीना चाहिए | ~ तिरुवल्लुवर | ||
==ईमानदारी, सच्चाई (Honesty)== | ==ईमानदारी, सच्चाई (Honesty)== | ||
मनुष्य की प्रतिष्ठा ईमानदारी पर ही निर्भर है | ~ अज्ञात | * मनुष्य की प्रतिष्ठा ईमानदारी पर ही निर्भर है | ~ अज्ञात | ||
ईमानदार मनुष्य ईश्वर की सर्वोत्कृष्ट कृति है | ~ अज्ञात | * ईमानदार मनुष्य ईश्वर की सर्वोत्कृष्ट कृति है | ~ अज्ञात | ||
==मनुष्य, मानव (Human)== | ==मनुष्य, मानव (Human)== | ||
किसी भी देश की संस्कृति उसके लोगों के ह्रदय और आत्मा में बसती है | ~ महात्मा गांधी | * किसी भी देश की संस्कृति उसके लोगों के ह्रदय और आत्मा में बसती है | ~ महात्मा गांधी | ||
अकृतज्ञता मनुष्यत्व का विष है | ~ सर पी. सिडनी | * अकृतज्ञता मनुष्यत्व का विष है | ~ सर पी. सिडनी | ||
मानव द्वारा अपनाया जाने वाला विवेक व माधुर्य समाज को प्रसन्नता प्रदान करता है | ~ अज्ञात | * मानव द्वारा अपनाया जाने वाला विवेक व माधुर्य समाज को प्रसन्नता प्रदान करता है | ~ अज्ञात | ||
जिन पापों को मनुष्य करना पसंद करते हैं, उन्हें सुनना पसंद नहीं करते | | * जिन पापों को मनुष्य करना पसंद करते हैं, उन्हें सुनना पसंद नहीं करते | | ||
==अन्याय, बेइंसाफी (Injustice)== | ==अन्याय, बेइंसाफी (Injustice)== | ||
अन्याय का राज्य बालू की भीत है | ~ जयशंकर प्रसाद | * अन्याय का राज्य बालू की भीत है | ~ जयशंकर प्रसाद | ||
अधर्म पर स्थापित राज्य कभी नहीं टिकता | ~ सेनेका | * अधर्म पर स्थापित राज्य कभी नहीं टिकता | ~ सेनेका | ||
==प्रेरणादायक (Inspirational)== | ==प्रेरणादायक (Inspirational)== | ||
प्यार कभी निष्फल नहीं होता, चरित्र कभी नहीं हारता, धैर्य और दृढ़ता से सपने अवश्य सच हो जाते हैं| ~ पीट मेराविच | * प्यार कभी निष्फल नहीं होता, चरित्र कभी नहीं हारता, धैर्य और दृढ़ता से सपने अवश्य सच हो जाते हैं| ~ पीट मेराविच | ||
मानव जीवन की दिशा बदलने में, एक छोटी सी बात भी अद्भुत प्रभाव रखती है | ~ स्वेट मार्डेन | * मानव जीवन की दिशा बदलने में, एक छोटी सी बात भी अद्भुत प्रभाव रखती है | ~ स्वेट मार्डेन | ||
किनारे पर खड़ा जहाज सबसे सुरक्षित होता है। लेकिन क्या जहाज इसलिए बनाए जाते हैं। जीवन में चुनौतियां लेने की ताकत ही आपकी क्षमताओं को तय करती है। | * किनारे पर खड़ा जहाज सबसे सुरक्षित होता है। लेकिन क्या जहाज इसलिए बनाए जाते हैं। जीवन में चुनौतियां लेने की ताकत ही आपकी क्षमताओं को तय करती है। | ||
आप कुछ भी कर पाने में सक्षम हैं चाहे वह आपकी सोच हो, आपका जीवन हो या आपके सपने हों, सब सच हो सकते हैं| आप जो चाहें वह कर सकते हैं| आप इस अनंत ब्रह्मांड की तरह ही अनंत संभावनाओं से परिपूर्ण हैं| ~ शेड हेल्मस्टेटर | * आप कुछ भी कर पाने में सक्षम हैं चाहे वह आपकी सोच हो, आपका जीवन हो या आपके सपने हों, सब सच हो सकते हैं| आप जो चाहें वह कर सकते हैं| आप इस अनंत ब्रह्मांड की तरह ही अनंत संभावनाओं से परिपूर्ण हैं| ~ शेड हेल्मस्टेटर | ||
अगर हम अपनी क्षमता के अनुसार कर्म करें तो हम अपने-आप को ही अचंभित कर डालेंगे | ~ थॉमस एडीसन | * अगर हम अपनी क्षमता के अनुसार कर्म करें तो हम अपने-आप को ही अचंभित कर डालेंगे | ~ थॉमस एडीसन | ||
संकल्प ही मनुष्य का बल है। | * संकल्प ही मनुष्य का बल है। | ||
संपूर्ण लेखन जैसी कोई चीज नहीं होती। ठीक वैसे ही जैसे संपूर्ण निराशा नहीं होती। – हारुकि मुराकामी | * संपूर्ण लेखन जैसी कोई चीज नहीं होती। ठीक वैसे ही जैसे संपूर्ण निराशा नहीं होती। – हारुकि मुराकामी | ||
अपने शक्तियो पर भरोसा करने वाला कभी असफल नही होता। | * अपने शक्तियो पर भरोसा करने वाला कभी असफल नही होता। | ||
वह सच्चा साहसी है जो कभी भी निराश नहीं होता | | * वह सच्चा साहसी है जो कभी भी निराश नहीं होता | | ||
मंजिल तो मिल ही जायेगी भटक कर ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकला ही नहीं करते | | * मंजिल तो मिल ही जायेगी भटक कर ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकला ही नहीं करते | | ||
वही सबसे तेज चलता है, जो अकेला चलता है। | * वही सबसे तेज चलता है, जो अकेला चलता है। | ||
जिसने निश्चय कर लिया, उसके लिए केवल करना शेष रह जाता है | ~ इटालियन कहावत | * जिसने निश्चय कर लिया, उसके लिए केवल करना शेष रह जाता है | ~ इटालियन कहावत | ||
प्रचंड वायु मे भी पहाड़ विचलित नही होते। | * प्रचंड वायु मे भी पहाड़ विचलित नही होते। | ||
हर परिस्थिति एक सौगात है और हर अनुभव खजाना | | * हर परिस्थिति एक सौगात है और हर अनुभव खजाना | | ||
मेहनत, हिम्मत और लगन से कल्पना साकार होती है। | * मेहनत, हिम्मत और लगन से कल्पना साकार होती है। | ||
विवेक बहादुरी का उत्तम अंश है। | * विवेक बहादुरी का उत्तम अंश है। | ||
कोई भी पूर्ण नहीं होता और कोई भी हर समय नहीं जीतता | | * कोई भी पूर्ण नहीं होता और कोई भी हर समय नहीं जीतता | | ||
बिना उत्साह के कभी किसी उच्च लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती | ~ इमर्सन | * बिना उत्साह के कभी किसी उच्च लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती | ~ इमर्सन | ||
सतह की ‘चमक’ कभी उतनी महत्वपूर्ण नहीं होती है, जितनी कि इसके नीचे कि ‘नीवं’ होती है | | * सतह की ‘चमक’ कभी उतनी महत्वपूर्ण नहीं होती है, जितनी कि इसके नीचे कि ‘नीवं’ होती है | | ||
ऊँची जगहों पर जाने का एकमात्र मार्ग घुमावदार सीढियां हैं | | * ऊँची जगहों पर जाने का एकमात्र मार्ग घुमावदार सीढियां हैं | | ||
अगर आप इस बात की परवाह नहीं करें कि श्रेय किसे मिलेगा, तो आप बहुत कुछ कर सकते हैं | | * अगर आप इस बात की परवाह नहीं करें कि श्रेय किसे मिलेगा, तो आप बहुत कुछ कर सकते हैं | | ||
ऐसे असंख्य लोग हैं, जो बार-बार असफल हुए, तब कहीं जाकर वे ‘अचानक सामने’ आए | | * ऐसे असंख्य लोग हैं, जो बार-बार असफल हुए, तब कहीं जाकर वे ‘अचानक सामने’ आए | | ||
अग्नि से सोना परखा जाता है और विपत्ति से वीर पुरुष | ~ सेनेका | * अग्नि से सोना परखा जाता है और विपत्ति से वीर पुरुष | ~ सेनेका | ||
गुण स्वयं ही सामने आ जाते हैं, क्योंकि कस्तूरी को अपनी उपस्थिति प्रमाणित नहीं करनी पड़ती | ~ शेस्टन | * गुण स्वयं ही सामने आ जाते हैं, क्योंकि कस्तूरी को अपनी उपस्थिति प्रमाणित नहीं करनी पड़ती | ~ शेस्टन | ||
संभव की सीमाओं को जानने का एक ही तरीका है| उनसे थोड़ा आगे असंभव के दायरे में निकल जाइए| ~ आर्थर सी क्लार्क | * संभव की सीमाओं को जानने का एक ही तरीका है| उनसे थोड़ा आगे असंभव के दायरे में निकल जाइए| ~ आर्थर सी क्लार्क | ||
खुश रहिए | रचनात्मक बनिए | इंसान अपने अस्तित्व का अर्थ जानकर ही विश्वास से भर उठता है और यही विचार उसकी मजबूती बढ़ाता है | ~ स्टीफन ज्विग | * खुश रहिए | रचनात्मक बनिए | इंसान अपने अस्तित्व का अर्थ जानकर ही विश्वास से भर उठता है और यही विचार उसकी मजबूती बढ़ाता है | ~ स्टीफन ज्विग | ||
अगर हम गिरते हैं, तो अधिक अच्छी तरह चलने का रहस्य सीख जाते हैं | ~ महर्षि अरविन्द घोष | * अगर हम गिरते हैं, तो अधिक अच्छी तरह चलने का रहस्य सीख जाते हैं | ~ महर्षि अरविन्द घोष | ||
जो यह सोचते हैं कि वे किसी प्रकार की सेवा करने योग्य नहीं है, वे शायद पशुओं और वृक्षों को भूल जाते हैं | | * जो यह सोचते हैं कि वे किसी प्रकार की सेवा करने योग्य नहीं है, वे शायद पशुओं और वृक्षों को भूल जाते हैं | | ||
लगन को कांटों कि परवाह नहीं होती | ~ प्रेमचंद | * लगन को कांटों कि परवाह नहीं होती | ~ प्रेमचंद | ||
==अपमान, तिरस्कार (Insult)== | ==अपमान, तिरस्कार (Insult)== | ||
तलवार का घाव भर जाता है, पर अपमान का नहीं | ~ एक कहावत | * तलवार का घाव भर जाता है, पर अपमान का नहीं | ~ एक कहावत | ||
==बुद्धिमान, मनीषी (Intelligent)== | ==बुद्धिमान, मनीषी (Intelligent)== | ||
ज्ञानी वह है, जो वर्तमान को ठीक प्रकार से समझे और परिस्थितियों के अनुसार आचरण करे | ~ अज्ञात | * ज्ञानी वह है, जो वर्तमान को ठीक प्रकार से समझे और परिस्थितियों के अनुसार आचरण करे | ~ अज्ञात | ||
अगर तुम पढ़ना जानते हो, तो हर व्यक्ति स्वयं में एक पुस्तक है | ~ चैनिंग | * अगर तुम पढ़ना जानते हो, तो हर व्यक्ति स्वयं में एक पुस्तक है | ~ चैनिंग | ||
बुद्धि की शक्ति उसके उपयोग में है, विश्राम में नहीं | ~ अज्ञात | * बुद्धि की शक्ति उसके उपयोग में है, विश्राम में नहीं | ~ अज्ञात | ||
==यात्रा, सैर (Journey)== | ==यात्रा, सैर (Journey)== | ||
न जल्दी करो, न परेशान हो| क्योंकि आप यहां एक छोटी-सी यात्रा पर हैं इसलिए आराम से रुकिए और फूलों की खुशबु का आनंद उठाइए | ~ वाल्टर हेगन | * न जल्दी करो, न परेशान हो| क्योंकि आप यहां एक छोटी-सी यात्रा पर हैं इसलिए आराम से रुकिए और फूलों की खुशबु का आनंद उठाइए | ~ वाल्टर हेगन | ||
सही मार्ग पर चलना ‘यात्रा’ है और बिना लक्ष्य के ग़लत राह पर चलना ‘भटकना’ है। | * सही मार्ग पर चलना ‘यात्रा’ है और बिना लक्ष्य के ग़लत राह पर चलना ‘भटकना’ है। | ||
==न्याय, इंसाफ (Justice)== | ==न्याय, इंसाफ (Justice)== | ||
बहुमत की आवाज न्याय का द्योतक नही | * बहुमत की आवाज न्याय का द्योतक नही है। | ||
* अन्याय मे सहयोग देना, अन्याय के ही समान है। | |||
* अधिकार जताने से अधिकार सिद्ध नही होता। | |||
* अहिंसा सर्वोत्तम धर्म है। | |||
* इंसाफ, सच और खूबसूरती जैसे शब्द एक – दूसरे के दोस्त हैं| जहां ये तीनों लफ्ज़ हों, वहाँ किसी और की ज़रूरत ही नहीं है| ~ साइमन वेल | |||
* अन्याय में सहयोग देना, अन्याय करने के ही समान है | ~ प्रेमचन्द | |||
==ज्ञान, विद्या, बोध (Knowledge)== | ==ज्ञान, विद्या, बोध (Knowledge)== | ||
अपनी अज्ञानता का अहसास होना ज्ञान की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है | | * अपनी अज्ञानता का अहसास होना ज्ञान की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है | | ||
विद्या नम्रता से, प्रश्न पर प्रश्न, खोज पर खोज करने ओर दूसरों की सेवा करते रहने से आती है | | * विद्या नम्रता से, प्रश्न पर प्रश्न, खोज पर खोज करने ओर दूसरों की सेवा करते रहने से आती है | | ||
जिज्ञासा के बिना ज्ञान नहीं होता | दुःख के बिना सुख नहीं होता | ~ महात्मा गांधी | * जिज्ञासा के बिना ज्ञान नहीं होता | दुःख के बिना सुख नहीं होता | ~ महात्मा गांधी | ||
बिना गुरु के ज्ञान नही होता। | * बिना गुरु के ज्ञान नही होता। | ||
बिना अनुभव के कोरा शाब्दिक ज्ञान अंधा है। | * बिना अनुभव के कोरा शाब्दिक ज्ञान अंधा है। | ||
अल्प ज्ञान खतरनाक होता है। | * अल्प ज्ञान खतरनाक होता है। | ||
उपदेश देना सरल है, उपाय बताना कठिन। | * उपदेश देना सरल है, उपाय बताना कठिन। | ||
जो दूसरों को जानता है, वह विद्वान है। जो स्वयं को जानता है वह ज्ञानी। -लाओत्से | * जो दूसरों को जानता है, वह विद्वान है। जो स्वयं को जानता है वह ज्ञानी। -लाओत्से | ||
सब दानों में ज्ञान का दान ही श्रेष्ठ दान है | ~ मनुस्मृति | * सब दानों में ज्ञान का दान ही श्रेष्ठ दान है | ~ मनुस्मृति | ||
प्रतिभावान का गुण यह है कि वह मान्यताओं को हिला देता है | ~ गेटे | * प्रतिभावान का गुण यह है कि वह मान्यताओं को हिला देता है | ~ गेटे | ||
विद्या का वैभव, धन से कहीं अधिक मूल्यवान और विशिष्ट है | ~ भर्तृहरि | * विद्या का वैभव, धन से कहीं अधिक मूल्यवान और विशिष्ट है | ~ भर्तृहरि | ||
बुद्धिमान वह नहीं, जो बहुत-सी बातें जानता है, अपितु वह है, जो काम की बातें जानता है | ~ अज्ञात | * बुद्धिमान वह नहीं, जो बहुत-सी बातें जानता है, अपितु वह है, जो काम की बातें जानता है | ~ अज्ञात | ||
बुद्धिमान व्यक्ति ही अधिक बलशाली होता है | ~ हितोपदेश | * बुद्धिमान व्यक्ति ही अधिक बलशाली होता है | ~ हितोपदेश | ||
इस विश्व में ज्ञान के समान पवित्र और कुछ नहीं है | ~ योगीराज श्रीकृष्ण | * इस विश्व में ज्ञान के समान पवित्र और कुछ नहीं है | ~ योगीराज श्रीकृष्ण | ||
ज्ञान तीन तरह से प्राप्त किया जा सकता है- | * ज्ञान तीन तरह से प्राप्त किया जा सकता है- पहला मनन से जो सर्वश्रेष्ठ है | दूसरा अनुसरण से जो सबसे आसान है | तीसरा अनुभव से जो कि कड़वा है | | ||
==भाषा, बोली (Language)== | ==भाषा, बोली (Language)== | ||
हिन्दी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्त्रोत है | ~ सुमित्रानंदन पंत | * हिन्दी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्त्रोत है | ~ सुमित्रानंदन पंत | ||
राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की उन्नति के लिए आवश्यक है | ~ महात्मा गांधी | * राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की उन्नति के लिए आवश्यक है | ~ महात्मा गांधी | ||
भाषा एक नगर है, जिसके निर्माण के लिए प्रत्ये़क व्यक्ति एक-एक पत्थर लाया है | ~ एमर्सन | * भाषा एक नगर है, जिसके निर्माण के लिए प्रत्ये़क व्यक्ति एक-एक पत्थर लाया है | ~ एमर्सन | ||
==आलस्य, आलस (Laziness)== | ==आलस्य, आलस (Laziness)== | ||
आलस्य जीवित मनुष्य की कब्र है | ~ कूपर | * आलस्य जीवित मनुष्य की कब्र है | ~ कूपर | ||
आलस्य दरिद्रता की कुंजी ओर सारे अवगुणों की जड़ है | ~ कार्लाइल | * आलस्य दरिद्रता की कुंजी ओर सारे अवगुणों की जड़ है | ~ कार्लाइल | ||
जो बार बार की ठोकरों से नहीं चेतता, वह अनिष्ट को आमंत्रण देता है | | * जो बार बार की ठोकरों से नहीं चेतता, वह अनिष्ट को आमंत्रण देता है | | ||
आलस्य में जीवन बिताना आत्महत्या के समान है | ~ सुकरात | * आलस्य में जीवन बिताना आत्महत्या के समान है | ~ सुकरात | ||
==नेतृत्व, अगुआई, संचालन (Leadership)== | ==नेतृत्व, अगुआई, संचालन (Leadership)== | ||
अगर अंधा अंधे का नेतृत्व करे तो दोनों खाई में गिरेंगे। | * अगर अंधा अंधे का नेतृत्व करे तो दोनों खाई में गिरेंगे। | ||
नेतृत्व का महत्वपूर्ण नियम है – सीखने के आनंद की फिर से खोज करना ताकि हम अपनी क्षमताओं और उत्पादकता को बढ़ा सकें। | * नेतृत्व का महत्वपूर्ण नियम है – सीखने के आनंद की फिर से खोज करना ताकि हम अपनी क्षमताओं और उत्पादकता को बढ़ा सकें। | ||
वास्तविक नेता सर्वसम्मति की तलाश नहीं करता, उसे निमिर्त करता है| ~ मार्टिन लूथर किंग | * वास्तविक नेता सर्वसम्मति की तलाश नहीं करता, उसे निमिर्त करता है| ~ मार्टिन लूथर किंग | ||
तर्क और निर्णय नेता के गुण हैं | ~ टेसीटस | * तर्क और निर्णय नेता के गुण हैं | ~ टेसीटस | ||
निर्णय करने के लिए तीन तत्वों की आवश्यकता होती है- अनुभव, ज्ञान और व्यक्त करने की क्षमता | | * निर्णय करने के लिए तीन तत्वों की आवश्यकता होती है- अनुभव, ज्ञान और व्यक्त करने की क्षमता | | ||
==सीखना, जानना, प्राप्त करना (Learn)== | ==सीखना, जानना, प्राप्त करना (Learn)== | ||
व्यथा और वेदना कि पाठशाला में जो पाठ सीखे जाते हैं, वे पुस्तकों तथा विश्वविधालयों में नहीं मिलते | | * व्यथा और वेदना कि पाठशाला में जो पाठ सीखे जाते हैं, वे पुस्तकों तथा विश्वविधालयों में नहीं मिलते | | ||
विष से भी अमृत तथा बालक से भी सुभाषित ग्रहण करें | ~ मनु | * विष से भी अमृत तथा बालक से भी सुभाषित ग्रहण करें | ~ मनु | ||
यदि मनुष्य सीखना चाहे, तो उसकी हर भूल उसे कुछ शिक्षा दे सकती है |~ महात्मा गांधी | * यदि मनुष्य सीखना चाहे, तो उसकी हर भूल उसे कुछ शिक्षा दे सकती है |~ महात्मा गांधी | ||
नई चीज सिखने कि जिसने आशा छोड़ दे, वह बुढा है | ~ विनोबा भावे | * नई चीज सिखने कि जिसने आशा छोड़ दे, वह बुढा है | ~ विनोबा भावे | ||
मनुष्य सफलता से कुछ नहीं सीखता, विफलता से बहुत कुछ सीखता है | ~ अरबी लोकोक्ति | * मनुष्य सफलता से कुछ नहीं सीखता, विफलता से बहुत कुछ सीखता है | ~ अरबी लोकोक्ति | ||
==झूठ, असत्य, चालबाज़ी (Lie)== | ==झूठ, असत्य, चालबाज़ी (Lie)== | ||
एक झूठ छिपाने के लिये दस झूठ बोलने पडते है। | * एक झूठ छिपाने के लिये दस झूठ बोलने पडते है। | ||
जो बात सिद्धांतः गलत है, वह व्यवहार में भी उचित नहीं है | ~ डॉ. राजेंद्र प्रसाद | * जो बात सिद्धांतः गलत है, वह व्यवहार में भी उचित नहीं है | ~ डॉ. राजेंद्र प्रसाद | ||
==जीवन, प्राण (Life)== | ==जीवन, प्राण (Life)== | ||
आदर्श, अनुशासन, मर्यादा, परिश्रम, ईमानदारी तथा उच्च मानवीय मूल्यों के बिना किसी का जीवन महान नहीं बन सकता है| ~ स्वामी विवेकानंद | * आदर्श, अनुशासन, मर्यादा, परिश्रम, ईमानदारी तथा उच्च मानवीय मूल्यों के बिना किसी का जीवन महान नहीं बन सकता है| ~ स्वामी विवेकानंद | ||
हम जीवन से वही सीखते हैं , जो उससे वास्तव में सीखना चाहते हैं | ~ जैक्सन ब्राऊन | * हम जीवन से वही सीखते हैं , जो उससे वास्तव में सीखना चाहते हैं | ~ जैक्सन ब्राऊन | ||
आत्मज्ञान, आत्मसम्मान, आत्मसंयम यह तीनों ही जीवन को परम सम्पन्न बनाते हैं | ~ टेनीसन | * आत्मज्ञान, आत्मसम्मान, आत्मसंयम यह तीनों ही जीवन को परम सम्पन्न बनाते हैं | ~ टेनीसन | ||
साझा की गई खुशी दुगनी होती है, साझा किया गया दुख आधा होता है| ~ स्वीडन की कहावत | * साझा की गई खुशी दुगनी होती है, साझा किया गया दुख आधा होता है| ~ स्वीडन की कहावत | ||
ज़िन्दगी जीने के दो तरीके होते है! पहला: जो पसंद है उसे हासिल करना सीख लो! दूसरा: जो हासिल है उसे पसंद करना सीख लो! | * ज़िन्दगी जीने के दो तरीके होते है! पहला: जो पसंद है उसे हासिल करना सीख लो! दूसरा: जो हासिल है उसे पसंद करना सीख लो! | ||
जिंदगी की जड़ें जब स्पष्ट जीवनमूल्यों, उद्देश्य और समर्पण में होती हैं , वह दृढ और अडिग होती है | | * जिंदगी की जड़ें जब स्पष्ट जीवनमूल्यों, उद्देश्य और समर्पण में होती हैं , वह दृढ और अडिग होती है | | ||
जब से मैंने जाना कि जीवन क्षणभंगुर है, में करुणा में डूब गया | ~ जेरेक्स | * जब से मैंने जाना कि जीवन क्षणभंगुर है, में करुणा में डूब गया | ~ जेरेक्स | ||
मरते तो सभी हैं लेकिन महत्वपूर्ण यह हैं कि आपने अपनी जिंदगी किस प्रकार गुजारी हैं| | * मरते तो सभी हैं लेकिन महत्वपूर्ण यह हैं कि आपने अपनी जिंदगी किस प्रकार गुजारी हैं| | ||
जीवन में आनन्द को कर्तव्य बनाने की अपेक्षा कर्तव्य को आनन्द बनाना अधिक महत्वपूर्ण हैं| | * जीवन में आनन्द को कर्तव्य बनाने की अपेक्षा कर्तव्य को आनन्द बनाना अधिक महत्वपूर्ण हैं| | ||
जीवन में कभी समझौता करना पड़े तो कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि, झुकता वही है जिसमें जान होती है, अकड़ तो मुरदे की पहचान होती है। | * जीवन में कभी समझौता करना पड़े तो कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि, झुकता वही है जिसमें जान होती है, अकड़ तो मुरदे की पहचान होती है। | ||
जीवन का सबसे बड़ा उपयोग इसे किसी ऐसी चीज में लगाने में है, जो इसके बाद भी रहे| ~ विलियम जेम्स | * जीवन का सबसे बड़ा उपयोग इसे किसी ऐसी चीज में लगाने में है, जो इसके बाद भी रहे| ~ विलियम जेम्स | ||
जीवन एक आग है, जो खुद को भी झुलसा देती है, लेकिन जब एक शिशु जन्म लेता है, ये आग फिर भड़क उठती है | ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | * जीवन एक आग है, जो खुद को भी झुलसा देती है, लेकिन जब एक शिशु जन्म लेता है, ये आग फिर भड़क उठती है | ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
किसी चीज की कीमत यह है कि आप उसके बदले में अपनी कितनी जिंदगी लगा देते हैं| ~ हेनरी डेविड थोर | * किसी चीज की कीमत यह है कि आप उसके बदले में अपनी कितनी जिंदगी लगा देते हैं| ~ हेनरी डेविड थोर | ||
जिंदगी लोगों से प्रेम करने,उनकी सेवा करने,उन्हें सशक्त बनाने और उन्हें प्रोत्साहित करने का नाम है | | * जिंदगी लोगों से प्रेम करने,उनकी सेवा करने,उन्हें सशक्त बनाने और उन्हें प्रोत्साहित करने का नाम है | | ||
सार्थक जीवन में समस्याएं हो सकती हैं, परन्तु उसमें कोई पश्चाताप नहीं होना चाहिए | | * सार्थक जीवन में समस्याएं हो सकती हैं, परन्तु उसमें कोई पश्चाताप नहीं होना चाहिए | | ||
जीवन छोटा है, पर सुंदर है | ~ सोफोक्लेस | * जीवन छोटा है, पर सुंदर है | ~ सोफोक्लेस | ||
जिंदगी एक उबाऊ कहानी की तरह है, जिसे दो बार सुना गया हो, लेकिन एक उंघते हुए इंसान के कानों की सफाई कर देने के लिए ये बेहतरीन साधन है | ~ विलियम शेक्सपीयर | * जिंदगी एक उबाऊ कहानी की तरह है, जिसे दो बार सुना गया हो, लेकिन एक उंघते हुए इंसान के कानों की सफाई कर देने के लिए ये बेहतरीन साधन है | ~ विलियम शेक्सपीयर | ||
जीवन विकास का सिद्धान्त है, स्थिर रहने का नहीं | ~ जवाहरलाल नेहरू | * जीवन विकास का सिद्धान्त है, स्थिर रहने का नहीं | ~ जवाहरलाल नेहरू | ||
जिंदगी में खुश रहना है तो हँसने का बहाना तलाशें | | * जिंदगी में खुश रहना है तो हँसने का बहाना तलाशें | | ||
जिंदगी का हर पल कुछ न कुछ सिखाता है | | * जिंदगी का हर पल कुछ न कुछ सिखाता है | | ||
जीवन एक नाटक है, यदि हम इसके कथानक को समझ ले तो सदैव प्रसन्न रह सकते हैं | | * जीवन एक नाटक है, यदि हम इसके कथानक को समझ ले तो सदैव प्रसन्न रह सकते हैं | | ||
जीने के लिए तो एक पल ही काफी है, बशर्ते आपने उसे किस तरह जिया | | * जीने के लिए तो एक पल ही काफी है, बशर्ते आपने उसे किस तरह जिया | | ||
जिस जीवन कि समीक्षा व परख न की गई हो, वह जीने योग्य ही नहीं है | | * जिस जीवन कि समीक्षा व परख न की गई हो, वह जीने योग्य ही नहीं है | | ||
==सुनना, श्रवण, ध्यान देना (Listen)== | ==सुनना, श्रवण, ध्यान देना (Listen)== | ||
सुनना एक कला है. इस कला के लिए कान और ध्यान दोनों चाहिए| | * सुनना एक कला है. इस कला के लिए कान और ध्यान दोनों चाहिए| | ||
व्यर्थ की बातों से खुद को बचाना भी एक कला है| | * व्यर्थ की बातों से खुद को बचाना भी एक कला है| | ||
वाणी चांदी है तो मौन सोना है| | * वाणी चांदी है तो मौन सोना है| | ||
बीती बातों को भूलने का सर्वोत्तम तरीका है हमेश नई और रचनात्मक बातें सुनना व उनको रमण करना| | * बीती बातों को भूलने का सर्वोत्तम तरीका है हमेश नई और रचनात्मक बातें सुनना व उनको रमण करना| | ||
मौन से मतलब वाणीविहीन बनना नहीं हैं | सही समय पर सही बात कहना, | * मौन से मतलब वाणीविहीन बनना नहीं हैं | सही समय पर सही बात कहना, | ||
बडबोलेपन से बचना भी मौन है| ~ कानन झिंगन | * बडबोलेपन से बचना भी मौन है| ~ कानन झिंगन | ||
==प्यार, प्रेम, मुहब्बत (Love)== | ==प्यार, प्रेम, मुहब्बत (Love)== | ||
प्रेम के बिना जीवन एक ऐसे वृक्ष के समान है, जिस पर न कोई फूल हो, न फल | ~ खलील जिब्रान | * प्रेम के बिना जीवन एक ऐसे वृक्ष के समान है, जिस पर न कोई फूल हो, न फल | ~ खलील जिब्रान | ||
एक व्यक्ति दूसरे के मन की बात जान सकता है, तो केवल सहानुभूति और प्यार से, उम्र और बुद्धि से नहीं | | * एक व्यक्ति दूसरे के मन की बात जान सकता है, तो केवल सहानुभूति और प्यार से, उम्र और बुद्धि से नहीं | | ||
अहंकार छोडे बिना सच्चा प्रेम नही किया जा सकता। | * अहंकार छोडे बिना सच्चा प्रेम नही किया जा सकता। | ||
दूसरो से प्रेम करना अपने आप से प्रेम करना है। | * दूसरो से प्रेम करना अपने आप से प्रेम करना है। | ||
प्रेम एक ऐसा फल है, जो हर मौसम में मिलता है और जिसे सभी पा सकते हैं | ~ मदर टेरेसा | * प्रेम एक ऐसा फल है, जो हर मौसम में मिलता है और जिसे सभी पा सकते हैं | ~ मदर टेरेसा | ||
हर सच्चा क्रांतिकारी वास्तव में गहन प्रेम की भावना से संचालित होता है | ~ चे ग्वेरा | * हर सच्चा क्रांतिकारी वास्तव में गहन प्रेम की भावना से संचालित होता है | ~ चे ग्वेरा | ||
मुहब्बत त्याग की मां है, जहां जाती है, बेटे को साथ ले जाती है | ~ सुदर्शन | * मुहब्बत त्याग की मां है, जहां जाती है, बेटे को साथ ले जाती है | ~ सुदर्शन | ||
हम जब तक स्वयं माता-पिता नहीं बन जाएं, माता-पिता का प्यार कभी नहीं जान पाते| ~ हेनरी वार्ड बीचर | * हम जब तक स्वयं माता-पिता नहीं बन जाएं, माता-पिता का प्यार कभी नहीं जान पाते| ~ हेनरी वार्ड बीचर | ||
अपने स्नेह का पूर्ण प्रदर्शन किए बिना आप अपना स्नेह-भाव दूसरों तक नहीं पहुंचा सकते | ~ स्वेट मार्डन | * अपने स्नेह का पूर्ण प्रदर्शन किए बिना आप अपना स्नेह-भाव दूसरों तक नहीं पहुंचा सकते | ~ स्वेट मार्डन | ||
प्रेम की शक्ति दण्ड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली और स्थायी होती है | ~ महात्मा गांधी | * प्रेम की शक्ति दण्ड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली और स्थायी होती है | ~ महात्मा गांधी | ||
वही समाज सदैव सुखी रहकर तरक्की कर सकता है, जिसमें लोगों ने आपसी प्रेम को आत्मसात कर लिया | | * वही समाज सदैव सुखी रहकर तरक्की कर सकता है, जिसमें लोगों ने आपसी प्रेम को आत्मसात कर लिया | | ||
==भाग्य, तक़दीर, मुकद्द (Luck)== | ==भाग्य, तक़दीर, मुकद्द (Luck)== | ||
सारा उत्तरदायित्व अपने कन्धों पर लो | याद रखो कि तुम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हो | तुम जो कुछ बल या सहायता चाहो, सब तुम्हारे ही भीतर विद्यमान है | | * सारा उत्तरदायित्व अपने कन्धों पर लो | याद रखो कि तुम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हो | तुम जो कुछ बल या सहायता चाहो, सब तुम्हारे ही भीतर विद्यमान है | | ||
उत्साह आदमी की भाग्यशिलता का पैमाना है | ~ तिरुवल्लुवर | * उत्साह आदमी की भाग्यशिलता का पैमाना है | ~ तिरुवल्लुवर | ||
भाग्य साहसी का साथ देता है। | * भाग्य साहसी का साथ देता है। | ||
मनुष्य स्वयं अपने भाग्य का निर्माता है| | * मनुष्य स्वयं अपने भाग्य का निर्माता है| | ||
भाग्य साहसी का मित्र है | ~ अज्ञात | * भाग्य साहसी का मित्र है | ~ अज्ञात | ||
मानव अपने भाग्य का स्वयं निर्माता है | ~ स्वामी रामतीर्थ | * मानव अपने भाग्य का स्वयं निर्माता है | ~ स्वामी रामतीर्थ | ||
भाग्य भी निडर का ही साथ देता है | ~ वर्जल | * भाग्य भी निडर का ही साथ देता है | ~ वर्जल | ||
हम स्वयं अपने भविष्य का निर्माण करते हैं, फिर इसे भाग्य का नाम दे देते हैं | | * हम स्वयं अपने भविष्य का निर्माण करते हैं, फिर इसे भाग्य का नाम दे देते हैं | | ||
==स्मृति, याद, स्मरणशक्ति (Memory)== | ==स्मृति, याद, स्मरणशक्ति (Memory)== | ||
स्मृति एक अद्भुत उपकरण हैं| वह अमिट नहीं हैं| लेकिन वह क्षणभगुंर भी नहीं हैं| ~ प्राइमो लेवी | * स्मृति एक अद्भुत उपकरण हैं| वह अमिट नहीं हैं| लेकिन वह क्षणभगुंर भी नहीं हैं| ~ प्राइमो लेवी | ||
==ग़लती, भूल, दोष (Mistake)== | ==ग़लती, भूल, दोष (Mistake)== | ||
उत्साह तथा रुचिपूर्वक दूसरों के दोष देखने से तुम्हारा मन भी बुरे विचारों से भर जायेगा | वह एक ऐसा कूड़ादान बन जाएगा, जिसमें दूसरों के कचरे भरे रहेंगे | | * उत्साह तथा रुचिपूर्वक दूसरों के दोष देखने से तुम्हारा मन भी बुरे विचारों से भर जायेगा | वह एक ऐसा कूड़ादान बन जाएगा, जिसमें दूसरों के कचरे भरे रहेंगे | | ||
यदि शान्ति चाहते हो तो दूसरों के दोष मत देखो, बल्कि अपने ही दोष देखो | | * यदि शान्ति चाहते हो तो दूसरों के दोष मत देखो, बल्कि अपने ही दोष देखो | | ||
जब हम अपनी भूल पर लज्जित होते हैं, तो यथार्थ बात अपने आप ही मुंह से निकल पड़ती है | ~ प्रेमचंद | * जब हम अपनी भूल पर लज्जित होते हैं, तो यथार्थ बात अपने आप ही मुंह से निकल पड़ती है | ~ प्रेमचंद | ||
अपराध स्वीकार कर लेने से, वह आधा हो जाता है | ~ पुर्तगाली कहावत | * अपराध स्वीकार कर लेने से, वह आधा हो जाता है | ~ पुर्तगाली कहावत | ||
ज्ञानी मनुष्य दूसरों की भूलों से अपनी भूलें सुधारता है | ~ पबलिस साइरस | * ज्ञानी मनुष्य दूसरों की भूलों से अपनी भूलें सुधारता है | ~ पबलिस साइरस | ||
अपनी गलती स्वीकार करने में लज्जा की कोई बात नहीं है | ~ अज्ञात | * अपनी गलती स्वीकार करने में लज्जा की कोई बात नहीं है | ~ अज्ञात | ||
अपनी भूल अपने ही हाथ सुधर जाए तो,यह उससे कहीं अच्छा है कि दूसरा उसे सुधारे | ~ प्रेमचंद | * अपनी भूल अपने ही हाथ सुधर जाए तो,यह उससे कहीं अच्छा है कि दूसरा उसे सुधारे | ~ प्रेमचंद | ||
विवेकशील पुरुष दूसरे की गलतीयों से अपनी गलती सुधारते हैं | ~ साइरस | * विवेकशील पुरुष दूसरे की गलतीयों से अपनी गलती सुधारते हैं | ~ साइरस | ||
गलतियों के लिए दूसरों को दोष देने की अपेक्षा उनसे सबक लो | ~ स्पेनिश कहावत | * गलतियों के लिए दूसरों को दोष देने की अपेक्षा उनसे सबक लो | ~ स्पेनिश कहावत | ||
स्वार्थवश मनुष्य दोषों को नहीं देखता | ~ चाणक्य | * स्वार्थवश मनुष्य दोषों को नहीं देखता | ~ चाणक्य | ||
त्रुटियां उसी से नहीं होंगी, जो कोई काम करें ही नहीं | ~ लेनिन | * त्रुटियां उसी से नहीं होंगी, जो कोई काम करें ही नहीं | ~ लेनिन | ||
गलतियां किए बिना कोई व्यक्ति बड़ा और महान नहीं बनता है | ~ ग्लेडस्टन | * गलतियां किए बिना कोई व्यक्ति बड़ा और महान नहीं बनता है | ~ ग्लेडस्टन | ||
दूसरों कि गलतियों से सीखिए क्योंकि आपको गलती करने का मौका नहीं मिलेगा | | * दूसरों कि गलतियों से सीखिए क्योंकि आपको गलती करने का मौका नहीं मिलेगा | | ||
स्वयं के दोषों का निरीक्षण और दुसरों के गुणों का पर्यावलोकन करना उज्ज्वल व्यक्तित्व की पहचान है | * स्वयं के दोषों का निरीक्षण और दुसरों के गुणों का पर्यावलोकन करना उज्ज्वल व्यक्तित्व की पहचान है | ||
एक गुण समस्त दोषो को ढ़क लेता है। | * एक गुण समस्त दोषो को ढ़क लेता है। | ||
अपने आपको दोष देना सबसे बड़ा पाप हैं | | * अपने आपको दोष देना सबसे बड़ा पाप हैं | | ||
==नम्रता, विनयशीलता (Modesty)== | ==नम्रता, विनयशीलता (Modesty)== | ||
नमस्कार करने वाला व्यक्ति विनम्रता को ग्रहण करता है और समाज में सभी के प्रेम का पात्र बन जाता है | ~ प्रेमचंद | * नमस्कार करने वाला व्यक्ति विनम्रता को ग्रहण करता है और समाज में सभी के प्रेम का पात्र बन जाता है | ~ प्रेमचंद | ||
महान मनुष्य की पहली पहचान उसकी नम्रता है | | * महान मनुष्य की पहली पहचान उसकी नम्रता है | | ||
नम्रता के संसर्ग से ऐश्वर्य के सोभा बढती है | ~ कालिदास | * नम्रता के संसर्ग से ऐश्वर्य के सोभा बढती है | ~ कालिदास | ||
==धन, मुद्रा, स्र्पये, माल (Money)== | ==धन, मुद्रा, स्र्पये, माल (Money)== | ||
एक बार सिकंदर से पूछा गया कि तुम धन क्यों एकत्र नहीं करते ? तब उसका जवाब था कि इस डर से कि उसका रक्षक बनकर कहीं भ्रष्ट न हो जाऊं। | * एक बार सिकंदर से पूछा गया कि तुम धन क्यों एकत्र नहीं करते ? तब उसका जवाब था कि इस डर से कि उसका रक्षक बनकर कहीं भ्रष्ट न हो जाऊं। | ||
धन अपना पराया नही देखता। | * धन अपना पराया नही देखता। | ||
धन अच्छा सेवक है, परन्तु ख़राब स्वामी भी है। | * धन अच्छा सेवक है, परन्तु ख़राब स्वामी भी है। | ||
कुबेर भी अगर आय से ज्यादा व्यय करे ,तो कंगाल हो जाता है | ~ चाणक्य | * कुबेर भी अगर आय से ज्यादा व्यय करे ,तो कंगाल हो जाता है | ~ चाणक्य | ||
==मां, जननी, माता (Mother)== | ==मां, जननी, माता (Mother)== | ||
जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से बढ़कर है | ~ वाल्मीकि रामायण | * जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से बढ़कर है | ~ वाल्मीकि रामायण | ||
माता का ह्रदय, शिशु कि पाठशाला है | ~ बीचर | * माता का ह्रदय, शिशु कि पाठशाला है | ~ बीचर | ||
==प्रेरक, उत्तेजित करना (Motivational)== | ==प्रेरक, उत्तेजित करना (Motivational)== | ||
इच्छा हमेशा योग्यता को हरा देती है | | * इच्छा हमेशा योग्यता को हरा देती है | | ||
सच्चा प्रयास कभी निष्फल नहीं होता | ~ विल्सन एडवर्ड | * सच्चा प्रयास कभी निष्फल नहीं होता | ~ विल्सन एडवर्ड | ||
जब सपने और इच्छाएं पर्याप्त बड़े होते है, परिस्थितियों से कोई फर्क नहीं पड़ता | | * जब सपने और इच्छाएं पर्याप्त बड़े होते है, परिस्थितियों से कोई फर्क नहीं पड़ता | | ||
रत्न मिट्टी से ही निकलते हैं, स्वर्ण मंजुषाओं ने तो कभी एक भी रत्न उत्पन्न नहीं किया | ~ जयशंकर प्रसाद | * रत्न मिट्टी से ही निकलते हैं, स्वर्ण मंजुषाओं ने तो कभी एक भी रत्न उत्पन्न नहीं किया | ~ जयशंकर प्रसाद | ||
असम्भव शब्द, मूर्खों के शब्दकोश में पाया जाता है | ~ नेपोलियन | * असम्भव शब्द, मूर्खों के शब्दकोश में पाया जाता है | ~ नेपोलियन | ||
==प्रकृति, क़ुदरत (Nature)== | ==प्रकृति, क़ुदरत (Nature)== | ||
खिले हुए फूल और कुछ नहीं, बल्कि धरती की मुस्कराहट हैं| ~ ईई कमिंग्स | * खिले हुए फूल और कुछ नहीं, बल्कि धरती की मुस्कराहट हैं| ~ ईई कमिंग्स | ||
प्रकृति की गहराई में देखें, और आप हर चीज को बेहतर समझा पाएंगे| ~ अल्बर्ट आइंस्टीन | * प्रकृति की गहराई में देखें, और आप हर चीज को बेहतर समझा पाएंगे| ~ अल्बर्ट आइंस्टीन | ||
धुल स्वयं अपमान सह लेती है ओर बदले में फूलों का उपहार देती है | ~ रवीन्द्रनाथ टैगोर | * धुल स्वयं अपमान सह लेती है ओर बदले में फूलों का उपहार देती है | ~ रवीन्द्रनाथ टैगोर | ||
==नव वर्ष, नया साल (New Year)== | ==नव वर्ष, नया साल (New Year)== | ||
नव वर्ष मे आपकी सभी मनोकामनाये पूरी हो। | * नव वर्ष मे आपकी सभी मनोकामनाये पूरी हो। | ||
नव वर्ष मे हर कदम पर आपको सफलता मिले। | * नव वर्ष मे हर कदम पर आपको सफलता मिले। | ||
नव वर्ष मे भाग्य सदैव आपका साथ दे। | * नव वर्ष मे भाग्य सदैव आपका साथ दे। | ||
नव वर्ष आपके जीवन मे उमंग लाये। | * नव वर्ष आपके जीवन मे उमंग लाये। | ||
नव वर्ष के आगमन पर हार्दिक बधाई। | * नव वर्ष के आगमन पर हार्दिक बधाई। | ||
नव वर्ष मे आपकी दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की हो। | * नव वर्ष मे आपकी दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की हो। | ||
नया साल आपके लिये लाभदायक हो। | * नया साल आपके लिये लाभदायक हो। | ||
नव वर्ष आपके लिये हितकारी हो। | * नव वर्ष आपके लिये हितकारी हो। | ||
नया साल आपको नया अनुभव दे। | * नया साल आपको नया अनुभव दे। | ||
नव वर्ष सुख- सम्रध्धि से भरपूर हो। | * नव वर्ष सुख- सम्रध्धि से भरपूर हो। | ||
नव वर्ष मे आप फले, फूले। | * नव वर्ष मे आप फले, फूले। | ||
नया साल आपके लिये नयी खुशिया लाये। | * नया साल आपके लिये नयी खुशिया लाये। | ||
नव वर्ष शुभ हो। | * नव वर्ष शुभ हो। | ||
नया साल आपको नया उत्साह प्रदान करे। | * नया साल आपको नया उत्साह प्रदान करे। | ||
==अवसर, मौक़ा (Opportunity)== | ==अवसर, मौक़ा (Opportunity)== | ||
जो हानि हो चुकी है, उसके लिए शोक करना अधिक हानि को आमंत्रित करना है | | * जो हानि हो चुकी है, उसके लिए शोक करना अधिक हानि को आमंत्रित करना है | | ||
समय और सागर की लहर किसी की प्रतीक्षा नहीं करती। – रिचर्ड ब्रेथकेट | * समय और सागर की लहर किसी की प्रतीक्षा नहीं करती। – रिचर्ड ब्रेथकेट | ||
मनुष्य के लिए जीवन में सफलता पाने का रहस्य है, हर आने वाले अवसर के लिए तैयार रहना। – डीसरैली | * मनुष्य के लिए जीवन में सफलता पाने का रहस्य है, हर आने वाले अवसर के लिए तैयार रहना। – डीसरैली | ||
ऐसा न सोचो कि अवसर तुम्हारा दरवाजा दोबारा खटखटाएगा। -शैम्फोर्ट | * ऐसा न सोचो कि अवसर तुम्हारा दरवाजा दोबारा खटखटाएगा। -शैम्फोर्ट | ||
कोई महान व्यक्ति अवसर की कमी की शिकायत कभी नहीं करता। | * कोई महान व्यक्ति अवसर की कमी की शिकायत कभी नहीं करता। | ||
मुझे रास्ता मिलेगा नहीं, तो मैं बना लूँगा। – सर फिलिप सिडनी | * मुझे रास्ता मिलेगा नहीं, तो मैं बना लूँगा। – सर फिलिप सिडनी | ||
यदि मनुष्य प्यास से मर जाए तो मर जाने के बाद उसे अमृत के सरोवर का भी क्या लाभ? यदि कोई मनुष्य अवसर पर चूक जाय, तो उसका पछताना निष्फल है। | * यदि मनुष्य प्यास से मर जाए तो मर जाने के बाद उसे अमृत के सरोवर का भी क्या लाभ? यदि कोई मनुष्य अवसर पर चूक जाय, तो उसका पछताना निष्फल है। | ||
अवसर उनकी सहायता कभी नहीं करता, जो अपनी सहायता नहीं करते | ~ सफोक्लिज | * अवसर उनकी सहायता कभी नहीं करता, जो अपनी सहायता नहीं करते | ~ सफोक्लिज | ||
अवसर बुद्धिमान के पक्ष में लड़ता है | ~ युरिपिडीज | * अवसर बुद्धिमान के पक्ष में लड़ता है | ~ युरिपिडीज | ||
यदि अवसर का लाभ न उठाया जाए, तो योग्यता का कोई मूल्य नहीं होता है | | * यदि अवसर का लाभ न उठाया जाए, तो योग्यता का कोई मूल्य नहीं होता है | | ||
बुद्धिमान व्यक्ति को जितने अवसर मिलते हैं, उनसे अधिक वह पैदा करता है | ~ बेकन | * बुद्धिमान व्यक्ति को जितने अवसर मिलते हैं, उनसे अधिक वह पैदा करता है | ~ बेकन | ||
11:21, 1 अक्टूबर 2011 का अवतरण
माँ तुझे सलाम
मुट्ठीभर संकल्पवान लोग, जिनकी अपने लक्ष्य में दृढ़ आस्था है, इतिहास की धारा को बदल सकते हैं।
- महात्मा गांधी
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मेरे पृष्ट पर आप का स्वागत है !
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